Aaj Bihar Ka Mausam: मोन्था तूफान के चलते 26 जिलों में बारिश की चेतावनी,7 जिलों में हेवी रेन का अलर्ट,2 नवंबर के बाद बदलेगा मौसम

Aaj Bihar Ka Mausam: बिहार इस वक्त ‘मोन्था’ तूफान की ठंडी मार झेल रहा है. शुक्रवार को सुबह से ही आसमान में काले बादल और रुक-रुककर होती बारिश ने मौसम को नवंबर की शुरुआत में ही दिसंबर जैसा बना दिया. मौसम विभाग ने चेताया है“अभी और बरसेगा बिहार.”

By Pratyush Prashant | November 1, 2025 7:29 AM

Aaj Bihar Ka Mausam: बंगाल की खाड़ी में उठे चक्रवात ‘मोन्था’ का असर अब पूरे बिहार में दिखने लगा है. शुक्रवार को राज्य के 26 जिलों में बारिश की चेतावनी जारी की गई, जिनमें सात जिलों के लिए ऑरेंज अलर्ट और उन्नीस जिलों के लिए यलो अलर्ट घोषित किया गया है.
40 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से हवा बहने और बिजली गिरने की संभावना के बीच, राजधानी पटना समेत कई जिलों में सुबह से ही बादलों ने सूरज को ढक लिया. तीन दिनों से लगातार हो रही बारिश ने शहरों को भीगी ठंड में लपेट लिया है.

‘मोन्था’ का असर: सीमांचल से लेकर मगध तक बारिश की दस्तक

IMD पटना के अनुसार, चक्रवात ‘मोन्था’ बंगाल की खाड़ी से आगे बढ़ते हुए अब उत्तर और पूर्वी बिहार के ऊपर सक्रिय है. सीमांचल के किशनगंज, कटिहार, पूर्णिया और अररिया में भारी बारिश की संभावना जताई गई है, जबकि उत्तर बिहार के दरभंगा, मधुबनी और सीतामढ़ी जिलों में भी तेज हवा और गरज-चमक के साथ वर्षा होने की संभावना है.

पटना, छपरा, मुंगेर, भागलपुर… हर ओर भीगी सड़कें और रुकी रैलियां

राजधानी पटना समेत बक्सर, दरभंगा, छपरा, मुजफ्फरपुर, सीवान, बेतिया, जहानाबाद, लखीसराय, मुंगेर, बांका और समस्तीपुर में गुरुवार देर रात से ही बारिश का सिलसिला जारी है.
छपरा में तो सड़कों पर दो से तीन फीट तक पानी भर गया, वहीं बक्सर में बारिश के कारण प्राइवेट स्कूलों को बंद करना पड़ा. मुंगेर जिले में धरहरा प्रखंड को जोड़ने वाली भलार-लालखां दशरथपुर मुख्य सड़क पर बनी पुलिया धंस गई, जिससे यातायात बाधित हो गया. राज्य में बिगड़े मौसम ने चुनावी माहौल को भी ठंडा कर दिया है.

चुनावी सभाओं पर बरसात का ब्रेक

खराब मौसम ने राज्य की राजनीतिक गतिविधियों पर भी प्रभाव डाला है. शुक्रवार को मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की दो सभाएं, उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव की तीन और लोजपा (रामविलास) प्रमुख चिराग पासवान की दो सभाएं रद्द करनी पड़ीं. खगड़िया, भोजपुर, औरंगाबाद और दरभंगा में भी कई वरिष्ठ नेताओं के कार्यक्रम स्थगित किए गए. भाजपा के नित्यानंद राय से लेकर कांग्रेस के इमरान प्रतापगढ़ी और जन अधिकार पार्टी के पप्पू यादव तक सबको अपने कार्यक्रम कैंसिल करने पड़े.

यह पहली बार नहीं जब मौसम ने चुनावी तैयारियों पर पानी डाला हो, लेकिन इस बार तूफान और बारिश की तीव्रता ने जनसभाओं की समय-सारिणी पूरी तरह बिगाड़ दी है.

बारिश ने हवा को दी राहत: पटना में AQI 50 पर पहुंचा

लगातार तीन दिनों की बारिश ने पटना की हवा को अप्रत्याशित रूप से स्वच्छ बना दिया है. शुक्रवार को शहर का एयर क्वालिटी इंडेक्स (AQI) 50 दर्ज किया गया, जो ‘अच्छी’ श्रेणी में आता है. वायु प्रदूषण विशेषज्ञ रविरंजन ने बताया कि बारिश ने हवा में मौजूद धूल और सूक्ष्म कणों को नीचे बैठा दिया है. “PM10 और PM2.5 कणों की मात्रा घटने से सांस लेने योग्य हवा साफ हुई है.”

दानापुर, सचिवालय, गांधी मैदान, वेटनरी कॉलेज और पटना सिटी इलाकों में AQI 50-60 के बीच दर्ज किया गया. भागलपुर, गया, बिहारशरीफ और मुजफ्फरपुर जैसे शहरों में भी हवा की गुणवत्ता में सुधार देखा गया.

ठंड का पहला एहसास: 7 डिग्री तक गिरे तापमान

मौसम विभाग के अनुसार, पिछले तीन दिनों में तापमान में करीब 7 डिग्री सेल्सियस की गिरावट आई है. शुक्रवार को अधिकतम तापमान 23.6°C और न्यूनतम तापमान 22.4°C दर्ज किया गया. रुक-रुककर होने वाली बारिश और दो किलोमीटर प्रति घंटे की पश्चिमी हवा ने लोगों को नवंबर की शुरुआत में ही सर्दी का एहसास करा दिया. रात के समय तापमान में और गिरावट आने की संभावना जताई गई है. मौसम विशेषज्ञों के मुताबिक शनिवार को भी आसमान में बादल छाए रहेंगे और रुक-रुककर बारिश होती रहेगी.

2 नवंबर से साफ होगा आसमान, बढ़ेगा पारा

मौसम विज्ञान केंद्र ने बताया कि 2 नवंबर से चक्रवात ‘मोन्था’ का असर खत्म होने की संभावना है. उस दिन से राज्य में आसमान साफ रहेगा और दिन में धूप खिलने लगेगी. इसके साथ ही तापमान में धीरे-धीरे बढ़ोतरी होगी.
2 नवंबर से अधिकतम तापमान 29 डिग्री तक पहुंचने की उम्मीद है. हालांकि सुबह और देर रात में हल्की ठंड बनी रहेगी, जिससे लोगों को ‘गुलाबी ठंड’ का एहसास होगा.

बारिश से नहाया बिहार, राहत भी—चुनौती भी

मोन्था तूफान ने जहां बिहार की मिट्टी को भिगो दिया है,एक ओर खेतों में नमी लौट आई है, हवा शुद्ध हो गई है, तो दूसरी ओर सड़कों पर जलजमाव और कार्यक्रमों की रद्दी ने मुश्किलें भी बढ़ाई हैं. उम्मीद है कि दो नवंबर की सुबह धूप के साथ बिहार फिर से अपनी सामान्य रफ्तार पकड़ लेगा.

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