ओजपूर्ण हैं दिनकर की कविताएं
Dinkar's poems are full of power
दीपक 17
दिनकर ने जनता की भावनाओं को ही अपने काव्य का केंद्र बनाया
वरीय संवाददाता, मुजफ्फरपुर
एलएस कॉलेज में राष्ट्रकवि रामधारी सिंह दिनकर की जयंती मनायी गयी. प्राचार्य प्रो कनुप्रिया ने दिनकर पार्क में उनकी प्रतिमा पर माल्यार्पण कर उन्हें नमन किया. प्राचार्य ने कहा कि दिनकर की कविताएं ओजपूर्ण हैं. उन्होंने जनता की भावनाओं को ही अपने काव्य का केंद्र बनाया. कॉलेज के लिए यह गौरव की बात है कि दिनकर ने संस्कृति के चार अध्याय व अमर कृति उर्वशी जैसी किताबें इसी कॉलेज में अध्यापन करने के दौरान लिखीं. हिन्दी विभागाध्यक्ष प्रो राजीव झा ने कहा कि दिनकर आधुनिक युग के वीर रस के श्रेष्ठतम कवि हैं. मौके पर प्रो एसआर चतुर्वेदी, प्रो विजय, प्रो शैलेंद्र सिन्हा, प्रो सुरेंद्र राय, डॉ ऋतुराज, डॉ साजिदा, डॉ अर्धेंदु, डॉ प्रदीप, डॉ आनंद सहित अन्य शिक्षक मौजूद रहे.::::::::::::::::::::::::::::::::::::::
दिनकर की रचनाएं सामाजिक चेतना जगाने का जरिया
डी 16मुजफ्फरपुर.
एमडीडीएम कॉलेज में हिंदी सप्ताह का समापन हो गया. इस दौरान इंद्रधनुष पुरस्कार वितरण समारोह व राष्ट्रकवि रामधारी सिंह दिनकर की जयंती पर व्याख्यान हुआ. वरिष्ठ साहित्यकार प्रो रमेश प्रसाद गुप्ता ने कहा कि दिनकर की रचनाएं सामाजिक चेतना जगाने का माध्यम रही हैं. प्राचार्य प्रो अलका जायसवाल, डॉ रिंकू ने भी संबोधित किया. हिंदी सप्ताह में हुई प्रतियोगिताओं में सफल 16 छात्राओं को इंद्रधनुष पुरस्कार से नवाजा गया. डॉ नूतन ने संचालन किया.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है
