छह आइएसआइ एजेंट गिरफ्तार

खुलासा . आतंकी सािजश था कानपुर का इंदौर-पटना ट्रेन हादसा... मोतिहारी व नेपाल पुलिस को बड़ी कामयाबी हाथ लगी है. पुलिस ने आइएसआइ के छह एजेंटों को गिरफ्तार किया है. तीन की गिरफ्तारी नेपाल व तीन को मोतिहारी से पकड़ा गया है. सभी आइएसआइ के इशारे पर आतंकी हमले को अंजाम देने की फिराक में […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | January 18, 2017 6:23 AM

खुलासा . आतंकी सािजश था कानपुर का इंदौर-पटना ट्रेन हादसा

मोतिहारी व नेपाल पुलिस को बड़ी कामयाबी हाथ लगी है. पुलिस ने आइएसआइ के छह एजेंटों को गिरफ्तार किया है. तीन की गिरफ्तारी नेपाल व तीन को मोतिहारी से पकड़ा गया है.
सभी आइएसआइ के इशारे पर आतंकी हमले को अंजाम देने की फिराक में थे.
मोतिहारी : नेपाल व मोतिहारी पुलिस की संयुक्त कार्रवाई में आइएसआइ के छह एजेंट पकड़े गये हैं. तीन की गिरफ्तारी नेपाल में हुई है, जबकि तीन को मोतिहारी पुलिस ने पकड़ा है. इनकी गिरफ्तारी से घोड़ासहन रेलवे ट्रैक पर आइइडी लगाने का परदाफाश तो हुआ ही है, साथ ही पटना-इंदौर रेल हादसे में भी इनके शािमल होने की बात सामने आयी है. गिरफ्तार आतंकियों का आका नेपाल का समसूल होदा है. फिलहाल वह दुबई में छुपा हुआ है. एसपी जितेंद्र राणा ने इसकी पुष्टि
की है.
छह आइएसआइ एजेंट
उन्होंने बताया कि समसुल का साथी ब्रजकिशोर गिरि उर्फ बाबा को नेपाल पुलिस ने रविवार को गिरफ्तार किया. उसकी गिरफ्तारी के बाद नेपाल पुलिस ने शंभू उर्फ लड्डू व मुजाहिद्दीन अंसारी को पकड़ा .
नेपाल पुलिस की जानकारी पर मोतिहारी पुलिस ने रक्सौल गम्हरिया से उमाशंकर पटेल,आदापुर झिटकहिया के मुकेश यादव व आदापुर बखरी के मोती पासवान को गिरफ्तार किया गया है. उन्होंने बताया कि समसुल होदा के इशारे पर काम करनेवाला गजेंद्र शर्मा व राकेश यादव की तलाश में छापेमारी की जा रही है. दोनों आदापुर बखरी के रहनेवाले हैं.
एसपी के अनुसार, समसुल होदा आइएसआइ के इशारे पर भारत में हमला करने की फिराक में था. इसके लिए उसने नेपाल व उसके सीमावर्ती इलाकों के युवाओं को संगठन से जोड़ने की जिम्मेवारी नेपाल के ब्रजकिशोर गिरि को सौंपी. इस दौरान घोड़ासहन रेलवे ट्रैक को उड़ाने के लिए उसने लक्ष्मीपुर पोखरिया के दीपक राम व अरुण कुमार को तीन लाख रुपये का लालच दिया. दोनों ने ट्रैक पर आइइडी तो लगाया, लेकिन उसे ब्लास्ट कराने में दोनों विफल रहे. घटना के बाद दोनों नेपाल गये. वहां ब्रजकिशोर गिरि से पैसा
मांगा, जिसके बाद भेद खुलने के डर से ब्रजकिशोर ने दीपक राम व अरुण कुमार की नेपाल में हत्या कर दी. दोनों का शव परिजनों द्वारा आदापुर लाया गया, तो पुलिस उनकी हत्या की तहकीकात में जुटी, तब जाकर आतंकी संगठन के स्लीपर सेल में काम करनेवाले लोगों का चेहरा बेनकाब हुआ.
पैसे के लालच में दीपक व अरुण ने घोड़ासहन में लगायी थी आइइडी, दोनों की हुई हत्या
आइएसआइ के िलए काम करने वाले छह आतंिकयों को पकड़ा गया है. ये सभी उसके िलए काम करते थे. िवभिन्न सुरक्षा एजेंिसयां इनसे पूछताछ कर रही हैं.
जीतेंद्र राणा, एसपी
कानपुर में रेलवे ट्रैक का फिश प्लेट खोल करायी थी दुर्घटना
कानपुर में पटना-इंदौर रेल दुर्घटना का तार नेपाल व मोतिहारी से जुड़ गया है. गिरफ्तार छह आइएसआइ आतंकियों में आदापुर बखरी के मोती पासवान ने कानपुर रेल हा
दसा की सारी कहानी जांच एजेंसियों के समक्ष खोल दी है.उसने स्वीकारोक्ति बयान में खुलासा किया है कि
कानपुर में रेलवे ट्रैक
