पूर्व मंत्री नरेंद्र सिंह व उनके बेटे सुमित की गिरफ्तारी का आदेश

मुंगेर/जमुई : पूर्व कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह और उनके पुत्र पूर्व विधायक सुमित सिंह की गिरफ्तारी का आदेश मुंगेर की एसपी लिपि सिंह ने दिया है. यह आदेश कोतवाली थाना कांड संख्या 348/19 के पर्यवेक्षण में दिया गया है. इसमें सांसद राजीव रंजन सिंह उर्फ ललन सिंह का फर्जी पीए बनकर ठगी के मामले में […]

By Prabhat Khabar Print Desk | January 28, 2020 6:23 AM
मुंगेर/जमुई : पूर्व कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह और उनके पुत्र पूर्व विधायक सुमित सिंह की गिरफ्तारी का आदेश मुंगेर की एसपी लिपि सिंह ने दिया है. यह आदेश कोतवाली थाना कांड संख्या 348/19 के पर्यवेक्षण में दिया गया है.
इसमें सांसद राजीव रंजन सिंह उर्फ ललन सिंह का फर्जी पीए बनकर ठगी के मामले में गिरफ्तार ब्रजेश उर्फ बमबम सिंह के स्वीकारोक्ति बयान के आधार पर एसपी ने नरेंद्र सिंह और उसके पुत्र सुमित सिंह को अप्राथमिकी अभियुक्त बनाते हुए गिरफ्तारी का आदेश कांड के अनुसंधानकर्ता को दिया है. एसपी ने बताया कि 14 अगस्त, 2019 को मुंगेर परिसदन से सांसद राजीव रंजन सिंह उर्फ ललन का फर्जी पीए कुणाल को गिरफ्तार किया गया था. सरकारी नौकरी दिलाने के नाम पर व अन्य तरह से ठगी मामले में लिप्त था. गिरफ्तार ब्रजेश उर्फ बमबम टेटियाबंबर थाने के भूना गांव का रहने वाला था. मामले में कोतवाली थाने में कांड संख्या 348/19 दर्ज किया.
ब्रजेश की निशानदेही पर पुलिस ने भूना के ही विजय कुमार सिंह, मुफस्सिल थाना क्षेत्र के सीताकुंड निवासी मुकेश यादव व नयारामनगर थाना क्षेत्र के नौवागढ़ी निवासी गौतम कुमार को भी गिरफ्तार कर जेल भेजा था. गिरफ्तार बमबम सिंह ने अपने स्वीकारोक्ति बयान में कहा था कि उनके काम में संरक्षक की भूमिका पूर्व मंत्री नरेंद्र सिंह व उनके पुत्र सुमित सिंह निभाते हैं.
बमबम के स्वीकारोक्ति बयान एवं उसके मोबाइल की सीडीआर निकाल कर जांच की गयी. अनुसंधान में यह स्पष्ट हुआ कि फर्जी पीए बमबम सिंह ने झारखंड के देवघर रिखिया में बजरंगी महतो से एक जमीन को लेकर पांच करोड़ रुपये का एग्रीमेंट किया था. इसमें पूर्व मंत्री व उनके पुत्र ने मध्यस्थता की थी. इसके एवज में दोनों को एक करोड़ रुपये मिलने वाले थे. एसपी ने कहा कि अनुसंधान के क्रम में पूर्व मंत्री नरेंद्र सिंह उनके पुत्र सुमित सिंह, देवघर के बजरंगी मेहता, टेटियाबंबर के बबन सिंह के विरुद्ध गिरफ्तारी का आदेश दिया गया गया है.
क्या है स्वीकारोक्ति बयान
सांसद ललन सिंह के फर्जी पीए ब्रजेश उर्फ बमबम कुमार सिंह की गिरफ्तारी के बाद सर्किट हाउस में ही कोतवाली थानाध्यक्ष रोहित कुमार सिंह ने उसका स्वीकारोक्ति बयान दर्ज किया था. इसमें उन्होंने पूर्व मंत्री नरेंद्र सिंह एवं उसके पुत्र सुमित सिंह के लिए जो कहा वह इस प्रकार है. ” देवघर रिखिया में मैंने एक जमीन का एग्रिमेंट बंगाली से लिया था.
इसमें बजरंगी मेहता से 5 करोड़ में बात हुई थी. इस जमीन में मध्यस्थता पूर्व मंत्री नरेंद्र सिंह से करवा रहे थे. इसके एवज में उनको एक करोड़ देने की बात हुई थी. इस संबंध में नरेंद्र सिंह के पुत्र सुमित सिंह से भी फोन करते व करवाते थे. अन्य कार्यों में भी उनलोगों से अधिकारियों को फोन कराते थे. जमीन के धंधे में कपिल (जमुई) भी मेरे साथ रहता था. ”
यह राजनीतिक षड्यंत्र : नरेंद्र सिंह
फोन पर पूर्व मंत्री नरेंद्र सिंह ने कहा कि मेरे ऊपर लगाया गया आरोप राजनीतिक षड्यंत्र है. मैं इसकी जांच कराने की मांग सीबीआई से करता हूं. मैं जिसको जानता नहीं हूं, उसके बयान पर और मुझे जानकारी दिये बैगेर असंवैधानिक ढंग से पुलिस ने काम किया है. इसके पहले विधायक अनंत सिंह के खिलाफ भी एक अधिकारी का इस्तेमाल कर उन्हें काफी परेशान किया गया. इसको लेकर भी जांच-पड़ताल करायी जाये.

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