मिथिला की कला-संस्कृति को नया आयाम देगा ”मिथिला हाट”, मधुबनी में आज सीएम करेंगे इसका उद्घाटन

मंत्री संजय कुमार झा ने कहा मुझे संतुष्टि है कि जिस काम को शुरू किया वह पूरा हो गया है. मिथिला हाट का निर्माण सपने के सच होने जैसा है. इस्ट-वेस्ट कॉरिडोर (एनएच 57) के किनारे अवस्थित होने के कारण मिथिला के साथ-साथ देश-विदेश के पर्यटक भी ''मिथिला हाट'' तक आसानी से पहुंच सकेंगे.

By Prabhat Khabar Digital Desk | January 11, 2023 7:07 AM

मिथिला की कला-संस्कृति से लोगों को रूबरू कराने और बिक्री के लिए बाजार उपलब्ध कराने के लिए राज्य सरकार ने ”दिल्ली हाट” के तर्ज पर मधुबनी के झंझारपुर प्रखंड के अररिया संग्राम में एनएच 57 के किनारे ”मिथिला हाट” बनाया है. समाधान यात्रा के दौरान बुधवार को मुख्यमंत्री नीतीश कुमार इसका लोकार्पण करेंगे. इसके उद्घाटन से राज्य में पर्यटन को और बढ़ावा मिलेगा.

50 आधुनिक दुकानों का कराया गया है निर्माण

जल संसाधन सह सूचना एवं जनसंपर्क मंत्री संजय कुमार झा ने मंगलवार को अधिकारियों के साथ ”मिथिला हाट” का स्थल निरीक्षण किया. जल संसाधन विभाग की ओर से निर्मित मिथिला हाट परिसर 50 आधुनिक दुकानों के अलावा फूड कोर्ट, ओपन एयर थिएटर, प्रशासनिक भवन, मल्टी परपस हॉल, डोरमेट्री, झरना, पार्किंग एरिया इत्यादि का भी निर्माण कराया गया है.

इस्ट-वेस्ट कॉरिडोर के किनारे है मिथिला हाट

मंत्री ने कहा मुझे संतुष्टि है कि जिस काम को शुरू किया वह पूरा हो गया है. मिथिला हाट का निर्माण सपने के सच होने जैसा है. इस्ट-वेस्ट कॉरिडोर (एनएच 57) के किनारे अवस्थित होने के कारण मिथिला के साथ-साथ देश-विदेश के पर्यटक भी ”मिथिला हाट” तक आसानी से पहुंच सकेंगे. यहां आकर लोग मिथिला की कला-संस्कृति, जैसे- मिथिला पेंटिंग, हस्तकला, सिक्की घास और खादी से निर्मित उत्पादों के अलावा स्थानीय व्यंजन इत्यादि से रू-ब-रू हो सकेंगे. इससे आसपास के इलाकों के लोगों को रोजगार के नये अवसर मिलेंगे.

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”मिथिला हाट” योजना के लिए 299 लाख रुपये की प्रशासनिक स्वीकृति

संजय झा ने बताया कि मिथिला हाट के साथ लगती बड़ी पोखर का जल संसाधन विभाग ने जीर्णोद्धार एवं सौंदर्यीकरण कराया है. मिथिला हाट आने वाले पर्यटक यहां बोटिंग का भी आनंद ले सकेंगे. ”मिथिला हाट” योजना के लिए 299 लाख रुपये की प्रशासनिक स्वीकृति प्राप्त हुई है, जबकि बड़की पोखर के जीर्णोद्धार एवं सौंदर्यीकरण कार्य के साथ-साथ सुगरवे नदी की उड़ाही की योजना की कुल लागत 1596.51 लाख रुपये है.

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