रक्षाबंधन पर चंद्रग्रहण का योग, शुभ मुहूर्त में ही बांधें राखी
मात्र 2 घंटे 43 मिनट का ही है शुभ मुहूर्त्त... मुंगेर : जैसे-जैसे रक्षाबंधन का त्योहार नजदीक आ रहा है, वैसे-वैसे बाजार की भी रौनक बढ़ने लगी है़ रक्षाबंधन का त्योहार भाई-बहन के सबसे खास त्योहारों में से एक है, पर इस बार रक्षाबंधन पर चंद्रग्रहण का योग बन रहा है़ इसे ध्यान में रखते […]
मात्र 2 घंटे 43 मिनट का ही है शुभ मुहूर्त्त
मुंगेर : जैसे-जैसे रक्षाबंधन का त्योहार नजदीक आ रहा है, वैसे-वैसे बाजार की भी रौनक बढ़ने लगी है़ रक्षाबंधन का त्योहार भाई-बहन के सबसे खास त्योहारों में से एक है, पर इस बार रक्षाबंधन पर चंद्रग्रहण का योग बन रहा है़ इसे ध्यान में रखते हुए शुभ मुहूर्त में ही राखी बांधना बेहतर होगा़ इस बार राखी बांधने के लिए सिर्फ 2 घंटे 43 मिनट का ही शुभ मुहूर्त है़
सात अगस्त को है रक्षा बंधन का त्योहार: प्रत्येक वर्ष सावन पूर्णिमा के दिन रक्षा बंधन का त्योहार मनाया जाता है़ इस साल भाई-बहन के प्रेम का प्रतीक यह पर्व सावन के आखिरी सोमवार सात अगस्त को है. इस बार यह पर्व ग्रहण का काला साया लेकर आ रहा है. रक्षाबंधन के दौरान सिर्फ कुछ मिनट के शुभ समय में ही बहनों को अपने भाई की कलाई पर राखी बांधनी होगी. जब भी कोई कार्य शुभ समय में किया जाता है, तो उस कार्य की शुभता में वृद्धि होती है. भाई-बहन के रिश्ते को अटूट बनाने के लिए राखी बांधने का कार्य भी शुभ मुहूर्त में करना चाहिए.
राखी बांधने का शुभ मुहूर्त
पंडित विनोद झा ने बताया कि सात अगस्त की सुबह 11.07 बजे से दोपहर 1.50 बजे तक राखी बांधने का शुभ समय है. इसी दिन चंद्र ग्रहण भी होगा, जो रात्रि 10.52 से 12.22 बजे तक रहेगा. चंद्र ग्रहण से नौ घंटे पूर्व सूतक लग जायेगा. इससे पहले भद्रा का प्रभाव रहेगा. चंद्रग्रहण पूर्ण नहीं होगा, बल्कि खंड ग्रास होगा. भद्रा योग और सूतक में राखी नहीं बांधनी चाहिए. चंद्र ग्रहण के प्रभाव के चलते मंदिरों के कपाट बंद रहेंगे. इस दौरान पूजा-पाठ नहीं होगा. जब सूतक आरंभ हो जाता है तब केवल मंत्रों का जाप किया जा सकता है. इस दौरान किसी भी तरह का शुभ काम नहीं होता.
इन पर रहेगा प्रभाव
चंद्र ग्रहण के समय मुख्य रूप से मेष, सिंह, वृश्चिक व मीन राशि वाले के लिए शुभ माना जा रहा है़ वृष, मिथुन, कर्क, कन्या, तुला, धनु, मकर और कुंभ राशि वाले जातकों के लिए यह चंद्रग्रहण अशुभ होगा. श्रावण में जन्मे जातकों के लिए ग्रहण अशुभ माना जा रहा है. वहीं पंचांग गणनाओं को मानें तो उन्हें छाया डाला कर अपने इष्ट का जाप करना चाहिए.
