धरहरा प्रखंड में डिग्री कॉलेज नहीं होने से विद्यार्थियों को हो रही परेशान
राज्य सरकार की ओर से डिग्री कॉलेज खोलने की प्रक्रिया प्रारंभ की गई है.
मुंगेर मुख्यालय अथवा जमालपुर जाकर छात्र-छात्राएं कर रही स्नातक की पढ़ाई धरहरा धरहरा प्रखंड में डिग्री कॉलेज न होना, यहां उच्च शिक्षा पाने वाले विद्यार्थियों के लिये बड़ी समस्या है. जिसके कारण यहां के छात्रों को उच्च शिक्षा के लिए मुंगेर जाना पड़ता है. जिससे खास कर छात्राओं को काफी मुश्किल हो रही है. राज्य सरकार ने हाल ही में यह निर्णय लिया था कि जिस भी प्रखंड में डिग्री कॉलेज नहीं है वहां डिग्री कॉलेज खोले जाएंगे. मुंगेर जिले में भी इसके तहत तारापुर अनुमंडल के असरगंज में राज्य सरकार की ओर से डिग्री कॉलेज खोलने की प्रक्रिया प्रारंभ की गई है. लेकिन धरहरा प्रखंड इससे वंचित रह गया है. मुंगेर सदर अनुमंडल के धरहरा प्रखंड में एक भी सरकारी डिग्री कॉलेज नहीं होने के कारण विद्यार्थियों को मजबूरन दूसरे शहरों में जाकर उच्च शिक्षा प्राप्त करनी पड़ती है. प्रखंड के पंचायत समिति सदस्य आशीष कश्यप, विनोद कुमार, सुरज कुमार ने कहा कि आजादी के 77 वर्ष हो चुका है. इस दौरान कई सरकारें आई और चली गई, परंतु धरहरा प्रखंड में उच्च शिक्षा के लिए किसी भी सरकार ने पहल नहीं किया. चुनाव आते ही राजद, जदयू, भाजपा सहित विभिन्न दलों के नेता प्रखंड के विकास को लेकर विभिन्न वादे करते हैं, परंतु ये सभी पार्टी जनता से किये वादे को निभाने में आजतक फेल रहे हैं. जिसके कारण धरहरा प्रखंड के छात्र-छात्राओं को उच्च शिक्षा ग्रहण करने के लिए दूसरे प्रखंड व जिला जाना पड़ता है. जिससे आर्थिक रूप से कमजोर परिवार के छात्रों को उच्च शिक्षा प्राप्त करने में कठिनाइयों का सामना करना पड़ता है. वहीं प्रखंड में डिग्री कॉलेज नहीं होने से सबसे अधिक परेशानी छात्राओं को होती है. जो स्कूली शिक्षा के बाद उच्च शिक्षा की व्यवस्था न होने के कारण अपनी पढ़ाई छोड़ दे रही है.
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