पटना : शहरी और दियारा इलाके में होगा ड्रोन से सर्वे

जिन क्षेत्रों में एरियल फोटोग्राफी नहीं की गयी, अब वहां होगी पटना : राज्य में जिन शहरी क्षेत्रों में सर्वे के लिए एरियल फोटोग्राफी नहीं की गयी है, अब राजस्व व भूमि सुधार विभाग केंद्र के विज्ञान एवं प्रोद्योगिकी एवं पृथ्वी विज्ञान मंत्रालय के सहयोग से उन क्षेत्रों में ड्रोन के माध्यम से सर्वे करेगा. […]

By Prabhat Khabar Print Desk | October 16, 2019 9:13 AM
जिन क्षेत्रों में एरियल फोटोग्राफी नहीं की गयी, अब वहां होगी
पटना : राज्य में जिन शहरी क्षेत्रों में सर्वे के लिए एरियल फोटोग्राफी नहीं की गयी है, अब राजस्व व भूमि सुधार विभाग केंद्र के विज्ञान एवं प्रोद्योगिकी एवं पृथ्वी विज्ञान मंत्रालय के सहयोग से उन क्षेत्रों में ड्रोन के माध्यम से सर्वे करेगा.
इस ड्रोन की क्षमता काफी अधिक रहेगी. इसलिए इससे बना नक्शा काफी स्पष्ट होगा. राजस्व एवं भूमि सुधार विभाग के अपर मुख्य सचिव विवेक सिंह ने बताया कि भू-अभिलेख एवं परिमाप निदेशालय को इन संदर्भ में निर्देश दिया है. इसके लिए मुंगेर के सदर अंचल व नालंदा के बिहार शरीफ अंचल के शहरी इलाकों को पायलट प्रोजेक्ट के रूप में रखा जा सकता है. इससे बड़ी बात है कि सर्वे का काम नि:शुल्क रहेगा.
अभी भी कई क्षेत्रों में नहीं हुआ सर्वे
विभाग के अनुसार ग्रामीण क्षेत्रों में सर्वे के लिए हवाई फोटोग्राफी काफी पहले किया गया था. जिसको कागज पर नक्शा बनाने, खाता, खेसरा व रैयतदार के नाम को तैयार किया जा रहा है. वहीं अब तक बेगूसराय, समस्तीपुर, लखीसराय, मुंगेर, नालंदा, खगड़िया, गोपालगंज, बक्सर, मुजफ्फरपुर और पश्चिमी चंपारण में असर्वेक्षित भूमि है. सारण जिले के सोनपुर अनुमंडल व बिहारशरीफ का शहरी क्षेत्र 50 फीसदी से अधिक असर्वेक्षित है.
इसके अलावा पटना में एलसीटी घाट के पास 397.52 एकड़ जमीन, मुंगेर व गोपालगंज का दियारा क्षेत्र असर्वेक्षित पड़ा हुआ है. नये ड्रोन सर्वे में उन जगहों की फोटोग्राफी होगी.

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