52 चयनित लेखापालों को शीघ्र मिलेगा नियोजन पत्र
बिहारशरीफ : पंचायतों में वित्तीय गड़बड़ी और घोटाला पर नजर रखने के लिये लेखापाल की नियुक्ति संविदा पर होने जा रही है. इसके लिए प्रत्येक लेखापाल को प्रशिक्षण देकर मुस्तैदी के साथ काम करने की हिदायत दी जा रही है. इसके लिए जिले में 52 लेखापालों को दिनों के भीतर नियोजन पत्र देने की तैयारी […]
बिहारशरीफ : पंचायतों में वित्तीय गड़बड़ी और घोटाला पर नजर रखने के लिये लेखापाल की नियुक्ति संविदा पर होने जा रही है. इसके लिए प्रत्येक लेखापाल को प्रशिक्षण देकर मुस्तैदी के साथ काम करने की हिदायत दी जा रही है. इसके लिए जिले में 52 लेखापालों को दिनों के भीतर नियोजन पत्र देने की तैयारी पूरी कर ली गयी है.
सरकार द्वारा पंचायतों में विकास सहित अन्य पेंशन की योजनाएं संचालित है, जिसमें वित्तीय गड़बड़ी और गबन के मामले भी प्रकाश में आते हैं. प्रत्येक वर्ष वित्तीय लेखा-जोखा सरकार को नहीं मिल पाता है. पंचायतों को उपलब्ध करायी गयी राशि का रजिस्टार संधारण पंचायत सचिवों द्वारा सही ढंग से नहीं किया जाता है.
ऑडिट भी समय पर नहीं किया जाता है. इसके लिए जिले में 62 पंचायत लेखापालों के नियोजन के लिए विज्ञापन निकाला गया था लेकिन मात्र 52 लेखापाल ही योग्य पाये गये. सभी 52 चयनित लेखापालों को दो दिनों के भीतर नियोजन पत्र दे दिये जायेंगे. प्रत्येक नवनियुक्त लेखापालों के जिम्मे पांच पंचायतों का लेखा-जोखा रखने की जिम्मेवारी दी गयी है. सभी नवचयनित पंचायत लेखापालों को प्रशिक्षण देने के बाद ही पंचायतों में कार्य करने के लिए भेजा जायेगा.
नवचयनित पंचायत लेखापालों को 20 हजार रुपया प्रतिमाह मानदेय मिलेगा. पंचायत लेखापालों को कड़ा निर्देश दिया गया है कि प्रत्येक दिन के कार्यों का ब्योरा जिला पंचायत कार्यालय को शाम में ऑनलाइन के माध्यम से उपलब्ध कराना है. लेखापालों के पंचायतों में आने से पंचायत सचिवों की जिम्मेवारी कम हो जायेगी. साथ ही आम लोगों को काफी सहूलियत होगी.
