सीट शेयरिंग को लेकर भाजपा-जदयू में बनी अंडरस्टैंडिंग

पटना से हैदराबाद के लिए रवाना हुए अमित शाह पटना : भाजपा और जदयू के राष्ट्रीय अध्यक्ष की दो मुलाकात में सीट शेयरिंग को लेकर अंडरस्टैंडिंग बन गयी है. समय पर सबकुछ हो जायेगा. अमित शाह व नीतीश कुमार के बीच अलग से आधा घंटा की मुलाकात में सीट शेयरिंग पर सहमति बन गयी है. […]

By Prabhat Khabar Print Desk | July 14, 2018 7:05 AM
पटना से हैदराबाद के लिए रवाना हुए अमित शाह
पटना : भाजपा और जदयू के राष्ट्रीय अध्यक्ष की दो मुलाकात में सीट शेयरिंग को लेकर अंडरस्टैंडिंग बन गयी है. समय पर सबकुछ हो जायेगा. अमित शाह व नीतीश कुमार के बीच अलग से आधा घंटा की मुलाकात में सीट शेयरिंग पर सहमति बन गयी है. इसको लेकर दोनों दलों में कोई जिच नहीं है. दोनों एक दूसरे की भावनाओं का ख्याल रखेंगे. सीट शेयरिंग भाजपा का केंद्रीय नेतृत्व ही तय करेगा. इसमें भाजपा अपने सहयोगी लोजपा से बात करेगी.
इधर अपनी बिहार यात्रा के बाद शुक्रवार की सुबह अमित शाह यहां से हैदराबाद के लिए रवाना हो गये. राज्य में जदयू के साथ सरकार बनने के बाद भाजपाध्यक्ष अमित शाह जदयू के राष्ट्रीय अध्यक्ष व मुख्यमंत्री नीतीश कुमार से पहली बार मिले थे. दोनों नेताओं ने न सिर्फ साथ में ब्रेकफास्ट और डिनर किया, बल्कि, वन-टू -वन मिले भी. स्वाभाविक है कि दोनों देश की सियासत के बड़े चेहरे हैं, तो सियासी बात ही हुई होगी. भाजपा व जदयू दोनों एक दूसरे के लिए कितने अहम हैं यह भी कल देखने को मिला. राजकीय अतिथिशाला में नाश्ते के बाद खुद शाह मुख्यमंत्री को छोड़ने गेट तक आये. इसी तरह डिनर पर सीएम आवास में खुद मुख्यमंत्री ने उनका स्वागत किया. मुख्यमंत्री पहले ही कह चुके थे कि भाजपा के साथ गठबंधन में कोई समस्या नहीं है.
अमित शाह ने भी सार्वजनिक मंच से कहा कि भाजपा का जदयू के साथ गठबंधन अटूट है. उन्होंने यहां तक कहा कि उन्हें सहयोगियों को संभालना आता है. यह साफ इशारा था कि सीट शेयरिंग का जब समय आयेगा, तो सबकुछ सामान्य ही रहेगा. दोनों के बीच ऑल इज वेल है. अमित शाह ने नीतीश कुमार की जीरो टोलरेंस नीति को सराहा भी.
समय आने पर ही सार्वजनिक होगा
डिनर के बाद अकेले में दोनों नेताओं के बीच क्या बात हुई, इस पर सस्पेंस है. लेकिन, दोनों नेताओं के बॉडी लैंग्वेज से यह साफ हो गया है कि सीट शेयरिंग को लेकर दोनों दलों में कोई जिच नहीं होगी. भाजपा भी अपनी पुरानी और अहम सहयोगी को नहीं छोड़ना चाहेगी. समझा जाता है कि दोनों नेताओं की आधा घंटा की मुलाकात में सीट शेयरिंग पर कोई ड्राफ्ट फॉर्मूला तय हो गया है. समय पर ही यह सार्वजनिक होगा.
सीट शेेयरिंग को लेकर भाजपा अध्यक्ष प्रदेश की राय को कितना तवज्जो देंगे, यह सब पिटारे में है. इतना तय है कि दोनों दल मजबूती के साथ चुनाव लड़ेंगे. कुछ सीटों में फेरबदल हो सकता है. बहरहाल पिटारा खुलने का इंतजार ही करना होगा. भाजपा अपनी इस अहम सहयोगी के साथ लंबा सफर तय करेगी.
अमित शाह हुए पटना से विदा
भाजपाध्यक्ष अमित शाह करीब 24 घंटे के पटना प्रवास के बाद शुक्रवार की सुबह विशेष विमान से हैदराबाद के लिए रवाना हो गये. हवाई अड्डे पर उपमुख्यमंत्री सुशील कुमार मोदी, प्रदेश अध्यक्ष नित्यानंद राय, केंद्रीय कृषि मंत्री राधामोहन सिंह, केंद्रीय राज्यमंत्री रामकृपाल यादव, कृषि मंत्री प्रेम कुमार, पथ निर्माण मंत्री नंदकिशोर यादव, स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडेय, पूर्व केंद्रीय मंत्री राजीव प्रताप रूढ़ी, विधायक मिथिलेश तिवारी, संजीव चौरसिया, नितिन नवीन, भाजपा के प्रदेश उपाध्यक्ष देवेश कुमार सहित अन्य नेताओं ने उन्हें विदाई दी.
नवंबर में अमित शाह बूथ प्रमुखों के साथ करेंगे बैठक
भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह शक्ति केद्रों की प्रभारियों की बैठक से काफी गदगद दिखे. वे नबंबर में फिर आयेंगे और बूथ प्रमुखों के साथ बैठक करेंगे. राज्य में करीब 62 हजार बूथ हैं. श्री शाह ने सफल आयोजन के लिए राज्य के नेताओं को बधाई भी दी. इधर बताया जा रहा है कि प्रमुख नेताओं के साथ बैठक में श्री शाह ने लोकसभा चुनाव को लेकर सांसदों का फीडबैक भी लिया. एक-एक सीट की स्थिति की जानकारी ली. लोकसभा चुनाव के टिकट वितरण में जिताऊ पर ही फोकस रहेगा.

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