पटना में छठव्रतियों के पैदल घाट तक जाने के लिए की गयी व्यवस्था, 14 जगहों से हटाया गया क्रैश बैरियर

मरीन ड्राइव पर सुरक्षा के दृष्टिकोण से लोहे से बनाये गये क्रैश बैरियर को 14 जगहों पर हटा दिया गया है. यह व्यवस्था इसलिए की गयी है, ताकि छठव्रतियों को घाट पर व उनके वाहनों को घाट के समीप बने पार्किंग स्थल तक पहुंचाया जा सके

By Prabhat Khabar Digital Desk | October 29, 2022 5:59 AM

पटना के मरीन ड्राइव पर छठव्रती अब सीधे आयुक्त कार्यालय के सामने से जा सकते हैं. कार्यालय गेट के सामने सड़क के डिवाइडर को हटा दिया गया है और चार पहिया वाहन के जाने की जगह बना दी गयी है. इसके कारण छठव्रती सीधे आयुक्त कार्यालय के सामने से मरीन ड्राइव पर चढ़ सकते हैं. हालांकि सामान्य दिनों में अगर मरीन ड्राइव पर किसी को गांधी मैदान की ओर जाना होता है तो वे गोलघर के सामने के कट से वापस बांकीपुर गल्र्स स्कूल की ओर आने के बाद मरीन ड्राइव पर जाते हैं. दूसरी ओर मरीन ड्राइव पर जाने के लिए अटल पथ का भी उपयोग किया जा सकता है. मरीन ड्राइव से सटे घाट 83, 88 व 93 पर छठ पर्व करने की तैयारी प्रशासन द्वारा की गयी है.

मरीन ड्राइव के 14 जगहों पर क्रैश बैरियर को हटाया गया

मरीन ड्राइव पर सुरक्षा के दृष्टिकोण से लोहे से बनाये गये क्रैश बैरियर को 14 जगहों पर हटा दिया गया है. यह व्यवस्था इसलिए की गयी है, ताकि छठव्रतियों को घाट पर व उनके वाहनों को घाट के समीप बने पार्किंग स्थल तक पहुंचाया जा सके. गेट नंबर 93 व एलसीटी घाट के पास क्रैश बैरियर को इसलिए हटाया गया है, ताकि छठव्रती पैदल मेरीन ड्राइव को पार करते हुए नीचे उतर कर घाट की ओर जा सके.

जबकि उनके वाहनों को पार्किंग तक पहुंचाने के लिए भी गेट नंबर 93 के समीप बने पार्किंग तक पहुंचाने के लिए क्रैश बैरियर को हटाया गया है. इसके अलावा कुछ जगहों पर इसलिए क्रैश बैरियर हटाया गया है, ताकि वाहनों की पार्किंग मेरीन ड्राइव किनारे फुटपाथ पर भी लगाया जा सके. इसके अलावा जेपी सेतू के पूरब और एएन सिन्हा के सामने मेरीन ड्राइव पर क्रैश बैरियर को हटा दिया गया है, ताकि वैसे छठव्रती जिन्हें राजापुर घाट पर जाना है उनके वाहनों की पार्किंग करायी जा सके.

दो जगहों पर बनाये गये हैं बड़े कंट्रोल रूम

गंगा किनारे घाटों पर निगरानी रखने के लिए दो बड़े कंट्रोल रूम बनाये गये हैं. एक जेपी सेतू गोलंबर पर और दूसरा लॉ कॉलेज घाट पर बनाया गया है. इसके अलावा सभी घाटों पर छोटे-छोटे कंट्रोल रूम बनाये गये हैं. किसी भी प्रकार की समस्या होने पर छठव्रती उन कंट्रोल रूम में तैनात पदाधिकारियों को जानकारी दे सकते हैं. साथ ही सभी घाटों पर वॉच टावर बना दिया गया है.

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