बिहार के सभी मेडिकल कॉलेज अस्पतालों में होगी ब्रेन डेथ कमिटी का गठन : सुशील मोदी

बिहार के उपमुख्यमंत्री एवं भाजपा के वरिष्ठ नेता सुशील कुमार मोदी ने दुर्घटना के शिकार ब्रेन डेथ घोषित मुजफ्फरपुर के 17 वर्षीय रोहित के अंगों से पांच लोगों को नयी जिंदगी देने के निर्णय के लिए उसके परिजनों व आईजीआईएमएस के डाॅक्टरों की टीम को धन्यवाद दिया है. उपमुख्यमंत्री सुशील मोदी ने कहा कि दघीचि देहदान समिति रोहित के परिवार को एक लाख रुपये की राशि प्रदान कर सम्मानित करेगी.

By Samir Kumar | March 19, 2020 8:39 PM

पटना : बिहार के उपमुख्यमंत्री एवं भाजपा के वरिष्ठ नेता सुशील कुमार मोदी ने दुर्घटना के शिकार ब्रेन डेथ घोषित मुजफ्फरपुर के 17 वर्षीय रोहित के अंगों से पांच लोगों को नयी जिंदगी देने के निर्णय के लिए उसके परिजनों व आईजीआईएमएस के डॉक्टरों की टीम को धन्यवाद दिया है. उपमुख्यमंत्री सुशील मोदी ने कहा कि दघीचि देहदान समिति रोहित के परिवार को एक लाख रुपये की राशि प्रदान कर सम्मानित करेगी.

डिप्टी सीएम सुशील मोदी ने कहा कि बिहार राज्य के सभी मेडिकल कॉलेज अस्पतालों में शीघ्र चिकित्सकों को प्रशिक्षित कर ब्रेन डेथ कमिटी गठित की जायेगी, ताकि दुर्घटना के शिकार लोगों को ब्रेन डेथ घोषित करने की औपचारिकता पूरी कर अंगदान की प्रक्रिया में विलंब न हो सके.

सुशील मोदी ने स्वास्थ्य विभाग के प्रधान सचिव को कहा कि भागलपुर और गया जहां आई बैंक का निर्माण पूरा हो गया है तथा अन्य मेडिकल काॅलेजों में भी शीघ्र निर्माण कार्य को पूरा करा कर आई बैंक को कार्यरत किया जाये. इसके लिए पद सृजित कर चिकित्सक, मोटिवेटर/प्रेरक और अन्य कर्मियों की शीघ्र नियुक्ति की जाये. पटना के आईजीआईएमएस स्थित आई बैंक में अब तक 513 और पीएमसीएच में 54 क्रोनिया दान में प्राप्त हो चुके हैं जिसे प्रत्यारोपित कर सैकड़ों लोगों को नयी रोशनी मिली है.

उपमुख्यमंत्री ने कहा कि सभी सामाजिक संगठनों से अंगदान के लिए लोगों को प्रेरित करने की अपील करते हुए कहा कि 2019 में राज्य में 7,155 लोगों की दुर्घटना में आकस्मिक मौत हुई. सितंबर, 2018 के बाद दूसरा अंगदान संभव हो पाया है. अगर जागरूकता होती तो अंगदान के जरिये अन्य सैकड़ों लोगों को नयी जिंदगी दी जा सकती थी. इसी अवधि में महाराष्ट्र में 153, तेलंगना में 117 और तमिलनाडु में 93 ब्रेन डेथ घोषित मरीजों के अंगदान किये जा सके. बिहार में अधिक से अधिक अंगदान के लिए दधीचि देहदान समिति जागरूकता अभियान चलाती रहेगी.

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