पटना : गन्ना किसानों का शूगर मिलों पर 673 करोड़ रुपये का बकाया

राजदेव पांडेय पटना : राज्य के गन्ना किसानों का चीनी मिलों पर 673 करोड़ से अधिक बकाया है. यह राशि अप्रैल 2019 तक खरीद की गयी गन्ना की है. दर्जन भर चीनी मिलों ने प्रदेश के हजारों किसानों से 2408 करोड़ रुपये का गन्ना खरीदा था. इसकी एवज में मिल मालिकों ने अब तक किसानों […]

By Prabhat Khabar Print Desk | September 4, 2019 6:34 AM
राजदेव पांडेय
पटना : राज्य के गन्ना किसानों का चीनी मिलों पर 673 करोड़ से अधिक बकाया है. यह राशि अप्रैल 2019 तक खरीद की गयी गन्ना की है. दर्जन भर चीनी मिलों ने प्रदेश के हजारों किसानों से 2408 करोड़ रुपये का गन्ना खरीदा था. इसकी एवज में मिल मालिकों ने अब तक किसानों को केवल 1735 करोड़ रुपये का भुगतान किया है.
आधिकारिक जानकारी के मुताबिक किसानों की परेशानी और मिल मालिकों की खराब माली हालत को देखते हुए राज्य सरकार ने मिल मालिकों को आर्थिक अनुदान देने का निर्णय लिया है. ताकि वे किसानों का भुगतान कर सकें. अनुदान स्वरूप हाल ही में राज्य शूगर मिल संचालकों को अब तक सौ करोड़ से अधिक का अनुदान दे चुकी है.
प्रदेश के किसानों से कुल 12 सुगर मिलें गन्ना खरीदती है. इनमें 11 मिलें प्रदेश में संचालित हैं. एक मिल उत्तर प्रदेश के प्रतापपुर में है, लेकिन गन्ना वह बिहार के किसानों से खरीदती है. मिल को गन्ना खरीदी के चौदह दिनों के अंदर भुगतान कर देना चाहिए. हालांकि विभिन्न वजहों से गन्ना किसानों का पैसा रुका रहता है.
शुगर मिलों ने इस साल रोना रोया है कि उनकी माली हालत ठीक नहीं है, इसलिए भुगतान में देरी हुई है. इन परिस्थितियों में किसानों को पैसा दिलाने के लिए राज्य सरकार ने मिल मालिकों को 12.50 रुपये प्रति क्विंटल के हिसाब से विशेष अनुदान देने का निर्णय हाल ही में लिया है. इसके तहत वह मिल मालिकों को 102 करोड़ का बतौर अनुदान भंग कर चुकी है. बावजूद किसानों का 600 करोड़ से अधिक का भुगतान मिल मालिकों पर बाकी है.
मिल का नामबाकी (करोड़ में)
बगहा71.19
हरिनगर83.13
नरकटियागंज51.38
मंझौलिया70.07
सासामुसा37.56
गोपालगंज55.14
सिधवलिया29.68
रीगा116.98
हसनपुर18.53
लौरिया61.41
सुगौली68.23
प्रतापपुर (यूपी)9.1
नोट : खबर में प्रयुक्त सभी आंकड़े गन्ना उद्योग विभाग के हैं.

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