बिहार : मिड-डे-मिल में मिला गिरगिट, खाने से 140 बच्चे बीमार, 40 की हालत गंभीर

मधेपुरा : बिहार के मधेपुरा में सदर प्रखंड के उत्क्रमित मध्य विद्यालय गोसाय टोल में विषाक्त मिड-डे-मिल खाने से 140 बच्चे बीमार हो गये. इनमें से 40 बच्चों की स्थिति गंभीर बतायी जा रही है. सभी बच्चों का इलाज सदर अस्पताल मधेपुरा में चल रहा है. प्रत्यक्षदर्शी के अनुसार मिड-डे-मिल खाने के क्रम में एक […]

By Prabhat Khabar Print Desk | July 26, 2018 6:40 PM

मधेपुरा : बिहार के मधेपुरा में सदर प्रखंड के उत्क्रमित मध्य विद्यालय गोसाय टोल में विषाक्त मिड-डे-मिल खाने से 140 बच्चे बीमार हो गये. इनमें से 40 बच्चों की स्थिति गंभीर बतायी जा रही है. सभी बच्चों का इलाज सदर अस्पताल मधेपुरा में चल रहा है. प्रत्यक्षदर्शी के अनुसार मिड-डे-मिल खाने के क्रम में एक बच्चे के थाली में गिरगिट मिल गया. थोड़ी देर के अंदर मिड-डे-मिल खा रहे सभी बच्चे उल्टी करने लगे. लगातार उल्टी करने के कारण उनकी हालत गंभीर होते देख स्कूल ने तत्काल ऑटो कर सभी बच्चों को सदर अस्पताल पहुंचाया. सदर अस्पताल में बच्चों का इलाज प्रारंभ किया गया. 40 बच्चे गंभीर स्थिति में पाये गये हैं. जिन्हें स्लाइन व ऑक्सीजन दिया जा रहा है.

उधर, बच्चों के परिजनों का रो-रो कर बुरा हाल है. बीमार व हतप्रभ बच्चे समझ ही नहीं पा रहे हैं कि उन्हें क्या हुआ है. वहीं जिला प्रशासन व शिक्षा विभाग के आलाधिकारी भी सदर अस्पताल पहुंच चुके है. डीइओ ने एमडीएम में लापरवाही बरतने वाले प्रधानाध्यापक पर कार्रवाई करने की बात भी कही है. सदर अस्पताल छोटी पड़ गयी है. बच्चों के अचानक इतने ज्यादा संख्या में पहुंचने के बाद एक बेड पर चार-चार बच्चों को स्लाइन चढ़ाया जा रहा है. बच्चों के परिजन के भीड़ की वजह से सदर अस्पताल परिसर में भी तिल रखने की जगह नहीं बची है.

डीएम के निर्देश पर सदर एसडीएम पहुंचे अस्पताल, हर बच्चे की हो रही मॉनेटरिंग
घटना की सूचना जैसे ही डीएम नवदीप शुक्ला को मिली उन्होंने शिक्षा विभाग के अधिकारी के साथ-साथ सदर एसडीएम वृंदालाल को भी सदर अस्पताल जाकर मॉनेटरिंग करने का निर्देश दिया. सदर एसडीएम स्वयं हर बच्चे से मिलकर हालचाल ले रहे थे. वहीं डॉक्टरों से भी लगातार अपडेट लेते रहे. वे अस्पताल में कैंप कर बच्चों का बेहतर इलाज सुनिश्चित कराने में जुटे रहे. वहीं जिला शिक्षा पदाधिकारी उग्रेश प्रसाद मंडल, बीइओ डाॅ यदुवंश यादव भी लगातार अस्पताल में रहकर बच्चों की हालत पर नजर रखे हुए है, जबकि सदर प्रखंड विकास पदाधिकारी भी मौके पर मौजूद हैं.

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