खरीफ कार्यशाला का आयोजन
फोटो संख्या : 11,12फोटो कैप्सन : कार्यशाला का उद्घाटन करते अधिकारी व उपस्थित समन्वयक प्रतिनिधि, मुंगेर सदर प्रखंड कार्यालय परिसर स्थित आंबेडकर भवन में शुक्रवार को एक दिवसीय कार्यशाला का आयोजन किया गया. कार्यशाला का उद्घाटन जिला कृषि पदाधिकारी कृष्ण कुमार वर्मा, कृषि विज्ञान केंद्र के कार्यक्रम समन्वयक डॉ गोपाल राम शर्मा, प्रखंड विकास पदाधिकारी […]
फोटो संख्या : 11,12फोटो कैप्सन : कार्यशाला का उद्घाटन करते अधिकारी व उपस्थित समन्वयक प्रतिनिधि, मुंगेर सदर प्रखंड कार्यालय परिसर स्थित आंबेडकर भवन में शुक्रवार को एक दिवसीय कार्यशाला का आयोजन किया गया. कार्यशाला का उद्घाटन जिला कृषि पदाधिकारी कृष्ण कुमार वर्मा, कृषि विज्ञान केंद्र के कार्यक्रम समन्वयक डॉ गोपाल राम शर्मा, प्रखंड विकास पदाधिकारी संजय कुमार एवं सहायक निदेशक पौधा संरक्षण गोपाल शरण प्रसाद ने संयुक्त रूप से दीप प्रज्वलित कर किया. केके वर्मा ने बताया कि खरीफ कार्यशाला का आयोजन कर पहले विभिन्न प्रखंडों के बीएओ एवं कृषि समन्वयकों को प्रशिक्षित किया जा रहा है. जिससे ये लोग पुन: चयनित किसानों को प्रशिक्षण देंगे. उन्होंने कहा कि वर्ष 2011-12 से श्री तकनीक से धान की खेती आरंभ की गयी. इस विधि के प्रयोग से धान के उत्पादन में काफी वृद्धि हुई है. उन्होंने कहा कि समय से यदि धान का बिचड़ा तैयार कर उसकी रोपाई कर दी जाय तो श्री विधि का भरपूर लाभ उठाया जा सकता है. उन्होंने बताया कि उत्पादन को बढ़ाना है. इसके लिए श्री विधि के साथ-साथ अंतर वर्ती खेती को भी बढ़ावा देना होगा. जैसे मक्का के साथ अरहर या उड़द की बुआई कर देने से किसान एक साथ दो-दो फसल का लाभ ले सकते हैं. डॉ जीआर शर्मा ने कहा कि सुधार एक निरंतर प्रक्रिया है. अधिकांश किसान मिट्टी जांच कराये बिना ही खेती कर रहे हैं. जिसके कारण वह अपने खेत में उचित उर्वरक का प्रयोग नहीं कर पाते हैं. कृषि वैज्ञानिक मुकेश कुमार, ई. अशोक कुमार एवं डॉ विनोद कुमार ने भी खरीफ फसल के बुआई की तैयारी व समय- समय पर देखभाल करने की विधि बतायी.
