पुलिस विभाग में मिलीभगत से होता है ट्रांसफर का खेल, नाम सामने आने पर सस्पेंड किया गया इंस्पेक्टर

पटना : पुलिस विभाग में अधिकारियों की मिलीभगत से ट्रांसफर का खेल करने का मामला सामने आया है. ट्रांसफर का खेल उजागर होने पर आरोपित इंस्पेक्टर और उनका साथ देनेवाले एएसआई को आईजी ने सस्पेंड कर दिया है.जानकारी के मुताबिक, भागलपुर जोन के आईजी सुशील मानसिंह खोपड़े ने पुलिस अधिकारियों के तबादले के लिए मई […]

By Prabhat Khabar Print Desk | November 24, 2017 10:27 PM

पटना : पुलिस विभाग में अधिकारियों की मिलीभगत से ट्रांसफर का खेल करने का मामला सामने आया है. ट्रांसफर का खेल उजागर होने पर आरोपित इंस्पेक्टर और उनका साथ देनेवाले एएसआई को आईजी ने सस्पेंड कर दिया है.जानकारी के मुताबिक, भागलपुर जोन के आईजी सुशील मानसिंह खोपड़े ने पुलिस अधिकारियों के तबादले के लिए मई माह में एसएसपी मनोज कुमार को पत्र लिख कर जिलावधि पूरी करनेवाले इंस्पेक्टर और सब इंस्पेक्टर की सूची मांगी थी. सूची तैयार करने के बाद जून 2017 को इंस्पेक्टर और सब इंस्पेक्टर की एक सूची पटना स्थित पुलिस मुख्यालय को भेजी गयी थी. इसके बाद सितंबर माह में फिर सूची मांगी गयी. दोनों सूची का मिलान करने पर पाया गया कि इंस्पेक्टर राजेश कुमार ने सांठगांठ कर सूची से अपना नाम हटवा लिया है. इस सूची को बनाने की जिम्मेदारी एएसआई राजेश तिवारी को दी गयी थी. एएसआई राजेश तिवारी से सांठगांठ कर इंस्पेक्टर राजेश कुमार ने अपना नाम ट्रांसफर सूची से हटवा लिया. मीडिया में आयी खबरों पर संज्ञान लेते हुए आईजी सुशील मानसिंह खोपड़े ने ट्रांसफर सूची से अपना नाम हटवानेवाले इंस्पेक्टर राजेश कुमार और एएसआई राजेश तिवारी को सस्पेंड कर दिया है.

इस संबंध में भागलपुर जोन के आईजी सुशील मानसिंह खोपड़े ने कहा है कि ‘मई में जिलावधि पूरी करनेवाले पुलिसकर्मियों की सूची व सितंबर में मांगी गयी सूची से मिलान के बाद इंस्पेक्टर राजेश कुमार को दोषी पाया गया. साथ ही इस सूची को बनानेवाले एएसआइ राजेश तिवारी को भी दोषी पाया गया. इस आधार पर इंस्पेक्टर राजेश कुमार व एएसआइ राजेश तिवारी को सस्पेंड कर दिया गया है.’ साथ ही उन्होंने कहा है कि दोषी पाये गये पुलिस अधिकारियों पर कार्रवाई की जायेगी.

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