Dengue in Bihar: पटना में डेंगू के अबतक 312 मामले, इस उम्र के लोग आ रहें चपेट में
Dengue in Bihar: पटना में डेंगू का खतरा लगातार बढ़ता जा रहा है. मंगलवार को जिले में 12 नये मरीज मिले, जिससे कुल संख्या बढ़कर 312 हो गयी है. स्वास्थ्य विभाग के अनुसार सबसे ज्यादा खतरे में स्कूली बच्चे हैं, क्योंकि कई स्कूलों में अब भी बारिश का पानी जमा है. प्रशासन ने कंकड़बाग, पटना सिटी, बोरिंग कैनाल रोड और दीघा समेत कई इलाकों को हॉटस्पॉट घोषित किया है.
Dengue in Bihar: जिले में डेंगू संक्रमण बढ़ता जा रहा है. मंगलवार को 12 नये मरीज मिलने के साथ कुल आंकड़ा 312 पर पहुंच गया. स्वास्थ्य विभाग के अनुसार इनमें आठ मरीजों की उम्र 14 से 34 वर्ष के बीच है. विशेषज्ञों का कहना है कि लगातार बारिश के कारण जगह-जगह पानी जमा होने से मच्छरों के पनपने की आशंका बढ़ गई है.
स्कूली बच्चों पर खास खतरा
जानकारों ने चेताया है कि सबसे अधिक जोखिम स्कूली बच्चों को है, क्योंकि कई सरकारी व निजी स्कूल परिसरों में अब तक पानी भरा हुआ है. ऐसे में सुबह की प्रार्थना, खेलकूद या कक्षाओं के बीच आवाजाही के दौरान मच्छरों के काटने की संभावना बढ़ जाती है.
ये इलाके बने हॉटस्पॉट
प्रशासन ने जिन क्षेत्रों में अतिरिक्त निगरानी और रोकथाम गतिविधियां बढ़ाने के निर्देश दिए हैं, उनमें कंकड़बाग (पोस्टल पार्क व योगीपुर), पटना सिटी, बोरिंग कैनाल रोड, जक्कनपुर, दीघा, गोला रोड, जगनपुरा, पाटलिपुत्र, फुलवारीशरीफ और दानापुर शामिल हैं. इन इलाकों में स्रोत-नियंत्रण, जागरूकता और फॉगिंग अभियान तेज किए जा रहे हैं.
इस उम्र के लोग ज्यादा हुए संक्रमित
डेंगू के नये मरीजों में ज्यादातर की उम्र 14 से 34 वर्ष के बीच है. स्वास्थ्य विशेषज्ञों का कहना है कि यह आयु वर्ग संक्रमण की चपेट में तेजी से आ रहा है. खासकर स्कूली और कॉलेज जाने वाले छात्र-छात्राएं ज्यादा प्रभावित हो रहे हैं, क्योंकि लगातार हो रही बारिश के कारण स्कूल-कॉलेज और आसपास के इलाकों में पानी जमा है, जिससे मच्छरों के पनपने का खतरा बढ़ गया है.
ऐसे लक्षण दिखे तो तुरंत जांच कराएं
सिविल सर्जन डॉ. अविनाश कुमार सिंह ने लोगों से सावधानी बरतने की अपील की है. उन्होंने कहा कि घरों और स्कूलों में कहीं भी पानी न ठहरने दिया जाए, कूलर/ड्रम/गमलों का पानी हर 3–4 दिन में बदला जाए, पूरी बांह के कपड़े पहने जाएं और मच्छररोधी क्रीम/नेट का उपयोग किया जाए. बुखार, बदन दर्द, आंखों के पीछे दर्द, चकत्ते जैसे लक्षण दिखें तो तुरंत जांच कराएं.
