आगे-आगे चला बुलडोजर पीछे से लगती गयीं दुकानें

प्रशासनिक पहल पर अतिक्रमण करनेवालों का पलड़ा रहा भारी कोर्ट परिसर से अतिक्रमण हटाने की हुई थी प्रशासनिक पहल मधुबनी : प्रशासन के लिये अतिक्रमण खाली कराना एक बड़ी चुनौती है. हर चौक चौराहा, मुख्य सड़क अतिक्रमण की चपेट में है. प्रत्येक बैठक में अतिक्रमण हटाने के लिये योजना बनती है. लेकिन योजनाएं आदेश तक […]

By Prabhat Khabar Print Desk | September 24, 2019 1:00 AM

प्रशासनिक पहल पर अतिक्रमण करनेवालों का पलड़ा रहा भारी

कोर्ट परिसर से अतिक्रमण हटाने की हुई थी प्रशासनिक पहल
मधुबनी : प्रशासन के लिये अतिक्रमण खाली कराना एक बड़ी चुनौती है. हर चौक चौराहा, मुख्य सड़क अतिक्रमण की चपेट में है. प्रत्येक बैठक में अतिक्रमण हटाने के लिये योजना बनती है. लेकिन योजनाएं आदेश तक ही सिमट कर रह जाता हैं. शायद ही ऐसा हुआ होगा कि शहर में अतिक्रमण हटाने के लिये विशेष अभियान चलाया गया होगा.
हमेशा थाना मोड़से समाहरणालय तक अतिकमण खाली कराने की खाना पूर्ति कर ली जाती है. लेकिन यहां 24 घंटे से पहले ही दुकान सज जाती है. सोमवार को भी ऐसा ही हुआ. अतिक्रमण हटाने की प्रक्रिया हास्यास्पद बन कर रह गयी.
सोमवार की सुबह जिला प्रशासन के आदेश पर नगर परिषद ने थाना चौक से समाहरणालय के समीप परिषद बाजार के कुछ आगे तक अतिक्रमण खाली कराया गया. लेकिन दोपहर होते होते खाली कराये गये स्थान पर फिर से दुकान सज गई. हालांकि अतिक्रमण खाली कराने में नप प्रशासन को काफी मशक्त करनी पड़ी. पुलिस फोर्स नहीं रहने के कारण अतिक्रमणकारियों से गाली गलौज भी सुनना पड़ा. मौके पर नगर प्रबंधक नीरज कुमार झा, स्वच्छता निरीक्षक अनिल कुमार झासहित अन्य उपस्थित थे.

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