Patna News : सूबे के मठ-मंदिरों में होगी अखाड़ा व शिक्षा की व्यवस्था
बिहार राज्य धार्मिक न्यास पर्षद अब राज्य के मठ और मंदिरों को समाज सुधार, शिक्षा, स्वास्थ्य और सांस्कृतिक चेतना के साथ-साथ अखाड़ों और व्यायामशालाओं के रूप में भी विकसित करेगा.
संवाददाता, पटना : बिहार राज्य धार्मिक न्यास पर्षद ने बड़ा फैसला लिया है कि अब राज्य के मठ और मंदिर केवल धार्मिक अनुष्ठानों तक सीमित नहीं रहेंगे. इन्हें समाज सुधार, शिक्षा, स्वास्थ्य और सांस्कृतिक चेतना के साथ-साथ अखाड़ों और व्यायामशालाओं के रूप में भी विकसित किया जायेगा. पर्षद के अध्यक्ष प्रो रणबीर नंदन ने कहा कि मंदिर अब युवा पीढ़ी को शारीरिक, बौद्धिक और सांस्कृतिक रूप से सशक्त बनाने की धुरी बनेंगे. उन्होंने बताया कि 18 सितंबर को बापू सभागार में होने वाले राज्यस्तरीय सम्मेलन से इस पहल की शुरुआत होगी. इसमें मुख्यमंत्री नीतीश कुमार, उप मुख्यमंत्री सम्राट चौधरी और विजय कुमार सिन्हा के साथ मठ-मंदिरों के प्रबंधक और संत-महात्मा शामिल होंगे.
युवाओं के लिए अखाड़े और शारीरिक प्रशिक्षण
प्रो नंदन ने कहा कि 18 से 25 वर्ष आयु वर्ग के युवाओं को जोड़ने के लिए मंदिर परिसरों में अखाड़े स्थापित होंगे. यहां नियमित रूप से कुश्ती, व्यायाम और योग का प्रशिक्षण दिया जायेगा, ताकि युवाओं का शरीर और मन दोनों मजबूत हो सके. उन्होंने कहा कि अखाड़े केवल शारीरिक परंपरा नहीं बल्कि समाज को अनुशासन और एकता का संदेश देने वाले केंद्र भी होंगे. मंदिर परिसरों में नि:शुल्क स्वास्थ्य शिविर, आयुर्वेद केंद्र और योग कक्षाएं होंगी.
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