स्मार्ट सिटी : सिकंदरपुर रोड धंसा, जूरन छपरा में खुदाई के बाद सड़कों पर फैला रोड़ा-पत्थर
स्मार्ट सिटी : सिकंदरपुर रोड धंसा, जूरन छपरा में खुदाई के बाद सड़कों पर फैला रोड़ा-पत्थर
By PRASHANT KUMAR |
April 18, 2025 7:26 PM
::: मुख्यमंत्री के आगमन से पूर्व जनवरी महीने में बना डिवाइडर जगह-जगह टूटा
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::: सरैयागंज टावर से सिकंदरपुर चौक एवं छोटी सरैयागंज तिलक मैदान रोड का हाल खराब
वरीय संवाददाता, मुजफ्फरपुर
स्मार्ट सिटी परियोजना के तहत हुए निर्माण कार्यों की गुणवत्ता एक बार फिर सवालों के घेरे में है. बीते जनवरी महीने में मुख्यमंत्री के आगमन से ठीक पहले आनन-फानन में बनाये गये डिवाइडर जगह-जगह टूट गये हैं. वहीं, सरैयागंज टावर से सिकंदरपुर रामगढ़ चौक और छोटी सरैयागंज तिलक मैदान रोड कई स्थानों पर धंस गयी है और उसमें दरारें पड़ गयी हैं. शुक्रवार सुबह हुई बेमौसम बारिश ने स्मार्ट सिटी के दावों की कलई खोल दी. सिकंदरपुर रोड पर यूबी टावर के पास एक बड़े हिस्से में सड़क धंस गयी है. जिसकी तस्वीरें सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रही हैं. लोग स्मार्ट सिटी के निर्माण की गुणवत्ता पर जमकर अपनी नाराजगी व्यक्त कर रहे हैं. वहीं, स्थानीय जनप्रतिनिधियों को भी इसके लिए जिम्मेदार ठहरा रहे हैं. इधर, जूरन छपरा की सड़क पर भी सीवरेज की खुदाई के बाद रोड़ा-पत्थर को ऐसे ही छोड़ दिया गया है, जो अब गाड़ियों की चक्का पड़ने के बाद इधर-उधर छिटक रहा है. इससे हमेशा आसपास के लोगों को जख्मी होने का खतरा बना रहता है.
बॉक्स : खुदाई में निकले पत्थर के बोल्डर ने बढ़ाई मुसीबत
सरैयागंज टावर से सिकंदरपुर रामगढ़ चौक तक धंसी सड़कों की जांच के लिए कुछ स्थानों पर खुदाई की गयी थी. हैरानी की बात यह है कि खुदाई के बाद सड़कों को ठीक करने की बजाय उन्हें वैसे ही छोड़ दिया गया है, जिससे राहगीरों को भारी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है. सूत्रों की मानें तो सरैयागंज टावर के पास जब जेसीबी से खुदाई की गयी तो नीचे पत्थर का एक बड़ा बोल्डर निकला था. बताया जा रहा है कि सीवरेज के मेनहोल के बाद गड्ढे को भरने के लिए निर्माण सामग्री की जगह बोल्डर डाल दिया गया. लगातार दबाव पड़ने के कारण बोल्डर के बीच मिट्टी बैठती गयी और ऊपर से सड़क धंसती चली गयी. यही वजह है कि सीवरेज निर्माण के बाद पूरी सड़क ही जगह-जगह धंस गयी है.
जनवरी में बना डिवाइडर भी टूटा
पांच जनवरी को मुख्यमंत्री के मुजफ्फरपुर दौरे से ठीक एक दिन पहले चार जनवरी की रात सरैयागंज टावर से सिकंदरपुर के रामगढ़ चौक तक सड़क के बीचों-बीच एक डिवाइडर बनाया गया था. आश्चर्य की बात है कि यह नया डिवाइडर भी अब कई जगहों से टूट गया है, जो निर्माण कार्य की गुणवत्ता पर गंभीर प्रश्नचिह्न लगाता है. सरैयागंज टावर से सिकंदरपुर चौक और छोटी सरैयागंज तिलक मैदान रोड की खस्ताहाल स्थिति स्मार्ट सिटी परियोजना के कार्यान्वयन और निगरानी पर गंभीर सवाल खड़े करती है. लोगों का कहना है कि यदि निर्माण कार्य में इतनी लापरवाही बरती गयी है तो स्मार्ट सिटी का सपना कैसे साकार होगा.
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सिटीज 2.0 के कंसल्टेंट चयन प्रक्रिया में बदलाव, समय सीमा बढ़ी
मुजफ्फरपुर. मुजफ्फरपुर स्मार्ट सिटी लिमिटेड ने सिटीज 2.0 के तहत प्रोजेक्ट मैनेजमेंट सपोर्ट के लिए कंसल्टेंट के चयन की प्रक्रिया में बदलाव किया है. इसके तहत, आवेदन की समय सीमा को आगे बढ़ाया गया है. पहले प्रकाशित टेंडर के अनुसार आवेदन की अंतिम तिथि 29 मार्च थी, जिसे अब 20 अप्रैल कर दिया गया है. इसी तरह, प्री-बिड मीटिंग की तिथि एक अप्रैल से बदलकर 21 अप्रैल हो गयी है. बोलियां जमा करने की अंतिम तिथि भी 8 मई तक बढ़ा दी गयी है. तकनीकी बोलियां खोलने की नयी तिथि 9 मई है.ऑनलाइन आवेदन प्रक्रिया में भी कुछ संशोधन किये गये हैं. बिंदु संख्या 18 के अनुसार, बोलीदाताओं को निविदा शुल्क/ईएमडी का भुगतान ऑनलाइन करना होगा. इन सभी बदलावों को मुजफ्फरपुर स्मार्ट सिटी लिमिटेड द्वारा जारी कोरिजेंडम-01 में अधिसूचित किया गया है.
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