“जेल के अंदर ही उसका गेम बजा दिया जाये…”, सेंट्रल जेल में बंद अपराधी की हत्या की साजिश का कथित ऑडियो वायरल

शहीद खुदीराम बोस केंद्रीय कारा में बंद माेतिहारी के एक शातिर अपराधी की जेल में ही हत्या की साजिश रचने की बातचीत का ऑडियो वायरल हुआ है. वायरल ऑडियो एसएसपी जयंतकांत तक पहुंचने के बाद इसकी सत्यता की जांच की जिम्मेवारी एसआइटी को दी गयी है. चर्चा यह है कि एसआइटी के अधिकारी दो बार जेल में संपर्क साधा है. कई अपराधियाें से पूछताछ की है.

By Prabhat Khabar | December 22, 2020 9:39 AM

शहीद खुदीराम बोस केंद्रीय कारा में बंद माेतिहारी के एक शातिर अपराधी की जेल में ही हत्या की साजिश रचने की बातचीत का ऑडियो वायरल हुआ है. वायरल ऑडियो एसएसपी जयंतकांत तक पहुंचने के बाद इसकी सत्यता की जांच की जिम्मेवारी एसआइटी को दी गयी है. चर्चा यह है कि एसआइटी के अधिकारी दो बार जेल में संपर्क साधा है. कई अपराधियाें से पूछताछ की है.

क्या है वायरल ऑडियो में ?

हालांकि वायरल ऑडियो की सत्यता की पुष्टि प्रभात खबर नहीं करती है. ऑडियो में पाठक गैंग के दाे शातिराें के आपस में बातचीत हो रही है. ऑडियो वायरल होने के साथ ही जेल प्रशासन से लेकर पूरा प्रशासनिक महकमे में हड़कंप मच गया है. अपराधी जेल में ही चाय अथवा काॅफी में जहर देने की साजिश की बातचीत है. जेल में सफलता नहीं मिलने पर माेतिहारी काेर्ट में पेशी के दाैरान उसकी हत्या कराने का भी जिक्र किया जा रहा है.

दो मिनट 22 सेकेंड के वायरल ऑडियो

दो मिनट 22 सेकेंड के वायरल ऑडियो में दो लोग बात कर रहे है. जिसमें भागलपुर जेल से मोतिहारी के अपराधी के मुजफ्फरपुर सेंट्रल जेल में आने की बात कह रहा है. बोल रहा है कि पाठक जी का निर्देश है कि जेल के अंदर ही उसका गेम बजा दिया जाये. दूसरा कहता है कि जेल के आधा दर्जन अधिकारी व सिपाही उनके टच के लोग है . फिर वह दो शूटर का नाम लेकर उसे एके – 47 , 9 एमएम पिस्टल, कारबाइन भेजवाने की बात बोल रहा है. इस पर पहला कहता है कि मुजफ्फरपुर के मिथिलेश सिंह के साथ पाठक भागलपुर जेल में बंद है.

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12 दिसंबर काे पेशी के लिए लाया गया था मुजफ्फरपुर

पूर्वी चंपारण के सदर थाने में 2006 में दर्ज अपहरण की धारा में कांड संख्या 250 में शातिर अपराधी काे भागलपुर जेल से मुजफ्फरपुर जेल में प्राेडक्शन के लिए 12 दिसंबर काे लाया गया था. प्रथम श्रेणी न्यायिक दंडाधिकारी के काेर्ट में 14 व 16 दिसंबर काे उसकी पेशी भी कराई गई है. न्यायालय में अगली पेशी अब अप्रैल माह में हाेनी है. पेशी के बाद शातिर अभी मुजफ्फरपुर जेल में ही है.

फर्जी ऑडियो बनाकर जेल प्रबंधन काे बदनाम करने की साजिश: जेल अधीक्षक

फर्जी ऑडियो बनाकर जेल प्रबंधन काे बदनाम करने की यह एक साजिश भी हाे सकती है. ऑडियो में अधिकारी व जेल से जुड़े लाेगाें का नाम जानबूझकर लिया जा रहा है. जेल में लक्ष्मी सिंह ताे आया है लेकिन उसे सख्त सुरक्षा में रखा गया है. इतनी सुरक्षा के बीच काेई घटना नहीं हाेगी.

– राजीव कुमार सिंह, जेल अधीक्षक

Posted By: Thakur Shaktilochan

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