एनडीए में सीट शेयरिंग के अंतिम फैसले के पहले दिल्ली जायेंगे नीतीश कुमार, त्यागी ने दी BJP को सलाह

पटना : एनडीए में सीट शेयरिंग को लेकर फैसले में देरी होने से लोजपा के संसदीय दल के नेता चिराग पासवान के चिंता जाहिर करने के बाद कयास लगाया जा रहा है कि बिहार के मुख्यमंत्री व जदयू के राष्ट्रीय अध्यक्ष नीतीश कुमार जल्द ही दिल्ली का दौरा कर सकते हैं. मालूम हो कि चिराग […]

By Prabhat Khabar Print Desk | December 19, 2018 12:52 PM

पटना : एनडीए में सीट शेयरिंग को लेकर फैसले में देरी होने से लोजपा के संसदीय दल के नेता चिराग पासवान के चिंता जाहिर करने के बाद कयास लगाया जा रहा है कि बिहार के मुख्यमंत्री व जदयू के राष्ट्रीय अध्यक्ष नीतीश कुमार जल्द ही दिल्ली का दौरा कर सकते हैं. मालूम हो कि चिराग पासवान ने ट्वीट कर कहा था कि ‘टीडीपी और रालोसपा के एनडीए से अलग होने के बाद पार्टी नाजुक मोड़ से गुजर रहा है. ऐसे समय में भाजपानीत गठबंधन में फिलहाल बचे हुए साथियों की चिंताओं को समय रहते सम्मान पूर्वक तरीके से दूर करे.’

महागठबंधन ने सहयोगी दलों को लेकर 20 दिसंबर को दिल्ली में बैठक बुलायी है. संभावना जतायी जा रही है कि एनडीए से अलग हुए राष्ट्रीय लोक समता पार्टी के अध्यक्ष उपेंद्र कुशवाहा भी महागठबंधन की बैठक में भाग ले सकते हैं. इधर, एनडीए में सीट शेयरिंग पर अंतिम निर्णय से पहले भी सहयोगी दल सम्मानजनक सीट शेयरिंग को लेकर भाजपा पर दबाव बनाने लगे हैं. जदयू के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष प्रशांत किशोर दिल्ली में हैं. इसके अलावा पार्टी के राष्ट्रीय महासचिव केसी त्यागी भी सहित अन्य नेताओं को भी दिल्ली में रहने के निर्देश दिये जाने की सूचना है. उम्मीद जतायी जा रही है कि जदयू के राष्ट्रीय अध्यक्ष नीतीश कुमार भाजपा के वरिष्ठ नेताओं के साथ बातचीत कर सकते हैं. मालूम हो कि भाजपा और जदयू के बीच बराबर-बराबर सीटों को लेकर सहमति बन चुकी है. वहीं, रालोसपा के अलग होने के बाद बिहार में सीटों के बंटवारे को लेकर अंतिम सहमति से पहले सीटों की संख्या पर बातचीत संभव है. साथ ही जदयू और भाजपा के सीटों को चिह्नित करने पर भी सहमति बनाने पर बात हो सकती है. जदयू सूत्रों के मुताबिक, नीतीश कुमार 21 दिसंबर को दिल्ली जा रहे हैं. दिल्ली में वह पार्टी नेताओं से मुलाकात कर चुनावी रणनीति पर चर्चा करेंगे.

वहीं, जदयू के राष्ट्रीय महासचिव केसी त्यागी ने भाजपा को सलाह देते हुए कहा है कि भाजपा को लोक जनशक्ति पार्टी की भावनाओं का ख्याल करना चाहिए. लाेक जनशक्ति पार्टी, जदयू सहित छोटे दलों की सीटों पर भाजपा का रुख स्पष्ट हो. एनडीए में सीट शेयरिंग को लेकर अब देर नहीं करना चाहिए. साथ ही सीटों पर दावेदारी की रुपरेखा भी जल्द स्पष्ट होना चाहिए. साथ ही ज्वाइंट कैंपेन की रुपरेखा भी जल्द तैयार होना चाहिए.

Next Article

Exit mobile version