कांग्रेस पर सुशील मोदी का वार, कहा- अपने वास्तविक नाम से चुनाव लड़ कर देख लें राहुल खान “गांधी”

पटना: बिहार के उपमुख्यमंत्री सुशील मोदी नेट्वीट कर कहा है कि जिस परिवार ने अपने पितामह फिरोज खान के वास्तविक उपनाम को मिटाकर "गांधी" सरनेम का इस्तेमाल किया और जनता की इमोशनल ब्लैकमेलिंग करते हुए देश पर राज किया, उसके किसी शख्स को किसी की कृपा से मिले नाम पर इतराना नहीं चाहिए. राहुल खान […]

By Prabhat Khabar Print Desk | December 14, 2019 5:38 PM

पटना: बिहार के उपमुख्यमंत्री सुशील मोदी नेट्वीट कर कहा है कि जिस परिवार ने अपने पितामह फिरोज खान के वास्तविक उपनाम को मिटाकर "गांधी" सरनेम का इस्तेमाल किया और जनता की इमोशनल ब्लैकमेलिंग करते हुए देश पर राज किया, उसके किसी शख्स को किसी की कृपा से मिले नाम पर इतराना नहीं चाहिए. राहुल खान गांधी को खुद पर यदि भरोसा है, तो वे अपने वास्तविक नाम से चुनाव लड़ कर देख लें. वैसे, अगर उनका नाम राहुल सावरकर होता तो वे जम्मू-कश्मीर में धारा 370 और नागरिकता संशोधन बिल पर इमरान खान की भाषा न बोलते.

सुशील मोदी ने आगे कहा कि लंदन की स्ट्रीट मौस्क में इंदिरा नेहरू से शादी के बाद गांधी जी प्रेरणा से जो फिरोज खान "गांधी" सरनेम का इस्तेमाल करने लगे, उनके संसदीय योगदान को उनके ही वंशजों ने इस निर्ममता से मिटाया कि एक विदेशी बर्टल फाक्स को किताब लिखनी पड़ी- फिरोज- द फारगौटेन गांधी. यदि राहुल ने अपने दादा को भुलाया न होता, तो वे सदन में आंख मारने और सेंट्रल हाॅल में राष्ट्रपति के अभिभाषण के समय स्मार्टफोन पर लगे रहने जैसी हरकत नहीं करते.

उपमुख्यमंत्री सुशील मोदी ने साथ ही कहा कि ईमानदार नेता और प्रखर सांसद फिरोज खान गांधी ने अपने ससुर जवाहर लाल नेहरू की सरकार के समय हुए घोटाले (मूंधरा कांड) को इतने प्रमाणिक तथ्यों के साथ उठाया कि तत्कालीन वित्त मंत्री टीटी कृष्णमाचारी को इस्तीफा देना पड़ा था. दूसरी तरफ उनके पोते राहुल गांधी हैं जो पारदर्शी राफेल विमान सौदे पर सुप्रीम कोर्ट की क्लीनचिट के बावजूद देश को गुमराह करते रहे.

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