Bihar News: बिहार के इस रेलवे स्टेशन पर मिलेंगी वर्ल्ड क्लास सुविधाएं, 243.96 करोड़ की लागत से बदलेगी तस्वीर
Bihar News: गया जंक्शन का रूपांतरण तेजी से आगे बढ़ रहा है. 243 करोड़ की परियोजना के तहत स्टेशन को आधुनिक, सुरक्षित और विश्वस्तरीय सुविधाओं से लैस किया जा रहा है. जून 2026 तक इसका कायाकल्प पूरा होने की उम्मीद है.
Bihar News: बिहार का गया जंक्शन, जो धार्मिक, सांस्कृतिक और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर अपनी अलग पहचान रखता है, अब पूरी तरह बदले हुए रूप में सामने आने जा रहा है. 243.96 करोड़ रुपये की लागत से हो रहा स्टेशन का Redevelopment पीएम मोदी के विकसित भारत के विजन का अहम हिस्सा है. निर्माण कार्य तेजी से आगे बढ़ रहा है और जून 2026 तक स्टेशन को विश्वस्तरीय सुविधाओं से लैस करने का लक्ष्य तय किया गया है.
यह परियोजना सिर्फ स्टेशन को सुंदर बनाने तक सीमित नहीं है, बल्कि इसे स्मार्ट, सुरक्षित और हाई-टेक ट्रांजिट हब के रूप में विकसित किया जा रहा है. रेलवे निर्माण विभाग के एईएन सुधीर शर्मा के अनुसार, काम पूरा होने के बाद स्टेशन की संचालन क्षमता में बड़ी वृद्धि होगी और यहां आने वाले यात्रियों की संख्या भी दोगुनी होने की संभावना है.
नए टिकटिंग हॉल और चौड़े प्लेटफॉर्म
यात्रियों की सुविधा को प्राथमिकता देते हुए नया टिकटिंग हाल आधुनिक तकनीक से बनाया जा रहा है. यहां डिजिटल टिकटिंग, क्यू-मैनेजमेंट सिस्टम और पर्याप्त बैठने की व्यवस्था होगी, जिससे भीड़ नियंत्रण आसान होगा. प्लेटफॉर्म को लंबा और चौड़ा किया जा रहा है ताकि लंबी दूरी की और अधिक कोच वाली ट्रेनों का ठहराव बिना भीड़भाड़ के हो सके.
स्टेशन के सर्कुलेटिंग एरिया का पूरा लेआउट बदला जा रहा है. पार्किंग, ड्रॉप-एंड-गो लेन, ई-रिक्शा स्टैंड, पैदल यात्रियों के लिए अलग कॉरिडोर और सुगम एंट्री-एग्जिट तैयार हो रहे हैं. दिव्यांगजनों के लिए लिफ्ट, रैंप और ब्रेल संकेतक लगाए जा रहे हैं.
एयरपोर्ट जैसी हाई-टेक सुरक्षा व्यवस्था
गया जंक्शन की सुरक्षा को एयरपोर्ट स्तर का बनाने के लिए 360-डिग्री हाई-रिज़ॉल्यूशन कैमरे, अत्याधुनिक बैगेज स्कैनर, फायर-सेफ्टी नेटवर्क और सेंट्रलाइज्ड कंट्रोल रूम स्थापित किया जा रहा है. हर प्लेटफॉर्म और एंट्री पॉइंट पर स्मार्ट सर्विलांस सिस्टम रहेगा, जिससे किसी भी संदिग्ध गतिविधि पर तुरंत कार्रवाई होगी.
स्टेशन में झलकेगी गया की सांस्कृतिक पहचान
गया जंक्शन को स्थानीय सांस्कृतिक धरोहर से जोड़ने पर विशेष ध्यान दिया जा रहा है. स्टेशन की दीवारों, गैलरियों और waiting areas में बोधगया, महाबोधि मंदिर, विष्णुपद मंदिर, फल्गु नदी तट और प्राचीन मठों से जुड़े आर्टवर्क लगाए जा रहे हैं. इससे स्टेशन पर्यटकों के लिए एक मिनी-गयाजी की तरह दिखेगा.
स्थानीय अर्थव्यवस्था को बड़ी BOOST
विश्वस्तरीय स्टेशन बनने से पर्यटन को नया आयाम मिलेगा. होटल, टैक्सी सेवा, फूड स्टॉल, स्थानीय हस्तशिल्प और बाजारों में रौनक बढ़ेगी. परियोजना से रोजगार के नए अवसर पैदा होंगे और गया की अंतरराष्ट्रीय पहचान और मजबूत होगी.
