सूरज के तीखे तेवर से आमलोग बेहाल, सड़कें व बाजार हो गयी है सूनी
सूरज के तीखे तेवर से आमलोग बेहाल, सड़कें व बाजार हो गयी है सूनी
सूरज उगल रहा आग, घर से बाहर निकलना दूभर
धूप से बचाव के उपाय कर बाहर निकल रहे कामकाजी लोग
मधेपुरा.
गर्मी का सितम कम होने का नाम नहीं ले रहा है. सूरज की तपिश के साथ दिन भर चलने वाली गर्म हवाएं लोगों को झुलसा रही है. इसके कारण जरूरी काम से निकलने वाले धूप से बचाव के लिए छतरी या गमछे का प्रयोगकर रहे है.ज्ञात हो कि माॅनसून के लिए विख्यात जून माह में प्रचंड गर्मी कहर बरपा रही है. इससे आमलोग परेशान हैं. शरीर को झुलसा देने वाली धूप व गर्मी ने आमलोगों को घर से निकलना भी दुश्वार है. सुबह नौ बजते ही बाजार व सड़कें सूनी हो जाती है.
सड़कें वीरान, बाजार में है सूनापन
धूप व गर्मी को देखकर आमलोगों के घरों में ही रहने की वजह से सुबह से लेकर शाम तक बाजार व सड़कें सूनी दिखायी पड़ रही है. रोजाना तापमान 40 डिग्री के पार रहने की वजह से आग बरसाती धूप व प्रचंड गर्मी में आमलोगों को घर से निकलने व लौटने में परेशानी झेलनी पड़ रही है. आमलोग फिलहाल अपने अपने घरों में कैद रहना ही मुनासिब समझ रहे हैं.
गर्मी जनित बीमारी देने लगे दस्तक
सामान्य से अधिक तापमान बढ़ने के साथ ही गर्मी जनित विभिन्न बीमारियों ने पांव पसारना शुरू कर दिया है. प्रखंड क्षेत्र में इन दिनों एलर्जी, स्कीन एलर्जी, वायरल बुखार, चिकन पाक्स, डायरिया, टाइफाइड के अलावे आंख से संबंधित रोग के रोगियों की संख्या बढ़ने लगी है.
शीतल पेय पदार्थों की बढ़ी मांग
बढ़ते तापमान के इस दौर में विभिन्न प्रकार के कोल्डड्रिंक व देसी पेय पदार्थों की मांग बढ़ गयी है. साथ ही मौसमी फलों की मांग बढ़ने के अलावा गर्मी से निजात पाने के लिए लस्सी, कच्चे आम का शरबत,बेल का शरबत, गन्ने का रस,चने के सत्तू के अलावा कुल्फी व आइसक्रीम का भी आमलोग बढ़-चढ़कर उपयोग कर रहे हैं.
कहते हैं चिकित्सक
प्रखंड चिकित्सा प्रभारी डॉ सौरभ अंकित ने कहा कि गर्मी के सीजन में सेहत का ख्याल रखना जरूरी है. इससे लोगों को गर्मी और लू का बचाव गंभीरता के साथ करना चाहिए. लोगों को गर्मी के सीजन में हल्का भोजन करना चाहिए. वहीं पानी की मात्रा बढ़ाना चाहिए. शरीर का संतुलन बनाने के लिए पानी की मात्रा दिन में अधिक लेना चाहिये. वही चिकित्सक डॉ एके मिश्रा ने बताया कि तापमान में अधिक वृद्धि होने से लोग कई प्रकार के रोग से ग्रसित होने लगते है. खासकर इन दिनों ताजा भोजन का सेवन करना फायदेमंद होता है. धूप में छाता का प्रयोग तथा तन को सूती कपड़े से पूरी तरह ढ़क कर धूप में निकलना चाहिए. गेस्ट्रोएन्टराइटिस की वजह से शरीर में हुए पानी की कमी को दूर करने के लिए समय-समय पर ताजा व स्वच्छ पानी के अलावा तरल पदार्थों का सेवन करना जरूरी है. आंखों को धूप के संक्रमण से बचाने के लिए काले रंग के धूप चश्मा का प्रयोग करनी चाहिए.
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