Patna Airport: पटना एयरपोर्ट की कब हुई थी स्थापना, क्यों जरूरत पड़ी नए टर्मिनल भवन की ? जानिए सब कुछ
Patna Airport: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आज पटनावासियों को बड़ी सौगात देंगे. पीएम मोदी पटना एयरपोर्ट के नए टर्मिनल भवन का उद्घाटन करेंगे. बता दें कि, पटना स्थित हवाई अड्डे की स्थापना 1973 में हुई थी और इसे 2008 में अंतरराष्ट्रीय दर्जा प्राप्त हुआ.
Patna Airport: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पटना पहुंच चुके हैं. अभी से कुछ ही देर के बाद पीएम नरेंद्र मोदी का शानदार रोड शो होगा. इसके बाद वे पटनावासियों को बड़ी सौगात देंगे. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पटना एयरपोर्ट के नए टर्मिनल भवन का उद्घाटन करेंगे. इधर, पीएम मोदी के रोड शो को लेकर राजधानी पटना को दुल्हन की तरह सजा दिया गया है. ऐसे में हम बात करें पटना एयरपोर्ट की तो, पटना स्थित जयप्रकाश नारायण अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डा बिहार का प्रमुख और भारत का 20वां सबसे व्यस्त हवाई अड्डा है, जिसका नाम स्वतंत्रता सेनानी जयप्रकाश नारायण के नाम पर रखा गया है. यह हवाई अड्डा राज्य की राजधानी पटना को देश के विभिन्न हिस्सों से जोड़ता है और बिहार की हवाई यात्रा का मुख्य केंद्र है.
पटना एयरपोर्ट का इतिहास और विकास
पटना स्थित हवाई अड्डे की स्थापना 1973 में हुई थी और इसे 2008 में अंतरराष्ट्रीय दर्जा प्राप्त हुआ. 1999 तक पटना हवाई अड्डे से केवल काठमांडू (नेपाल) के लिए उड़ानें थीं. हालांकि, सीमित रनवे और बुनियादी ढांचे के कारण यह बड़े विमानों की लैंडिंग में सक्षम नहीं था. बढ़ती यात्री संख्या और हवाई यात्रा की मांग को देखते हुए, अक्टूबर 2018 में नए टर्मिनल भवन के निर्माण की योजना शुरू की गई. इस परियोजना का उद्देश्य हवाई अड्डे की क्षमता और सुविधाओं को आधुनिक बनाना था.
नया टर्मिनल भवन का हुआ निर्माण
आज प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी नए टर्मिनल भवन का उद्घाटन करेंगे. 1,200 करोड़ रुपये की लागत से बने इस टर्मिनल का क्षेत्रफल 65,155 वर्ग मीटर है और यह एक साथ 4,500 यात्रियों को संभालने में सक्षम है, जिससे हवाई अड्डे की वार्षिक यात्री क्षमता 25 लाख से बढ़कर एक करोड़ हो गई है.
इस टर्मिनल में 64 चेक-इन काउंटर, 13 बोर्डिंग गेट, 5 कन्वेयर बेल्ट और अत्याधुनिक सुरक्षा प्रणालियां हैं. इसके अलावा 5 एयरोब्रिज और 11 विमान पार्किंग स्टैंड हैं, जो विमान संचालन को सुगम बनाते हैं. एयरपोर्ट के अन्दर दीवारों पर छठ पूजा की कलाकृतियों और 3D पेंटिंग के जरिये बिहार की सांस्कृतिक विरासत को दर्शाया गया है.
जयप्रकाश नारायण अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे का नया टर्मिनल बिहार की हवाई यात्रा को नई ऊंचाइयों पर ले जाएगा. आधुनिक सुविधाओं और सांस्कृतिक विरासत के समावेश के साथ यह टर्मिनल राज्य के आर्थिक, पर्यटन और सामाजिक विकास में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगा.
(सुमेधा श्री की रिपोर्ट)
