कोरोना से बचाव को लेकर स्वास्थ्य विभाग की तैयारी सिर्फ कागजों पर
कोरोना से बचाव को लेकर स्वास्थ्य विभाग की तैयारी सिर्फ कागजों पर
:: सदर अस्पताल और सीएचसी में संसाधनों का अभाव :: कहीं दवा स्टॉक खत्म तो कहीं मास्क उपलब्ध नहीं वरीय संवाददाता, मुजफ्फरपुर कोरोना के नए वेरिएंट के संक्रमण फैलने के अलर्ट के बावजूद मुजफ्फरपुर का जिला स्वास्थ्य विभाग अभी भी केवल कागजी तैयारी में जुटा हुआ है. सदर अस्पताल और सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्रों (सीएचसी) में आपात स्थिति से निपटने के लिए उपलब्ध संसाधनों की स्थिति दयनीय है. कहीं दवाओं का स्टॉक खत्म है, तो कहीं मास्क तक उपलब्ध नहीं हैं. ऑक्सीजन सिलेंडर और वेंटिलेटर निष्क्रिय पड़े हैं, जबकि ऑक्सीमीटर और कंसंट्रेटर भी काम नहीं कर रहे हैं. बताया जा रहा है कि कोरोना को ”पब्लिक हेल्थ इमरजेंसी ऑफ इंटरनेशनल कंसर्न” के दर्जे से हटाए जाने के बाद पूर्व के सभी उपकरण अब खराब हो रहे हैं. अब जब संक्रमण का खतरा फिर से मंडरा रहा है, तो विभाग की उदासीनता चिंताजनक है. हालांकि, जिले में मरीजों की संख्या बढ़ने से रोकने के लिए एहतियाती कदम उठाए जा रहे हैं. विभाग की ओर से गाइडलाइन जारी की गई है. सिविल सर्जन डॉ. अजय कुमार ने बताया कि जंक्शन और बस पड़ाव पर प्रचार-प्रसार कराया जाना है. उन्होंने यह भी बताया कि अभी कोरोना के एंटीजन किट नहीं आए हैं, इसलिए जांच चालू नहीं की जा रही है. इसके साथ ही, पीएचसी से लेकर सदर अस्पताल में जांच के लिए आने वाले सभी मरीजों की जांच करना अनिवार्य नहीं है. यदि जांच में कोई कोरोना संक्रमित पाया जाता है, तो उसे स्वास्थ्य गाइडलाइन के अनुसार दवा किट देकर होम आइसोलेशन में रहने की सलाह दी जाएगी.
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