विधानसभा चुनाव : नामांकन का नहीं खुला खाता, पांच दिन शेष
बिहार विधानसभा चुनाव को लेकर जहां पूरे राज्य में राजनीतिक दलों के बीच प्रत्याशी चयन के लिए माथा-पच्ची की जा रही है. वहीं अबतक अभ्यर्थियों की अंतिम सूची जारी नहीं हो पायी है.
मुंगेर. बिहार विधानसभा चुनाव को लेकर जहां पूरे राज्य में राजनीतिक दलों के बीच प्रत्याशी चयन के लिए माथा-पच्ची की जा रही है. वहीं अबतक अभ्यर्थियों की अंतिम सूची जारी नहीं हो पायी है. फलत: पहले चरण में होने वाले मुंगेर जिले के तीन विधानसभा क्षेत्र मुंगेर, जमालपुर एवं तारापुर में अबतक नामांकन का खाता नहीं खुला है. पहले चरण के चुनाव की अधिसूचना 10 अक्तूबर को जारी की गयी और इसके साथ ही नामांकन की प्रक्रिया भी प्रारंभ हो गयी है, लेकिन किसी भी क्षेत्र में नामांकन नहीं होने से संभावित प्रत्याशियों के बीच उहा-पोह की स्थिति बनी हुई है, जबकि नामांकन के लिए मात्र पांच दिन शेष बचे हैं.
इस बार विधानसभा का चुनाव काफी रोचक होने की संभावना है. एनडीए एवं महागठबंधन के सीधे मुकाबले में जनसुराज पार्टी चुनाव को त्रिकोणात्मक बनाने की पूरी कोशिश में लगी है. मुंगेर जिले में विधानसभा की तीन सीटें हैं. जिसमें मुंगेर पर वर्तमान में भाजपा, जमालपुर में कांग्रेस और तारापुर में जदयू का कब्जा है. वर्तमान समीकरण में फेरबदल की चर्चा मुंगेर से लेकर पटना तक जोर मार रही है. राजनीतिक गलियारे में चर्चा है कि राज्य के उपमुख्यमंत्री सम्राट चौधरी अपने गृह विधानसभा तारापुर से चुनाव लड़ेंगे. इस परिस्थिति में पूर्व से जदयू के खाते में तारापुर का सीट भाजपा को मिलने की संभावना बनी हुई है. इधर रविवार की शाम तक जिले के किसी भी विधानसभा सीट से एनडीए व महागठबंधन के उम्मीदवार की घोषणा अधिकारिक तौर पर नहीं हुई है. वैसे सोशल मीडिया पर हर विधानसभा से उम्मीदवार की चर्चा जोरों पर है.सोमवार को प्रत्याशियों के नामों की घोषणा की संभावना
मुंगेर जिले के किसी भी विधानसभा क्षेत्र के अबतक किसी भी प्रत्याशी ने नामांकन नहीं किया है. हालांकि दर्जन भर संभावित प्रत्याशियों द्वारा नाजिर रसीद कटाया गया है, लेकिन इसमें किसी भी पार्टी के उम्मीदवार शामिल नहीं हैं. अब जबकि नामांकन में पांच दिन शेष हैं, तो माना जा रहा है कि सोमवार को दोनों प्रमुख घटक दलों के साथ ही जनसुराज पार्टी द्वारा अपने प्रत्याशियों के नामों की घोषणा की जायेगी और मंगलवार से नामांकन की प्रक्रिया रफ्तार पकड़ेगी. वैसे प्रशासनिक स्तर पर चुनाव की तैयारी जोर-शोर से चल रही है और अधिकारियों द्वारा पूरी व्यवस्था की मॉनिटरिंग की जा रही है. वहीं दूसरी ओर मतदाता प्रतिशत बढ़ाने के लिए स्वीप कोषांग की ओर से मतदाता जागरूकता अभियान लगातार चलाया जा रहा है. जिसमें स्कूल, कॉलेज के साथ ही जीविका दीदियों का सहयोग लिया जा रहा है.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है
