सावन की सोमवारी पर मवेशी हाट में पार्किंग खोलने की मांग
सावन की सोमवारी पर मवेशी हाट में पार्किंग खोलने की मांग
सिंहेश्वर.
सावन की सोमवारी पर मवेशी हाट परिसर में पार्किंग की व्यवस्था नहीं होने से श्रद्धालुओं को परेशानी हुई. ट्रैफिक प्लान में मवेशी हाट को पार्किंग स्थल के रूप में तय किया गया था. इसके बावजूद पहली सोमवारी पर इसका गेट नहीं खोला गया. इससे गाड़ियां मेला ग्राउंड में खड़ी करनी पड़ी. वहां मैदान में रातभर श्रद्धालुओं व कांवरियों की भीड़ लगी गयी. इधर, जिला प्रशासन ने श्रावणी मेला 2025 के लिए सात पार्किंग स्थल तय किये हैं. इनमें मवेशी हाट ग्राउंड, मेला ग्राउंड मेला कैंप ऑफिस परिसर, पुलिस लाइन, नारियल विकास बोर्ड, भेलवा मोड़ के आगे शांतिवन गली की जमीन व दुर्गा चौक के पास की जगह शामिल है. ट्रैफिक प्लान के अनुसार शंकरपुर व कुमारखंड की ओर से आने वाली गाड़ियां मवेशी हाट व मेला ग्राउंड में पार्क होनी थी. मधेपुरा से आने वाली बाइक नारियल बोर्ड से शर्मा चौक, पोस्ट ऑफिस रोड होते हुए मवेशी हाट तक जानी थी. पिछली ब्रीफिंग में भी मवेशी हाट में पार्किंग की बात कही गयी थी. पुलिस प्रशासन के ट्रैफिक प्लान व डीएम, एसपी के संयुक्त आदेश में मवेशी हाट में दंडाधिकारी व पुलिस पदाधिकारी की तैनाती का निर्देश था. इसके बावजूद मवेशी हाट का गेट नहीं खोला गया. इससे ठेकेदार को लाखों रुपये का नुकसान हुआ. ठेकेदार का कहना है कि मवेशी हाट सिंहेश्वर मंदिर न्यास समिति के अधीन है. गेट बंद रहने से श्रद्धालुओं की गाड़ियां इधर- उधर खड़ी करनी पड़ी. मेला ग्राउंड खुला मैदान है. रातभर श्रद्धालुओं की आवाजाही रहती है. ऐसे में वहां किसी घटना की आशंका बनी रहती है. मवेशी हाट चारों ओर से घिरा हुआ है. वहां गाड़ियां व श्रद्धालु सुरक्षित रहते हैं. ठेकेदार ने मांग की है कि सावन की सोमवारी पर मवेशी हाट परिसर का ताला खोलकर पार्किंग की व्यवस्था की जाय. इससे ट्रैफिक व्यवस्था भी दुरूस्त रहेगी. वहीं दूसरी तरफ बताया कि उक्त समस्या को लेकर सिंहेश्वर मंदिर न्यास समिति अध्यक्ष सह डीएम तरनजोत सिंह, सिंहेश्वर मंदिर न्यास समिति सचिव सह डीडीसी अनिल बसाक को भी इस मामले में पत्र भेजा गया है. वहीं ट्रैफिक डीएसपी चेतनानंद झा ने बताया कि पार्किंग स्थल न्यास के अधीन है. इसमें कोई भी निर्णय न्यास के अधिकारी लेंगे.पार्किंग शुल्क की हो बढ़ोतरी
सिंहेश्वर मंदिर न्यास समिति के अधीन संचालित मंदिर पार्किंग का डाक इस बार एक करोड़ 66 लाख रुपये में हुआ. यह डाक तीन जुलाई 2025 को तीन वर्षों के लिए किया गया. सबसे ऊंची बोली लगाने वाले ने चार जून 2025 को एक वर्ष की राशि 55 लाख 33 हजार 300 रुपये जमा कर एनआर कटवाया. न्यास समिति के नियम के अनुसार हर तीन साल पर पार्किंग शुल्क में 15 प्रतिशत की वृद्धि की जाती है. इसके बावजूद पिछले छह वर्षों से शुल्क नहीं बढ़ाया गया. इस बार डाक की राशि पिछले वर्षों की तुलना में लगभग तीन गुना अधिक है. फिर भी पार्किंग शुल्क में कोई बदलाव नहीं किया गया. डाककर्ता ने न्यास समिति कार्यालय में कई बार शुल्क वृद्धि के लिए आवेदन दिया. अब तक कोई निर्णय नहीं लिया गया. पिछले आठ वर्षों से श्रद्धालुओं से वही पुराना शुल्क लिया जा रहा है. डाककर्ता ने न्यास समिति से अनुरोध किया है कि डाक की बढ़ी हुई राशि को देखते हुए न्यास के नियमों के तहत पार्किंग शुल्क में कम से कम 30 प्रतिशत की वृद्धि की जाय.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है
