बिहार सरकार ने रोजगार के लिए 150 दिन में बांटा 150 करोड़ से अधिक का ऋण, जानिए आप कैसे ले सकते हैं इसका लाभ

मुख्यमंत्री अल्पसंख्यक रोजगार ऋण योजना के लिए लाभुकों का चयन जिला स्तर पर डीडीसी की अध्यक्षता में गठित चयन समिति करती है. इसके लिए आवेदन संबंधित जिला अल्पसंख्यक कल्याण कार्यालय में लिये जाते हैं.

By Prabhat Khabar | May 22, 2023 4:03 AM

पटना. अल्पसंख्यक कल्याण विभाग के तहत आने वाले बिहार राज्य अल्पसंख्यक वित्तीय निगम ने 2022-23 में ऋण वितरण का रिकॉर्ड बनाया है. मुख्यमंत्री अल्पसंख्यक रोजगार ऋण योजना के अंतर्गत निगम ने इस वर्ष अब तक के सर्वाधिक 6743 लाभुकों को 152.43 करोड़ रुपये का ऋण बांटा है. अक्तूबर 2022 से मार्च 2023 के बीच महज 150 दिनों में यह ऋण वितरण की कार्रवाई पूरी हुई. इस बीच एक महीना चुनाव के चलते वितरण रुका रहा. इससे पहले 2012-13 में योजना की शुरुआत होने के बाद 2021-22 में सर्वाधिक 3772 लाभुकों को 84.52 करोड़ रुपये का ऋण दिया जा सका था.

पूर्णिया, तिरहुत और दरभंगा प्रमंडल में सबसे अधिक बंटी राशि

योजना के तहत अल्पसंख्यक वर्ग के बेरोजगार युवक-युवतियों को स्वरोजगार के लिए अधिकतम पांच लाख रुपये तक का ऋण मुहैया कराया जाता है. ऋण वितरण में पूर्णिया प्रमंडल सबसे अव्वल रहा. इस प्रमंडल में आने वाले चार जिलों किशनगंज, कटिहार, अररिया और पूर्णिया में 2027 लाभुकों के बीच करीब 45 करोड़ रुपये का ऋण वितरण हुआ. इसके बाद तिरहुत प्रमंडल के छह जिलों मुजफ्फरपुर, सीतामढ़ी, पश्चिम चंपारण, पूर्वी चंपारण, शिवहर और वैशाली के छह जिलों में 1166 लाभुकों को करीब 29 करोड़ रुपये ऋण के रूप में मिले. इसके साथ ही दरभंगा प्रमंडल में 660 लाभुकों में 18 करोड़ रुपये से अधिक का ऋण बांटा गया. प्रखंड स्तर पर अल्पसंख्यक आबादी के हिसाब से लाभुकों का चयन किया गया.

डीडीसी की अध्यक्षता में गठित चयन समित ने की अनुशंसा

प्रावधान के मुताबिक मुख्यमंत्री अल्पसंख्यक रोजगार ऋण योजना के लिए लाभुकों का चयन जिला स्तर पर डीडीसी की अध्यक्षता में गठित चयन समिति करती है. इसके लिए आवेदन संबंधित जिला अल्पसंख्यक कल्याण कार्यालय में लिये जाते हैं. जिला स्तरीय चयन समिति की अनुशंसा पर निगम द्वारा आवश्यक जांच पड़ताल करने के बाद पांच प्रतिशत साधारण वार्षिक ब्याज पर ऋण की राशि मुहैया करायी जाती है. छह महीने के मोरेटोरियम पीरियड के बाद लाभार्थियों को 20 समान त्रैमासिक किश्तों में मूलधन व ब्याज जमा कराना होता है.

बीते पांच वर्षों में ऋण वितरण रिकॉर्ड

  • वर्ष-लाभुकों की संख्या-वितरित राशि

  • 2022-23-6743-152.43 करोड़

  • 2021-22-3772-84.52 करोड़

  • 2020-21-2106-37.48 करोड़

  • 2019-20-2079-42.84 करोड़

  • 2018-19-1611-25.85 करोड़

सबसे अधिक ऋण बांटने वाले पांच जिले

  • जिला-लाभुक-राशि

  • कटिहार-500-13.73 करोड़

  • किशनगंज-465-10.95 करोड़

  • पूर्णिया-506-10.15 करोड़

  • अररिया-556-9.88 करोड़

  • दरभंगा-255-7.65 करोड़

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