साइबर अपराधियों ने चार लोगों को बनाया शिकार, 11 लाख से अधिक की ठगी

चार लोगों को बनाया शिकार, 11 लाख से अधिक की ठगी

By AMIT JHA | December 29, 2025 7:08 PM

साइबर ठगी के शिकार पीड़ितों ने साइबर थाना में दर्ज करायी शिकायत

मुंगेर. मुंगेर में साइबर अपराध के मामले काफी तेजी से बढ़ते जा रहे हैं. इसके कारण साइबर ठगी के शिकार लोगों की संख्या भी काफी बढ़ गयी है. साइबर अपराधियों ने जिले के चार लोगों को अपना शिकार बनाया है, जिसमें इनसे साइबर अपराधियों ने 11 लाख रूपये अधिक की ठगी कर ली है. सभी पीड़ितों ने सोमवार को साइबर थाने में प्राथमिकी करायी है.

बताया गया कि पेंशन अपडेट करने के नाम पर जमालपुर रेल कारखाना से रिटायर्ड रेल कर्मी जमालपुर फरीदपुर निवासी 61 वर्षीय घनश्याम पंडित के बैंक खाता से साइबर अपराधियों ने 10 लाख की ठगी कर ली. पीड़ित ने बताया कि उसके मोबाइल पर फोन आया. फोन करने वाले ने खुद को जमालपुर रेल कारखाना का कर्मी बताते हुए कहा कि आपका पेंशन अपडेट होना है. पीपीओ फार्म भेज रहे हैं, इसको भरिये. इस बीच एपीके फाइल डाउनलोड कराया. जैसे-जैसे बताया वैसे मोबाइल पर फॉर्म भरता गया. इस बीच उसके बैंक खाता से 10 लाख की निकासी हो गयी. उन्होंने बताया कि एक दिन पूर्व ही उसने रिटायरमेंट का अधिकांश पैसा दूसरे मद में खर्च कर दिया था, नहीं तो लाखों रुपया साइबर अपराधी ठगी कर लेते.

एटीएम में फंसा कार्ड, खाते से निकल गया 1.06 लाख

पूरबसराय हाजीसुजान निवासी आईटी कर्मी जिशान अली ने साइबर थाना में दिए आवेदन में बताया कि उसके पास एचडीएफसी बैंक का एटीएम कार्ड है. सोमवार की शाम करीब तीन बजे वह आइटीसी के समीप स्थित एसबीआइ के एटीएम में पैसा निकासी करने गया. पिन डालने के बाद उसका एटीएम मशीन में ही फंस गया ,लेकिन पैसा की निकासी नहीं हुई. एटीएम में टंगे शिकायती नंबर 7307141335 पर उसने फोन किया. फोन रिसिव करने वाले कर्मी ने सीसीटीवी देख कर बताया कि आपका एटीएम फंस गया है, चार सौ मीटर की दूरी पर ब्रांच है, आप ब्रांच आइये. वह जब तक ब्रांच पहुंचा, तबतक 1.06 लाख की निकासी हो चुकी थी.

आंगनबाड़ी का पैसा भेजने के नाम पर ठगे 48 हजार

कासिम बाजार दुर्गास्थान निवासी इन्द्रदेव पोद्दार ने बताया कि 25 दिसंबर को उसके मोबाइल पर फोन आया. फोन करने वाले ने खुद को सदर सीडीपीओ कार्यालय का कर्मी सुनील कुमार बताते हुए कहा कि आपके यहां एक महीना पहले एक बच्चा का जन्म हुआ है. उसका पैसा छह हजार रुपये आया है. फोन करने वाले ने पैसा भेजने के लिए क्यूआर कोड मांगा. इन्द्रदेव पासवान ने गूगल पे का क्यूआर कोड भेज दिया. इसके बाद फोन करने वाले एक एक लिंक भेजा. जिसके बाद उसके खाता से तीन बार में 48 हजार की निकासी कर ली गयी.

सीबीआइ अधिकारी बनकर छात्रा से 55 हजार की ठगी

साइबर अपराधियों ने शादीपुर निवासी बीए की छात्रा को फोन कर खुद को सीबीआइ का अधिकारी बाताते हुये उससे डराकर 55 हजार की ठगी कर ली. पीड़ित छात्रा ने बताया कि फोन करने वाले ने खुद को सीबीआइ का अधिकारी बताया. साथ ही उसे फोन कर बताया कि तुमने अपने मोबाइल फोन में आपत्तिजनक फोटो रखा है. आपत्तिजनक फोटो रखने के एवज में तुम्हें जेल की सजा हो सकती है, अगर बचना है तो एक लाख रुपये तुरंत ट्रांसफर करो, नहीं तो तुम्हें गिरफ्तार कर लिया जायेगा. सीबीआइ की धमकी से डर कर पीड़िता ने 55 हजार रुपये साइबर ठग को ट्रांसफर कर दिया.

कहते हैं साइबर डीएसपी

साइबर थानाध्यक्ष सह डीएसपी राकेश रंजन ने बताया कि साइबर अपराधियों ने बताया कि चार लोगों द्वारा लगभग 11 लाख रूपये ठगी को लेकर शिकायत दर्ज करायी है. सभी मामले में प्राथमिकी दर्ज करने के बाद अनुसंधान जारी है.

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