Madhubani : अल्पसंख्यक बालक छात्रावास में डिजिटल शिक्षा की शुरुआत

जिले के अल्पसंख्यक बालक छात्रावास राघोनगर भौआरा में अब छात्र आधुनिक तकनीक से कदमताल करते नजर आ रहे हैं.

By SHAILENDRA KUMAR JHA | August 18, 2025 4:59 PM

छात्रों को मिल रही कंप्यूटर ट्रेनिंग, प्रतियोगी परीक्षा और रोजगार में होगा लाभ एक बैच में तीस छात्र सीखेंगे कंप्यूटर मधुबनी . जिले के अल्पसंख्यक बालक छात्रावास राघोनगर भौआरा में अब छात्र आधुनिक तकनीक से कदमताल करते नजर आ रहे हैं. पारंपरिक पढ़ाई के साथ-साथ यहां छात्रों को कंप्यूटर शिक्षा दी जा रही है. छात्रावास परिसर में कंप्यूटर लैब की स्थापना की गई है, जहां प्रशिक्षित शिक्षक बच्चों को इंटरनेट, टाइपिंग, ऑफिस वर्क और डिजिटल एप्लिकेशन का प्रशिक्षण दे रहे हैं. कंप्यूटर शिक्षा से पढ़ाई आसान हो गई है. ऑनलाइन सामग्री और एप्स से तैयारी में मदद मिल रही है. छात्रावास प्रशासन का मानना है कि यह पहल ग्रामीण पृष्ठभूमि से आने वाले छात्रों के लिए वरदान साबित होगी. अधिकांश बच्चे अबतक तकनीकी शिक्षा से वंचित रहे थे. ऐसे में यह सुविधा उन्हें भविष्य की चुनौतियों से निपटने में मदद करेगी. जिले के अन्य छात्रावासों में भी कंप्यूटर लैब खोले जाएंगे, ताकि डिजिटल युग में कोई भी बच्चा पीछे न रह जाए. छात्रों के कौशल विकास पर किया जा रहा फोकस सरकार पहले अल्पसंख्यक समुदाय के छात्रों को शिक्षा देने पर जोर दे रही थी. लेकन अब उनके कौशल विकास पर फोकस किया जा रहा है. छात्रावास में 21 कंप्यूटर सेट लगाये गये हैं. जहां एक साथ एक बैच में तीस छात्र कंप्यूटर सीख सकेंगे. विदित हो कि सरकार हर महीने छात्रावास में रहने वाले छात्रों को एक हजार रूपये और अनाज उपलब्ध करा रही है. छात्रावास में लाअब्रेरी की सुविधा भी उपलब्ध करायी गयी है. सरकार अल्पसंखक समुदाय के छात्रों की मदद के लिए विशेष योजना चला रही है. छात्रावास में मिलती है यह सुविधा बिहार सरकार इस योजना के जरिए अल्पसंख्यक छात्रावास में रह कर 10 वीं से बारहवीं कक्षा में पढ़ने वाले अल्पसंख्यक समुदाय के बच्चों को एक हजार रूपये मासिक मदद भी दे रही है. मधुबनी के राघोनगर भौआर में बने बहुमंजिलें इमारत में उन्हें चारपाई, गद्दे, चादर, पढ़ने के लिए मेज कुर्सी, खाना पकाने के बर्तन और रसोई के अलावे वाई-फाई के सुविधा के साथ लाइब्रेरी और 24 घंटे बिजली पानी आदि की सुविधा प्रदान की जा रही है. अल्पसंख्यक छात्रों को पढ़ाई के लिए किया जा रहा प्रेरित बिहार सरकार के इस योजना का उद्देश्य सूबे के अल्पसंख्यक समुदाय के छात्रों को आगे की पढ़ाई पूरा करने के लिए प्रेरित करना है. अल्पसंख्यक समुदाय के छात्र को इस योजना का लाभ मिलेगा. अल्पसंख्यक में मुसलमान, जैन, ईसाई इन सभी समुदाय के जुड़े छात्र इसका लाभ ले सकते हैं. क्या कहते हैं अधिकारी जिला अल्पसंख्यक कल्याण विभाग के सहायक निदेशक हेमंत कुमार ने कहा कि छात्रावास में कंप्यूटर उपलब्ध कराया गया है. छात्रावास में एक बैच में तीस छात्रों को कंप्यूटर की शिक्षा दी जाएगी. छात्रों को वाई-फाई, लाइब्रेरी एवं बिजली पानी की भी सुविधा दी जा रही है.

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