मुंगेर सदर अस्पताल में मेडिकल सर्टिफिकेट के नाम पर दलालों का खेल, मरीजों से वसूली

मुंगेर सदर अस्पताल में मेडिकल सर्टिफिकेट के नाम पर दलालों का खेल, मरीजों से वसूली

By AMIT JHA | December 25, 2025 10:53 PM

एक से दो हजार रुपये में दलाल बिना जांच के ही मेडिकल सर्टिफिकेट दिलाने का करते हैं दावा

चिकित्सकों के पास बिना किसी अनुमति के घूमते रहते हैं दलाल, अस्पताल प्रबंधन ने दी शिकायत करने की सलाह

मुंगेर. मुंगेर सदर अस्पताल प्रबंधन लाख प्रयास के बावजूद जहां मरीजों को बहला-फुसलाकर सदर अस्पताल के ओपीडी में मेडिकल सर्टिफिकेट बनाने वाले दलालों का दखल भी काफी अधिक बढ़ गया है, जो एक मेडिकल सर्टिफिकेट बनाने के लिये एक से दो हजार रूपये लेता है. हद तो यह है कि यदि पैसे अधिक मिले तो इन दलालों के सेटिंग से चिकित्सक के पास जांच कराने तक जाने की जरूरत नहीं पड़ती है, क्योंकि मेडिकल सर्टिफिकेट बनाने वाले दलाल पर्ची कटाने से लेकर चिकित्सक से जांच लिखाने व मेडिकल फिट घोषित कराने का काम खुद की कर लेते हैं.

मेडिकल सर्टिफिकेट बनाने आने वाले की पूरे दिन करते हैं तलाश

सदर अस्पताल में इन दिनों मेडिकल सर्टिफिकेट बनाने वाले दलालों का दखल काफी अधिक बढ़ गया है. पूरे दिन ओपीडी के अंदर-बाहर चक्कर लगाते रहते हैं. इस दौरान ये दलाल अस्पताल में मेडिकल सर्टिफिकेट बनाने आने वाले की तलाश में लगे रहते हैं. जैसे ही इन्हें कोई मेडिकल सर्टिफिकेट बनाने वाला मिलता है. वे पहले उनसे पूरी जानकारी लेते हैं और उसे मेडिकल सर्टिफिकेट बनाने की लंबी प्रक्रिया का डर दिखाकर खुद सारा काम कराने का लाभ देते हैं. वही मेडिकल सर्टिफिकेट जल्दी बनाने के लोभ में लोग उनके चक्कर में फंस जाते हैं.

मेडिकल सर्टिफिकेट बनवाने के लिए एक से दो हजार

मेडिकल सर्टिफिकेट बनाने के लिये ओपीडी में घूम रहे दलाल एक से दो हजार रूपये तक लेते हैं. यह तो वैसे लोगों के लिये हैं. जिसे पहले पर्ची कटाकर सभी प्रकार का जांच कराकर चिकित्सक से मेडिकल फिट लिखाना होता है. वैसे लोग, जिनके पास मेडिकल सर्टिफिकेट बनाने का फॉर्मेट हो और उन्हें केवल इन सर्टिफिकेट पर चिकित्सक का हस्ताक्षर चाहिये हो तो यह काम केवल 500 रूपये में ही हो जाता है. इसके लिये संबंधित व्यक्ति यदि अधिक पैसे दे तो उसे चिकित्सक के पास तक नहीं जाना पड़ता. उन्हें सारा काम कराकर सर्टिफिकेट हाथ में मिल जाता है.

चिकित्सक के आसपास घूमते रहते हैं दलाल

मेडिकल सर्टिफिकेट बनाने वाले दलाल पूरे दिन ओपीडी में चिकित्सक के आसपास ही घूमते रहते हैं. जो कई बार चिकित्सकों को भी स्वास्थ्य विभाग के किसी एजेंसी का आदमी बताकर जान पहचान कर लेते हैं. हद तो यह है कि ये लोग बिना किसी अनुमति के ओपीडी में पूरे दिन चिकित्सकों के पास बैठे भी रहते हैं. जिससे खुद चिकित्सक कई बार ऐसे दलालों को स्वास्थ्य विभाग का कर्मचारी समझ लेते हैं. इन दलालों का सदर अस्पताल के ओपीडी में दखल इस कदर है कि ये ओपीडी में किसी भी चिकित्सक के पास बिना काम के भी आराम से आ-जा सकते हैं.

कहते हैं प्रभारी अस्पताल उपाधीक्षक

सदर अस्पताल के प्रभारी अस्पताल उपाधीक्षक डॉ रमन कुमार ने बताया कि मेडिकल सर्टिफिकेट बनाने के लिये अस्पताल में किसी प्रकार की राशि नहीं देनी है. यदि कोई मेडिकल सर्टिफिकेट बनाने के लिये पैसे की मांग करता है तो इसकी शिकायत कर सकते हैं. ओपीडी में इसे लेकर सूचना लगाने का निर्देश दिया गया है.

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