नगर निगम : बिना एग्रीमेंट जारी हुआ वर्क ऑर्डर, ऑटो इंट्री शुल्क वसूली में बड़ा खेल!

Work order issued without agreement

By Devesh Kumar | December 6, 2025 9:32 PM

हाइलाइट्स

– 42.12 लाख रुपये में मोतीझील में वाहन पार्किंग शुल्क से वसूली का हुआ था टेंडर

– 62.90 लाख रुपये में शहरी क्षेत्र से ऑटो पड़ाव इंट्री शुल्क से वसूली का मिला था जिम्मा

सब हेड :

मेयर ने दिए जांच के आदेश, दोषी कर्मियों-पदाधिकारियों पर गिरेगी गाज; निगम को राजस्व का डबल झटका

वरीय संवाददाता, मुजफ्फरपुर

नगर निगम में राजस्व वसूली से जुड़े एक बड़े घोटाले का खुलासा हुआ है. शहरी क्षेत्र में ऑटो पड़ाव इंट्री शुल्क की वसूली के लिए जिस ठेकेदार को टेंडर के बाद वर्क ऑर्डर जारी किया गया था, निगम ने उससे आज तक लिखित एग्रीमेंट नहीं किया है. बिना किसी कानूनी समझौते के ठेकेदार धड़ल्ले से हर महीने लाखों रुपये की वसूली कर रहा है, लेकिन निगम के खजाने में टेंडर की शर्तों के अनुसार राजस्व जमा नहीं हो रहा. मामले की जानकारी होने पर महापौर निर्मला साहू ने कड़ी नाराजगी जाहिर की है. उन्होंने इसमें दोषी पदाधिकारी एवं कर्मियों की जिम्मेदारी तय करते हुए तीन दिनों के भीतर जांच रिपोर्ट देने का सख्त आदेश दिया है. शनिवार को हुई सशक्त स्थायी समिति की बैठक में यह गंभीर मुद्दा जोर-शोर से छाया रहा. निगम को यह डबल झटका ऐसे समय लगा है जब मोतीझील पार्किंग का ठेका लेने वाली एजेंसी ने भी काम बीच में ही छोड़ दिया है, जिससे राजस्व का भारी नुकसान हुआ है. मेयर ने बताया कि दोषी कर्मियों और पदाधिकारियों की जिम्मेदारी तय कर नगर आयुक्त से तीन दिन में जांच रिपोर्ट मांगी गयी है.

मोतीझील पार्किंग ठेकेदार ने भी छोड़ा काम, निगम को डबल झटका

एक तरफ जहां इंट्री शुल्क वसूली में अनियमितता सामने आई है. वहीं, दूसरी तरफ मोतीझील ब्रिज के नीचे बने पार्किंग एरिया से वसूली करने वाली एजेंसी ने भी काम छोड़ दिया है. निगम ने पार्किंग क्षेत्र में लगी अवैध दुकानों को हटाने को कहा था और एजेंसी को शो-कॉज किया था, जिस पर एजेंसी ने आरोप लगाया था कि ये दुकानें उसके संरक्षण में लगी हुई हैं. एजेंसी ने अब तक 28.08 लाख रुपये निगम के खाते में जमा किए हैं और शेष 14.04 लाख रुपये की वसूली नगर निगम को अपना कर्मचारी लगा खुद से कराने को कहा है. इस दोहरी चोट से नगर निगम को राजस्व का दोहरा नुकसान हुआ है, और निगम की वित्तीय व्यवस्था पर गंभीर सवाल खड़े हो गये हैं.

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