Bihar Election 2025: बिहार का सबसे अमीर प्रत्याशी कौन? तेजस्वी–सम्राट भी पीछे, पटना मेयर के बेटे ने मारी बाजी

Bihar Election 2025: जब राजनीतिक मंच पर चर्चाओं में तेजस्वी यादव और सम्राट चौधरी जैसे दिग्गजों के नाम गूंज रहे हैं, तब चुनावी मैदान में ‘धनकुबेर’ प्रत्याशी कोई और निकला — एक ऐसा नाम जो सत्ता की सीढ़ियों पर तो नहीं, लेकिन संपत्ति के पायदान पर सबसे ऊपर खड़ा है.

By Pratyush Prashant | October 18, 2025 12:36 PM

Bihar Election 2025: बिहार विधानसभा चुनाव 2025 में पहले चरण के नामांकन के साथ ही उम्मीदवारों की संपत्ति और आपराधिक मामलों की जानकारी सामने आनी शुरू हो गई है. हलफनामों के जरिए अब यह स्पष्ट हो गया है कि इस बार का सबसे अमीर प्रत्याशी न तो पूर्व उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव हैं और न ही उपमुख्यमंत्री सम्राट चौधरी.

बिहार विधानसभा चुनाव 2025 में पहले चरण के नामांकन की प्रक्रिया अपने अंतिम चरण में पहुंच चुकी है. शुक्रवार को नामांकन की आखिरी तारीख थी, जबकि कल (18 अक्टूबर) को नामांकन पत्रों की जांच की जाएगी. इसी बीच प्रत्याशियों द्वारा निर्वाचन आयोग को सौंपे गए शपथपत्रों ने कई राजनीतिक हलचलें तेज कर दी हैं.

इन हलफनामों से न सिर्फ उम्मीदवारों की संपत्ति का ब्यौरा मिला है, बल्कि यह भी स्पष्ट हुआ है कि इस बार का चुनावी मैदान ‘धनकुबेरों’ से अछूता नहीं है. राजनीतिक गलियारों में जब चर्चा तेजस्वी यादव, तेज प्रताप यादव और सम्राट चौधरी जैसे नेताओं की संपत्ति को लेकर थी, तभी एक ऐसा नाम सामने आया जिसने सभी को हैरान कर दिया — शिशिर कुमार. पटना साहिब विधानसभा सीट से बीजेपी टिकट न मिलने पर मेयर के पुत्र शिशिर कुमार ने निर्दलीय उम्मीदवार के रूप में नामांकन दाखिल किया है.

शिशिर कुमार — सबसे अमीर प्रत्याशी

शिशिर कुमार, जो पटना की मेयर सीता साहू के बेटे हैं, के पास लगभग 23 करोड़ रुपये की संपत्ति है. यह आंकड़ा उन्हें इस चुनाव में सबसे अमीर प्रत्याशी बनाता है. उनका नामांकन पत्र दाखिल होते ही राजनीतिक गलियारों में यह चर्चा का विषय बन गया कि तेजस्वी यादव और सम्राट चौधरी जैसे बड़े नेताओं की संपत्ति भी शिशिर के आगे फीकी पड़ गई है.

सम्राट चौधरी — 10 करोड़ की संपत्ति

तारापुर विधानसभा सीट से बीजेपी प्रत्याशी और उपमुख्यमंत्री सम्राट चौधरी ने अपने हलफनामे में लगभग 10 करोड़ रुपये की चल-अचल संपत्ति घोषित की है. इसमें 99.32 लाख रुपये की चल संपत्ति और 8.28 करोड़ रुपये की अचल संपत्ति शामिल है. राजनीतिक रूप से वह राज्य के सबसे ताकतवर नेताओं में से एक माने जाते हैं, लेकिन संपत्ति के मामले में वे शीर्ष पायदान पर नहीं हैं.

तेज प्रताप यादव — मामूली वृद्धि

लालू प्रसाद यादव के बड़े बेटे और जनशक्ति जनता दल के संस्थापक तेज प्रताप यादव के पास कुल 2.88 करोड़ रुपये की संपत्ति है. पांच साल पहले यानी 2020 में उन्होंने 2.82 करोड़ रुपये की संपत्ति घोषित की थी. दिलचस्प बात यह है कि उनकी चल संपत्ति 2020 में 1.22 करोड़ रुपये थी, जो इस बार घटकर 91.65 लाख रुपये रह गई है. वहीं उनकी अचल संपत्ति 1.96 करोड़ रुपये आंकी गई है.

तेजस्वी यादव — 8.1 करोड़ की संपत्ति

आरजेडी नेता और पूर्व उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव, जो राघोपुर से चुनाव मैदान में हैं, ने अपने हलफनामे में 8.1 करोड़ रुपये की चल-अचल संपत्ति का ब्योरा दिया है. इसमें उनकी पत्नी राजश्री यादव की संपत्ति भी शामिल है.

तेजस्वी के पास 6.12 करोड़ रुपये की चल संपत्ति और 1.88 करोड़ रुपये की अचल संपत्ति है. राजश्री के पास 59.69 लाख रुपये की अचल संपत्ति और लगभग 1 लाख रुपये नकद हैं. तेजस्वी के पास नकद 1.5 लाख रुपये हैं.

तेजस्वी यादव के राजनीतिक कद और सक्रियता को देखते हुए कई लोगों को उम्मीद थी कि वे सबसे अमीर प्रत्याशियों में शामिल होंगे, लेकिन आंकड़ों ने एक अलग ही तस्वीर पेश की है.

हर चुनाव में गूंजता सवाल — कौन है सबसे अमीर प्रत्याशी?

बिहार में चुनावों के दौरान उम्मीदवारों की संपत्ति का मसला हमेशा चर्चा में रहता है. शिशिर कुमार राजनीतिक तौर पर भले ही उनका चेहरा नया हो, लेकिन आर्थिक ताकत के मामले में उन्होंने सभी को पीछे छोड़ दिया है.

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