कानपुर में रेलवे ट्रैक का फीस प्लेट खोल कर ट्रेन को दुर्घटनाग्रस्त कराया गया था.घोड़ासहन में सवारी ट्रेन उड़ाने में विफल होने के बाद कानपुर रेल दुर्घटना की वारदात को अंजाम दिया गया. मोती पासवान ने स्वीकार किया है कि कानपुर रेल दुर्घटना में ट्रैक का फीस प्लेट उसी ने खोला था. इसके लिए नेपाल के ब्रजकिशोर गिरि ने उसको आदेश दिया था. ब्रजकिशोर दुबई में बैठे समसूल होदा से गाइड होता है. कानपुर में रेलवे ट्रैक का फीस प्लेट खोलने में मोती पासवान के साथ कुछ और संदिग्ध भी थे.
मोती पासवान ने उनके नाम का खुलासा भी किया है, लेकिन पुलिस या जांच एजेंसी के अधिकारी उनके नाम का खुलासा नहीं कर रहे. गोपनीय ढंग से पूरे नेटवर्क को खंघाला जा रहा है. बताते चले कि 21 नवंबर 2016 की आधी रात को कानपुर रेल दुर्घटना हुई थी. उसमें करीब 164 यात्री मारे गये थे. मृतकों में कल्याणपुर अलौला का एक युवक मारा गया था. वह इंदौर में दर्जी का काम करता था. मजदूरी कर वापस घर लौट रहा था. वहीं ढाका चांद मोहन का एक युवक घायल हो गया था. उस हादसे में युवक का दोनों पैर कट
गया था.
एटीएस व रॉ की टीम करेगी पूछताछ
भारत व नेपाल में गिरफ्तार आइएसआइ के छह एजेंट से आइबी, स्थानीय जांच एजेंसी व पुलिस टीम पूछताछ कर चुकी है. जांच एजेंसियां इससे जुड़े अन्य सदस्यों के संदर्भ में जानकारी एकत्र कर रही है. इस बीच मोती पासवान के कानपुर रेल दुर्घटना में खुलासे व संलिप्तता के बाद एटीएस व रॉ के अधिकारी मोतिहारी के लिए रवाना हो चुके हैं. संभावना है कि बुधवार
एटीएस व रॉ की
को एटीएस व रॉ के अधिकारी मोतिहारी पहुंचेंगे.मोतिहारी पुलिस कस्टडी में रक्सौल गम्हरिया के उमाशंकर पटेल, आदापुर का मुकेश कुमार, आदापुर बखरी के मुकेश पासवान है. तीनों से एटीएस व रॉ के अधिकारी पूछताछ करेंगे. इसके बाद उनके नेटवर्क का बड़ा खुलासा होने की संभावना है.
मोती पासवान की तसवीर देख की पहचान
पाकिस्तानी आतंकी संगठन के लिए जुबैर व सफीक भी काम करता है. दिल्ली में एटीएस की टीम ने कुछ दिन पहले दोनों को गिरफ्तार किया था. उनके मोबाइल में मोती पासवान की तसवीर थी. पूछताछ के दौरान दोनों ने तसवीर दिखा कहा कि इसी ने कानपुर में रेलवे ट्रैक का फिस प्लेट खोला था. उसके खुलासे के बाद जांच एजेंसियों के कान खड़े हुए. मोतिहारी व नेपाल पुलिस से
मोती पासवान की
संपर्क किया गया. इसके बाद गोपनीय ढंग से कार्रवाई करते हुए नेपाल में तीन व सीमावर्ती इलाके से तीन की गिरफ्तारी हुई है.
सर्जिकल स्ट्राइक का लेना चाहते थे बदला
घोड़ासहन रेलवे ट्रैक पर आइइडी सर्जिकल स्ट्राइक का बदला लेने के िलए लगायी गयी थी. इसकी साजिश दुबई में बैठे समसुल होदा ने रची थी. इसके लिए उसने नेपाल के ब्रजकिशोर गिरि उर्फ बाबा को टास्क सौंपा था. उसने तीन लाख रुपये की फंडिंग भी की थी, लेकिन संयोगवश आइइडी विस्फोट होने से पहले घोड़ासहन के युवकों की नजर उस पर पड़ गयी. उसके कारण एक बड़ा हादसा टल गया. यह घटना एक अक्तूबर, 2016 को करीब पांच सुबह की है. वह रक्सौल से दरभंगा जानेवाली थी. सवारी ट्रेन पर एक हजार से Âबाकी पेज 15 पर
सर्जिकल स्ट्राइक का
अधिक यात्री सवार थे. घोड़ासहन में सावारी ट्रेन उड़ाने की साजिश नाकाम होने पर आतंकियों ने कानपुर में पटना-इंदौर ट्रेन की साजिश रची. उसमें आतंकी कामयाब भी रहे. आतंकियों के इस नेटवर्क का खुलासा दिल्ली में गिरफ्तार जुबैर व सफीक ने पूछताछ में किया. उसके बाद भारत की तमाम जांच एजेंसियां पूरे नेटवर्क को गोपनीय ढंग से खंगालने में जुट गयी. जांच के दौरान ही नेपाल में मोतिहारी सीमावर्ती क्षेत्रों से गिरफ्तार 10 लोगों के नाम सामने आये. उनमें दो आतंकियों को उनके साथियों ने नेपाल में मार कर फेंक दिया.