आ रहे कुछ ऐसे फर्जी कॉल : हैलो, 102 एंबुलेंस सेवा…, मेरे यहां अब तक रसोई गैस नहीं पहुंची

किसी और की जान पर भारी पड़ सकता है आपका यह मजाक हैलो, 102 एंबुलेंस सेवा…, मेरे यहां अब तक रसोई गैस नहीं पहुंची है फर्जी कॉल आने के कारण लाइन व्यस्त होने से जरूरतमंदों को नहीं मिल पाती है मदद आनंद तिवारी पटना : घायलों को अस्पताल पहुंचा कर जान बचाने का काम कर […]

By Prabhat Khabar Print Desk | August 29, 2017 8:55 AM
किसी और की जान पर भारी पड़ सकता है आपका यह मजाक
हैलो, 102 एंबुलेंस सेवा…, मेरे यहां अब तक रसोई गैस नहीं पहुंची है
फर्जी कॉल आने के कारण लाइन व्यस्त होने से जरूरतमंदों को नहीं मिल पाती है मदद
आनंद तिवारी
पटना : घायलों को अस्पताल पहुंचा कर जान बचाने का काम कर रही एंबुलेंस सेवा शरारती तत्वों के निशाने पर है. इमरजेंसी सेवा 102 पर आने वाले फेक कॉल की संख्या बढ़ गयी है.
दुर्घटना में मदद की बजाय यहां कोई बिजली का कनेक्शन लगाने को कह रहा है, तो कोई घर पर गैस पहुंचाने के लिए फोन कर रहा है. दो माह में इस तरह के करीब 30 हजार कॉल फर्जी आये हैं. इन्हें मदद की जरूरत नहीं थी. ये फोन केवल मसखरी के लिए किये गये थे. लेकिन, इसका खामियाजा जरूरतमंद भुगत रहे हैं. लाइन व्यस्त होने पर इन्हें मदद नहीं मिल पाती है. एंबुलेंस कॉल सेंटर से मिले डाटा के अनुसार इस मामले का खुलासा हुआ है.
जरूरतमंदों को परेशानी
हादसे के लोकेशन के आसपास मौजूद एंबुलेंस की पूरी जानकारी देकर रवाना किया जाता है. लेकिन, एंबुलेंस को वहां कुछ नहीं मिलता. इस पूरी प्रक्रिया में कीमती 45 मिनट बरबाद हो जाते हैं. कई बार जरूरतमंद मरीजों के पास एंबुलेंस समय पर नहीं पहुंच पाता है.
गलत सूचना पर दर्ज होगा मामला
कॉल सेंटर की ओर से फर्जी कॉल आने की सूचना मिल रही है. नतीजा, आम लोगों को ही परेशानी हो रही है. अब 102, 108 आदि एंबुलेंस के कॉल सेंटर पर फर्जी कॉल को बंद कराने के लिए कड़ा रुख अपनाया जायेगा. अगर सूचना गलत पायी गयी तो संबंधित नंबर के खिलाफ पुलिस में मामला दर्ज कराया जायेगा.
हर दिन बेवजह की भागदौड़
फेक कॉल द्वारा दी गयी जानकारी की वजह से एंबुलेंस को रोजाना 5 से 7 किलोमीटर जाना पड़ता है. दिन में रोजाना 10 से 12 बार शहर के अलग-अलग जगहों पर जाना पड़ता है. यानी एक दिन में 50 से 60 किलोमीटर बेवजह भागदौड़ करनी पड़ती है. साथ ही इंधन भी बरबाद होता है.
30 हजार लोगों नेदो माह में किये फर्जी काॅल
केस-1
जुलाई में नाला रोड से
102 कॉल सेंटर में फोन आया. नाला रोड स्थित सब्जी मंडी के पास एक महिला की दुर्घटना होने की बात कही गयी. फोन के बाद पीएमसीएच में खड़े एंबुलेंस को भेज दिया गया. जब वहां जाकर देखा गया तो महिला नहीं थी. इतना ही नहीं दुर्घटना की बात भी झूठी निकली.
केस-2
तीन अगस्त को 102 कॉल सेंटर में फोन आया कि राजीव नगर में रहनेवाले लोगों के बीच काफी मारपीट हुई है. हालत गंभीर होने की बात कही गयी. जब एंबुलेंस पहुंचा तो मारपीट की सूचना गलत निकली. वहीं, जब दोबारा उस नंबर पर फोन किया गया तो नंबर बिहारशरीफ का बताया गया. बाद में नंबर भी बंद हो गया.

Next Article

Exit mobile version