बिहार में बनेगा पोषक तत्वों से भरपूर फोर्टिफाइड चावल, सरकार द्वारा खरीदे गए धान से होगा उत्पादन

फोर्टिफाइड राइस का मतलब पोषणयुक्त चावल है. इसमें आयरन, फॉलिक एसिड, विटामिन ए व विटामिन बी 12 जैसे पोषक तत्व पर्याप्त मात्रा में होते हैं. पोषक तत्वों की भरपूर मात्रा की वजह से फोर्टिफाइड राइस की न्यूट्रीशनल वैल्यू काफी ज्यादा होती है.

By Prabhat Khabar Digital Desk | December 8, 2022 1:06 AM

सीवान. कोरोना के कहर से सीख लेते हुए सरकार ने लोगों की इम्युनिटी पावर बढ़ाने और कुपोषण की समस्या को दूर करने लिए फोर्टिफाइड चावल के इस्तेमाल को बढ़ावा देने की रणनीति तैयार की है. इसके लिए इस बार जिले में सहकारी समितियों के माध्यम से किसानों से समर्थन मूल्य पर खरीदे जा रहे धान से सिर्फ फोर्टिफाइड अरवा चावल तैयार किये जाने की योजना है. इसे अमली जामा पहनाने की तैयारी अभी से ही शुरू कर दी गयी है. प्रशासन स्तर से इसको लेकर वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग में जिला सहकारिता पदाधिकारी निकेश कुमार को निर्देश प्राप्त हो गया है.

39 मिलरों द्वारा मिलों का पंजीकरण कराया गया

निर्देश में कहा गया है कि बिहार राज्य खाद्य निगम द्वारा फोर्टिफाइड चावल ही मिलरों से लिया जायेगा. इसके लिए मिलों में ब्लेडिंग यूनिट का अधिष्ठापन कराना अनिवार्य होगा, ताकि फोर्टिफाइड चावल तैयार हो सके. इसी माह से सामान्य कस्टम मिल्ड राइस यानी सीएमआर के स्थान पर फोर्टिफाइड चावल (एफआरपी) लिया जा सके. किसी भी हालत में सीएमआर चावल एसएफसी द्वारा प्राप्त नहीं किया जायेगा. अभी जिले में कुछ ही मिलों में ब्लेडिंग यूनिट का अधिष्ठापन किया गया है. इस बार अधिप्राप्ति वर्ष 2022-23 में 39 मिलरों द्वारा मिलों का पंजीकरण कराया गया है. इसके बाद विभाग ने सभी पंजीकृत मिलों का भौतिक सत्यापन भी करा दिया है.

फोर्टिफाइड राइस सेहत के लिए काफी लाभदायक है 

बताते चलें कि ब्लेडिंग यूनिट लगने के बाद सभी मिल में फोर्टिफाइड राइस की कुटाई शुरू हो जायेगी. यह चावल सेहत के लिए काफी लाभदायक है. इसे भोजन के रूप में सेवन करने से कुपोषण पर वार होगा. यह चावल भूख मिटाने के साथ दवा की तरह भी काम कर सकता है. फोर्टिफाइड राइस में आइडोजाइड नमक की तर्ज पर सूक्ष्म पोषक तत्व की मात्रा को कृत्रिम तरीके से बढ़ाया जाता है.

क्या है फोर्टिफाइड राइस

विगत वर्ष स्वतंत्रता दिवस पर प्रधानमंत्री ने गरीबों को फोर्टिफाइड चावल देने की घोषणा की थी. फोर्टिफाइड राइस का मतलब पोषणयुक्त चावल है. इसमें आयरन, फॉलिक एसिड, विटामिन ए व विटामिन बी 12 जैसे पोषक तत्व पर्याप्त मात्रा में होते हैं. पोषक तत्वों की भरपूर मात्रा की वजह से फोर्टिफाइड राइस की न्यूट्रीशनल वैल्यू काफी ज्यादा होती है. डॉ रामेश्वर कुमार ने बताया कि इस चावल का सेवन करने वाले व्यक्ति में कुपोषण की संभावना न के बराबर होगी. मालूम हो कि फोर्टिफाइड चावल में जरूरी सूक्ष्म पोषक तत्व, विटामिन और खनिज की मात्रा को कृत्रिम तरीके से बढ़ाया जाता है, जिस तरह साधारण समुद्री नमक में आयोडीन मिलाकर उसे आयोडाइज्ड बनाया जाता है. चावल को फोर्टिफाइड बनाना भी इसी तरह की एक प्रक्रिया है. इस प्रक्रिया में चावल की पोषण गुणवत्ता में सुधार लाया जाता है. चावल का फोर्टिफिकेशन, चावल में आवश्यक सूक्ष्म पोषक तत्वों की मात्रा बढ़ाने और चावल की पोषण गुणवत्ता में सुधार करने का बेहतरीन तरीका है.

67 फीसदी चावल मिलरों को उपलब्ध कराना है

सहकारी समितियों की ओर से खरीद किये गये धान से चावल तैयार करने के लिए निबंधित मिलरों को धान उपलब्ध कराया जाना है. मिलरों को उपलब्ध कराये जाने वाले धान का 67 फीसदी चावल राज्य खाद्य निगम को मुहैया कराना होगा. इस बार यहां धान खरीद के तय लक्ष्य 73 हजार 771 एमटी धान से 49 हजार 426 एमटी फोर्टिफाइड चावल तैयार करने का लक्ष्य तय किया गया है. बताते चलें कि पूरे जिले में 271 समितियों को धान खरीदारी के लिए चयन किया गया है. 3418 किसानों से 25521 एमटी धान की खरीदारी पूरी कर ली गई है. धान बेचने के लिए 23758 किसानों ने रजिस्ट्रेशन कराया है. इसमें रैयत किसानों की संख्या 11632 और गैर रैयत किसानों की संख्या 12126 है. सरकार ने 15 फरवरी तक धान खरीदारी की समय सीमा निर्धारित की है.

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क्या कहते हैं अधिकारी

सीवान जिला सहकारिता पदाधिकारी निकेश कुमार ने बताया कि सरकार के निर्देश के मुताबिक इस बार किसानों से समर्थन मूल्य पर खरीद किये जा रहे धान से फोर्टिफाइड चावल तैयार किया जायेगा. इस संबंध में वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग में निर्देश प्राप्त हुआ है. इसके लिए सभी मिलों में ब्लेंडिंग यूनिट लगाना अनिवार्य होगा.

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