स्वास्थ्य क्षेत्र में बिहार के बढ़ते कदम की तारीफ : सुशील कुमार मोदी

पटना : राज्य में स्वास्थ्य के क्षेत्र विशेषकर पूर्ण टीकाकरण, मातृत्व, नवजात एवं शिशु मृत्यु दर, संस्थागत प्रसव और छह माह तक के बच्चों के स्तनपान आदि की प्रगति की प्रशंसा बिल एंड मिलिंडा गेट्स फाउंडेशन के अंतरराष्ट्रीय मुख्यालय में हुई है. हालांकि, प्रजनन दर एवं बौनापन के आंकड़ों पर चिंता जतायी गयी है. उक्त […]

By Prabhat Khabar Print Desk | December 17, 2018 8:01 AM
पटना : राज्य में स्वास्थ्य के क्षेत्र विशेषकर पूर्ण टीकाकरण, मातृत्व, नवजात एवं शिशु मृत्यु दर, संस्थागत प्रसव और छह माह तक के बच्चों के स्तनपान आदि की प्रगति की प्रशंसा बिल एंड मिलिंडा गेट्स फाउंडेशन के अंतरराष्ट्रीय मुख्यालय में हुई है. हालांकि, प्रजनन दर एवं बौनापन के आंकड़ों पर चिंता जतायी गयी है. उक्त जानकारी उपमुख्यमंत्री सुशील कुमार मोदी ने दी. इन दिनों सुशील कुमार मोदी तथा स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडेय अमेरिका के दौरे पर हैं.
दोनों मंत्रियों ने फाउंडेशन को बताया कि मातृत्व मृत्यु दर को 165 से 70 पर लाने के लिए सभी जिला व अनुमंडलीय अस्पतालों में पर्याप्त रक्त भंडारण तथा सिजेरियन ऑपरेशन के वर्तमान दो प्रतिशत को अगले पांच वर्षों में आठ प्रतिशत तक लाने के लिए व्यवस्था होगी. शिशु मृत्यु दर को कम करने के लिए अनुमंडल अस्पतालों में भी नवजात शिशु वार्ड की स्थापना के साथ-साथ कम वजन वाले नवजात बच्चों की ट्रैकिंग की व्यवस्था को सुदृढ़ किया जायेगा. इन्होंने बताया कि प्रजनन दर को कम करने के लिए बालिका शिक्षा के प्रोत्साहन के साथ बाल विवाह को रोकने, नव दंपत्ति को परिवार नियोजन के नये साधनों को अपनाने तथा अंतराल पर अधिकतम दो बच्चों के लिए प्रेरित करने का काम किया जा रहा है.
दोनों मंत्रियों ने 2025 तक टीबी, 2020 तक कालाजार उन्मूलन एवं 2030 तक सतत विकास लक्ष्यों को हासिल करने की अपनी प्रतिबद्धता जाहिर की. मुख्यालय में टीबी उन्मूलन में निजी क्षेत्र की भागीदारी तथा डेंगू, चिकनगुनिया, जाइका एवं इंसेफेलाइटिस उन्मूलन के लिए विश्व में चलाये जा रहे विभिन्न कार्यक्रमों की भी चर्चा हुई.

Next Article

Exit mobile version