पुलिस देख नाले में कूदा अधेड़, मौत, चार घंटे सड़क जाम हंगामा

patna news: मसौढ़ी. स्थानीय थाना के दहीभत्ता स्थित दिनकर नगर मुसहरी में रविवार की सुबह शराब पी रहे करीब आधा दर्जन पियक्कड़ पुलिस से बचने के लिए पास के पानी भरे एक नाले में कूद पड़े.

By VIPIN PRAKASH YADAV | June 1, 2025 11:49 PM

मसौढ़ी. स्थानीय थाना के दहीभत्ता स्थित दिनकर नगर मुसहरी में रविवार की सुबह शराब पी रहे करीब आधा दर्जन पियक्कड़ पुलिस से बचने के लिए पास के पानी भरे एक नाले में कूद पड़े. इसमें 45 वर्षीय एक अधेड़ की मौके पर ही मौत हो गयी. इधर सूचना पाकर मृतक के परिजन मौके पर पहुंचे और नाले से शव निकाल अनुमंडल चौराहे के पास सड़क जाम कर दिया. इस दौरान उन्होंने आबकारी पुलिस की बैरक पर पत्थरबाजी कर शीशे फोड़ दिया और उसकी स्कार्पियो में आग लगा दी.

जानकारी के मुताबिक स्थानीय आबकारी पुलिस की ड्रोन टीम पांच गाड़ियों से रविवार की सुबह करीब साढ़े सात बजे भगवानगंज थाना के खैनिया गांव में छापेमारी करने जा रही थी. इसी दौरान थाना के दहीभत्ता स्थित दिनकर नगर में कुछ संदिग्ध पियक्कड़ों को देख उन्हें पकड़ना चाहा. इस दौरान पुलिस से बचने के लिए करीब आधा दर्जन पियक्कड़ पास स्थित पानी भरे एक नाले में कूद पड़े. इसमें लहसुना थाना के निसियावां गांव के स्वर्गीय रामभज्जु बिंद के 45 वर्षीय पुत्र उपेंद्र बिंद की मौके पर ही मौत हो गयी. इधर उपेंद्र बिंद की मौत की खबर सुन उसके परिजन और ग्रामीण मौके पर पहुंचे और शव को नाले से निकाल अनुमंडल चौराहा के पास एनएच 83 स्थित पटना-गया सड़क को जाम कर जमकर हंगामा करने लगे. इस दौरान उन्होंने कुछ दूर स्थित आबकारी पुलिस के किराये की बैरक पर जमकर पत्थरबाजी की और बैरक के शीशे क्षतिग्रस्त कर वहां खड़ी आबकारी पुलिस की स्कार्पियो में आग लगा दी. जिससे स्कार्पियो धू-धू कर पूरी तरह जल गयी.

ग्रामीणों का आरोप आबकारी पुलिस ने पीट कर नाले में धकेला

सड़क जाम कर रहे परिजनों और ग्रामीणों का आरोप था कि आबकारी पुलिस ने मृतक को पीट नाले में धकेल दिया जिससे उसकी मौत हो गयी. वे आबकारी पुलिस पर हत्या का मुकदमा चलाने, मृतक के आश्रितों को सरकारी नौकरी देने व अन्य मुआवजे की मांग कर रहे थे. इस दौरान मौके पर पहुंचे एसडीपीओ नभ वैभव, बीडीओ प्रभाकर कुमार, सीओ प्रभात रंजन व थानाध्यक्ष अनिल कुमार ने उन्हें सरकारी प्रावधान के तहत मुआवजा देने का आश्वासन दे सड़क जाम खत्म कराने का प्रयास किया. लेकिन वे नहीं माने. करीब चार घंटे की जद्दोजहद के बाद मृतक की पत्नी मालती देवी को आशा कार्यकर्ता की नौकरी देने, तत्काल पारिवारिक लाभ योजना के तहत बीस हजार रुपये मुआवजा देने और बाद में असंगठित श्रमिक दुर्घटना अधिनियम के तहत दो लाख रुपये व आपदा के तहत चार लाख रुपये मुआवजा देने के आश्वासन के बाद उन्होंने सड़क जाम खत्म किया और उसके बाद पुलिस शव बरामद कर पोस्टमार्टम के लिए पीएमसीएच भेज सकी.

आबकारी पुलिस ने मृतक को पीट नाले में धकेलने से किया इंकार

आबकारी पुलिस ने अपने खिलाफ मृतक के परिजनों द्वारा अधेड़ को पीट नाले में धकेलने के आरोप से इंकार किया है. इस बाबत आबकारी पुलिस अधीक्षक संजय कुमार चौधरी ने बताया कि रविवार की सुबह आबकारी पुलिस की ड्रोन टीम भगवानगंज थाना के खैनिया गांव में छापेमारी करने जा रही थी. इसी दौरान रास्ते में दिनकर नगर के पास कुछ पियक्कड़ों को देख पुलिस गाड़ी से उतर उन्हें पकड़ने का प्रयास किया. गांव की महिलाओं की सलाह पर पुलिस से बचने के लिए पियक्कड़ पास के पानी भरे नाले में कूद पड़े. इनमें निसियावा गांव का उपेंद्र बिंद भी शामिल था. अत्यधिक दारू पी रखने के कारण पानी भरे नाले में ही उसकी मौत हो गयी. उन्होंने बताया कि पियक्कड़ों के नाले में कूदने के बाद पुलिस खैनिया गांव छापेमारी करने चली गयी. उसे उपेंद्र बिंद की मौत की खबर भी बाद में मिली.

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