छात्रों के शैक्षणिक व व्यावसायिक विकास के लिए आवश्यक हैं कार्यशालाएं : डॉ आलोक
शनिवार को इंटरनेट ऑफ थिंग्स (आइओटी) विषय पर आयोजित कार्यशाला समापन हुई.
इंजीनियरिंग कॉलेज में इंटरनेट ऑफ थिंग्स पर आयोजित कार्यशाला संपन्न
मुंगेर. गवर्नमेंट इंजीनियरिंग कॉलेज, मुंगेर के कंप्यूटर साइंस एंड इंजीनियरिंग विभाग, इलेक्ट्रिकल इंजीनियरिंग विभाग एवं टेकग्लाज लैब के संयुक्त तत्वावधान में शनिवार को इंटरनेट ऑफ थिंग्स (आइओटी) विषय पर आयोजित कार्यशाला समापन हुई. जिसमें पटना विमेंस कॉलेज की सहायक प्राध्यापक डॉ दीपा सोनल एवं टेकग्लाज लैब प्राइवेट लिमिटेड के संस्थापक निदेशक निशांत कुमार ने छात्रों को आइओटी की नवीनतम तकनीकों और उनके व्यावहारिक अनुप्रयोगों से अवगत कराया. कार्यशाला के दौरान प्रतिभागियों को विभिन्न सेंसर्स को इस्तेमाल कर के वास्तविक जीवन में प्रयोग होने वाले कई उपकरणों को विकसित करने का भी प्रशिक्षण दिया गया.कॉलेज के प्राचार्य डॉ आलोक कुमार सिंह ने कहा कि इस प्रकार की कार्यशालाएं छात्रों के शैक्षणिक एवं व्यावसायिक विकास के लिए अत्यंत आवश्यक हैं. उन्होंने छात्रों को तकनीकी नवाचारों के साथ कदम मिलाकर चलने की प्रेरणा दी. डॉ गोविंद कुमार झा ने आइओटी के विभिन्न अनुप्रयोगों जैसे स्मार्ट होम, स्मार्ट सिटी, स्वास्थ्य सेवाएं और औद्योगिक स्वचालन पर प्रकाश डाला. कार्यशाला का को-ऑर्डिनेटर पुष्पांत कुमार और गोपाल कृष्ण थे. कार्यक्रम का संचालन कंप्यूटर साइंस एंड इंजीनियरिंग विभाग के सहायक प्राध्यापक गोपाल कृष्ण ने किया. उन्होंने छात्रों को आइओटी की मूल अवधारणा समझाते हुए बताया कि यह तकनीक भौतिक उपकरणों, वाहनों, घरेलू उपकरणों और अन्य वस्तुओं को सेंसर, सॉफ्टवेयर और नेटवर्क कनेक्टिविटी के माध्यम से जोड़ती है, जिससे ये उपकरण स्वतः ही डेटा एकत्रित, साझा और उस पर कार्य कर सकते हैं.
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