गजनीबिगहा हैचरी में मत्स्य उत्पादन हुआ शुरू

बिहारशरीफ : मत्स्य उत्पादन में वृद्धि लाने के लिए जिले के परबलपुर प्रखंड के गजनीबिगहा गांव में 22 लाख की लागत से माता पालसी देवी हैजरी का निर्माण किया गया है. इस हैजरी में मत्स्य उत्पादन शुरू हो गया है. इस कारखाने की उत्पादन क्षमता 10 मिलियन फ्राई मत्स्य बीज की है. जिले के मत्स्यपालकों […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | July 2, 2019 6:15 AM

बिहारशरीफ : मत्स्य उत्पादन में वृद्धि लाने के लिए जिले के परबलपुर प्रखंड के गजनीबिगहा गांव में 22 लाख की लागत से माता पालसी देवी हैजरी का निर्माण किया गया है. इस हैजरी में मत्स्य उत्पादन शुरू हो गया है. इस कारखाने की उत्पादन क्षमता 10 मिलियन फ्राई मत्स्य बीज की है. जिले के मत्स्यपालकों को हैचरी के संचालन से मत्स्य उत्पादन में काफी सहूलियत होगी.

मत्स्यपालकों को आंध्र, पश्चिम बंगाल के अलावा अन्य राज्यों से बीज लाने से शीघ्र ही निजात मिल जायेगी. कम लागत में गुणवत्तापूर्ण बीज का मत्स्य किसान उत्पादकों को लाभ मिलेगा. मत्स्य हैचरी के खुलने से किसानों को दूसरी जगहों से बीज लाने से छुटकारा मिलेगा. मत्स्यपालकों को कम खर्च में बीज आसानी से उपलब्ध हो जायेगा. जिले में यह हैचरी के खुल जाने से मत्स्यपालकों में खुशी देखी जा रही है.
क्या कहते हैं अधिकारी
मत्स्य बीज हैचरी खुलने से जिले के मत्स्यपालकों को मत्स्य उत्पादन करने में काफी सुलभता होगी. कम खर्च में सहज ढंग से गुणवत्तापूर्ण मछली बीज उपलब्ध हो जायेगा. मत्स्य बीज उत्पादन में आत्मनिर्भर बन जायेगा. विभाग मत्स्यपालकों को बढ़ावा देने के उद्देश्य से कई योजनाएं चला रही हैं. मत्स्यपालक इस योजना का लाभ उठा सकते हैं.
उमेश रंजन, जिला मत्स्य पदाधिकारी, नालंदा