मोकामा : ट्रेन के बैटरी बॉक्स में शराब छुपा कर ला रहे तस्कर

हर रोज सहरी हॉल्ट के पास उतारी जाती हैं शराब की सैकड़ों बोतलें मोकामा : ट्रेन के बैटरी बॉक्स में शराब छुपाकर धड़ल्ले से तस्करी का खेल चल रहा है. मोकामा-बाढ़ रेलखंड पर झारखंड से शराब की खेप लाने वाले कई गिरोह सक्रिय हैं. सूत्रों की मानें तो हर रोज सहरी हॉल्ट के पास अंग्रेजी […]

By Prabhat Khabar Print Desk | March 18, 2019 9:38 AM

हर रोज सहरी हॉल्ट के पास उतारी जाती हैं शराब की सैकड़ों बोतलें

मोकामा : ट्रेन के बैटरी बॉक्स में शराब छुपाकर धड़ल्ले से तस्करी का खेल चल रहा है. मोकामा-बाढ़ रेलखंड पर झारखंड से शराब की खेप लाने वाले कई गिरोह सक्रिय हैं. सूत्रों की मानें तो हर रोज सहरी हॉल्ट के पास अंग्रेजी शराब की सैकड़ों बोतलें उतारी जाती हैं. तस्कर सुनसान जगह पर ट्रेन को वैक्यूम कर शराब की खेप उतारते हैं.

बाढ़ के पास सिकंदरपुर, पंडारक के पास सुल्तानपुर बागी टोला व मोर स्टेशन का पश्चिमी छोर शराब तस्करों का गढ़ माना जाता है. वहीं, रेल पुलिस को इसकी भनक तक नहीं है. इस क्रम में शराब की कई खेप जब्त भी की जा चुकी है. रेल डीएसपी भगवान प्रसाद गुप्ता ने कहा कि शराब तस्करी रोकने के लिए टीम गठित की गयी है. मोकामा जीआरपी इंसपेक्टर ने सहरी हॉल्ट के पास शराब उतारे जाने की घटना की जांच की.

ट्रेन से बियर व शराब जब्त

बिहटा. होली पर चलाये जा रहे छापेमारी अभियान के तहत दानापुर रेल मंडल के बिहटा रेलवे स्टेशन पर जीआरपी ने 12392 डाउन श्रमजीवी एक्सप्रेस की सामान्य बोगी से बियर व व्हिस्की का ट्रेटा पैक बरामद किया है. जीआरपी प्रभारी सूर्य दयाल सिंह ने बताया कि रविवार को ट्रेन के जेनरल कोच में काले रंग का लावारिस बैग बरामद किया गया. जांच में उसमें 10 केन बियर, 8 पीएम का 33 ट्रेटा पैक की बोतल मिले.

ट्रेन से शराब उतारते वीडियो हुआ वायरल, हड़कंप

शराब तस्करी का वीडियो वायरल होने पर पुलिस महकमें में हड़कंप मचा है.

तस्करों ने पिछले दिनों सहरी हॉल्ट के पास ट्रेन को वैक्यूम कर रोक लिया. वहीं, जनरल बोगियों के बैटरी बॉक्स में छुपायी शराब को निकालकर इकट्ठा किया व आराम से चलते बने. इस बीच ट्रेन में सवार यात्री तमाशाबीन बने रहे. यात्री तस्करों का विरोध करने की हिम्मत नहीं जुटा पाये. विरोध करने पर कई बार पत्थरबाजी की घटना घट चुकी है. ग्रामीणों का कहना है कि शराब उतराने के लिए कोलकाता-पटना एक्सप्रेस व अन्य सुबह की ट्रेनें रोकी जाती हैं. तस्करों ने पुलिस की सक्रियता को लेकर तस्करी का तरीका बदल लिया है.

ट्रेन की बोगी के नीचे बैटरी बॉक्स व टूल बॉक्स में छिपाकर शराब ढोयी जा रही है. इस गोरखधंधे में रेलकर्मियों की मिलीभगत से इनकार नहीं किया जा सकता. रेल सूत्रों का कहना है कि झाझा, किऊल आदि प्रमुख स्टेशनों पर ट्रेनों की तकनीकी जांच की जाती है. इसके बावजूद बोगी के नीचे के हिस्से में छिपायी गयी शराब पर नजर नहीं पड़ती.

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