Bihar Election 2025: छठ के फौरन बाद लौटनेवाले प्रवासियों ने बदला प्लान, अब वोट डालकर जायेंगे विदेश

Bihar Election 2025: इस बार सिर्फ घाट नहीं, एयरपोर्ट भी बिहारी आस्था और जिम्मेदारी से गुलजार है. छठ की अर्घ्य में जहां भगवान सूर्य को प्रणाम किया गया, वही अब इसके कुछ दिन बाद ही लोकतंत्र के इस उत्सव में ‘वोट की चोट’ मारकर ये लोग फिर लौटेंगे अपनी कर्मभूमि की ओर.

By Ashish Jha | October 31, 2025 8:07 AM

Bihar Election 2025: पटना. आनंद तिवारी. भले ही रोटी-रोजी की तलाश में उन्हें अपनी मिट्टी से हजारों मील दूर जाना पड़ा हो, लेकिन दिल में वतन की मिट्टी की महक आज भी जस की तस है. बात बिहार विधानसभा चुनाव की हो तो ये ‘प्रवासी बिहारी वोटर’ सात समंदर पार से भी लौटने को तैयार है. छठ पूजा के बाद अब वे वोटिंग का फर्ज भी इस बार निभायेंगे. गल्फ कंट्री से लेकर लंदन, बैकॉक और रशिया तक में रहने वाले सैकड़ों लोग इस हफ्ते पटना लौट आये है, ताकि छह नवंबर को अपने क्षेत्र के प्रत्याशी को चुनकर वापस विदेश लौट सके.

अफ्रीका और अमेरिका से भी पहुंचे बिहारी वोटर

पटना जिले की 14 विधानसभा सीटों पर छह नवंबर को वोटिंग है. इस बार वोटिंग लिस्ट में दर्ज कई ऐसे नाम हैं, जो वर्षों से विदेशों में नौकरी करते हैं, लेकिन चुनाव को लेकर उत्साहित हैं. पीएमसीएच के एक वरिष्ठ डॉक्टर के बेटे सतीश सिंह गल्फ कंट्री मे काम करते है. वे बताते है कि दिल तो पटना मे ही बसता है, इसलिए हर बार वोट डालने की कोशिश करता हूं. छठ और मतदान दोनों हमारे लिए पर्ज है. अफ्रीका के बेनिन में कंपनी मैनेजर के रूप में काम करने वाले बोरिंग रोड निवासी डॉ. अभिषेक श्रीवास्तव भी इस बार बांकीपुर में वोट डालेंगे. वे कहते है-‘छठ के साथ मतदान का संयोग मिला है, इसलिए यह यात्रा और भी खास बन गयी है.’

छठ पूजा के साथ वोटिंग का संयोग

आशियाना मोड़ के रणविजय चंद का परिवार बैकॉक में रहता है. बेटे-बहू समेत पांच लोग इस बार छठ और मतदान के लिए पटना पहुंचे है. बहू स्वाति कहती है कि पहली बार मौका मिला है कि छठ पूजा और मतदान साथ हो रहा है, इसलिए इसे मिस नहीं करना चाहती. मोकामा के ब्रहपुण गांव के डॉ. विनय कुमार और उनकी रूसी पत्नी नतालिया भी इस बार बिहार के लोकतंत्र के इस पर्व में शामिल होगी. वही कुम्हरार विधानसभा क्षेत्र के कंकड़बाग निवासी अमन वर्मा के बेटे ऋषभ, जो लंदन में नौकरी करते हैं, परिवार सहित मतदान के बाद छह नवंबर की शाम ही लंदन लौट जायेंगे.

नवंबर में सबसे ज्यादा वापसी

किदवईपुरी स्थित ट्रेवल एजेंट रजनीश कुमार ठाकुर के अनुसार, पिछले एक महीने में फ्लाइट बुकिंग में भारी बढ़ोतरी हुई है. उन्होंने बताया कि छठ और मतदान की वजह से गल्फ, लंदन और अमेरिका से आने वाली फ्लाइट्स फुल है. लोग सितंबर की तुलना में अक्टूबर में अधिक आये और अब नवंबर में वापसी की बुकिंग सबसे ज्यादा हो रही है. यानी इस बार सिर्फ घाट नहीं, एयरपोर्ट भी बिहारी आस्था और जिम्मेदारी से गुलजार है. छठ की अर्घ्य में जहां भगवान सूर्य को प्रणाम किया गया, वही अब इसके कुछ दिन बाद ही लोकतंत्र के इस उत्सव में ‘वोट की चोट’ मारकर ये लोग फिर लौटेंगे अपनी कर्मभूमि की ओर.

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