विद्यार्थी अभिभावक से मांगेंगे जवाब, पिछले चुनाव में क्यों नहीं किया मतदान

बिहार विधानसभा चुनाव 2025 की तैयारी को लेकर जिला प्रशासन ने कमर कस ली है

By Rajeev Murarai Sinha Sinha | September 20, 2025 11:00 PM

लखीसराय.

बिहार विधानसभा चुनाव 2025 की तैयारी को लेकर जिला प्रशासन ने कमर कस ली है. इस बार मतदान प्रतिशत बढ़ाने को लेकर हरेक उपाय कर रहे हैं, जिसमें सर्वप्रथम जिला प्रशासन ने विद्यालय की ओर रूख किया है. समाहरणालय के मंत्रणा कक्ष में डीएम मिथिलेश मिश्र की अध्यक्षता में बैठक की गयी. डीएम ने कहा कि जिन मतदान केंद्रों पर पिछले चुनाव में कम वोट पड़े थे, वहां मतदान के प्रति लोगों को जागरूक किया जायेगा. डीएम ने कहा कि कम मतदान होने की स्थानीय स्तर पर कई समस्याएं हो सकती हैं. जैसे पलायन, सरकार से उपेक्षा, अशिक्षा आदि. उन्होंने इसके लिए मतदाता जागरूकता बढ़ाने के उद्देश्य से कई कार्य करने का निर्देश दिया गया. जैसे स्कूली बच्चों के साथ चेतना सत्र में मतदाता जागरूकता से संबंधित चर्चा एवं सभी छात्र-छात्राओं को अपने-अपने अभिभावक से पूछने को कहें कि पिछले लोकसभा चुनाव में आपने मतदान किया था कि नहीं. यदि नहीं किया तो इसका क्या कारण है. अगले दिन छात्र-छात्राओं से पूछे कि किनके-किनके अभिभावक मतदान नहीं किये थे और कारण का पता लगायें, उसके बाद अपने स्तर से उनके अभिभावक से बात करें.

प्रभातफेरी व संध्या चौपाल से मतदान प्रतिशत बढ़ाने पर जोर

डीएम मिथिलेश मिश्र ने कहा कि छात्र- छात्राओं द्वारा प्रभात फेरी, तीसरा जिला निर्वाचन पदाधिकारी द्वारा अपील पत्र को हर घर तक पहुंचायें चौथा अपने अपने बूथ अंतर्गत संध्या चौपाल और छोटी छोटी बैठक करें. निश्चित रूप से लोग जागरूक भी होंगे और मतदान का प्रतिशत भी बढ़ेगा. उप निर्वाचन पदाधिकारी राहुल कुमार ने कहा कि कुछ लोग आपके कार्यक्रम में बैठना नहीं चाहेंगे, लेकिन उनको छोड़ना नहीं है. उनको भी मोटिवेट करके जोड़ना है. जो बाहर रहते हैं उनके लिए विशेष रणनीति बनानी होगी. जिस अनुपात में आप सभी मेहनत करेंगे उस अनुपात में सफलता भी मिलेगी. स्वीप कोषांग के नोडल पदाधिकारी ने उपस्थित सभी पदाधिकारियों से कम मतदान होने का कारण की जानकारी प्राप्त की.

बाहर रह रहे मतदाता को चुनाव की नहीं मिल पाती है जानकारी

बैठक के दौरान कई बीएलओ ने अपने अपने मतदान केंद्र में कम मतदान होने का कई वजह बतायी. जैसे महादलित परिवार के लोग जीवन यापन के उद्देश्य से कमाने के लिए बाहर चले जाते हैं, इस वजह से मतदान का प्रतिशत कम हुआ है. किसी ने बताया कि स्थानीय जनप्रतिनिधि के नाराजगी से कारण भी मतदान का प्रतिशत कम हुआ है, इसी प्रकार पलायन, अशिक्षा को भी एक बीएलओ ने कारण बताते हुए कहा कि खास जाति के लोग के घर से महिला मतदाता बाहर नहीं निकलते हैं. वोट देने के लिए एसआईआर के होने से पलायन वाले लोगों का भी मतदान प्रतिशत बढ़ेगा. इस प्रकार एसआईआर एक अच्छी पहल साबित होगा. मतदान प्रतिशत बढ़ाने के लिए दोनों विधानसभा अंतर्गत 50 प्रतिशत के कम मतदान वाले केंद्रों के 60-60 पदाधिकारियों को शनिवार की बैठक में बुलाया गया था. जिसका मुख्य उद्देश्य मतदान प्रतिशत को बढ़ाना. सभी पदाधिकारियों ने बताया कि इस बार मतदान प्रतिशत बढ़ेगा. कई बीएलओ ने आंगनबाड़ी सेविका सहायिका को भी मदद के लिए आग्रह किया गया. जिसके जवाब में जिला प्रोग्राम पदाधिकारी ने बताया कि इसमें आंगनबाड़ी सेविका सहायिका काम कर भी रही है और आगे भी मदद मिलेगी.

घर आये परदेसी मतदाता को मतदान के लिए करें प्रेरित

डीएम ने कहा कि इस बार अच्छा मौका भी है कि लोग दुर्गा पूजा के अवसर पर घर को आयेंगे और छठ पूजा तक रुकेंगे. यदि लोगों को अच्छी तरह से काउंसिलिंग करेंगे तो वो सभी छठपूजा के बाद भी रुकेंगे और मतदान करके ही बाहर जायेंगे. इसलिए उनको मोटिवेट करें और मतदान प्रतिशत को बढ़ायें. भूमि उप समाहर्ता सीतू शर्मा ने कहा कि पिछले लोकसभा चुनाव में सूर्यगढ़ा क्षेत्र का मतदान प्रतिशत कम हुआ है. एक एक मतदान केंद्र का समीक्षा किया गया और मतदान प्रतिशत बढ़ाने के लिए निर्देश भी दिया गया. इसलिए स्वीप कोषांग के नोडल पदाधिकारी के सहयोग से मतदाता जागरूकता कार्यक्रम आयोजित किये जा रहे हैं. जिसमें आंगनबाड़ी सेविका सहायिका, जीविका के दीदी, आशा, विकास मित्र सहित स्थानीय समिति का सहयोग लेकर मतदान प्रतिशत बढ़ा सकते हैं. इतना ही नहीं गांव के फेसबुक, व्हाट्सएप ग्रुप के माध्यम से भी जागरूकता अभियान चला सकते हैं और इस बार के विधानसभा का चुनाव पर सिर्फ देश ही नहीं विदेशों का भी नजर रहेगा. क्योंकि एसआईआर के बाद का यह पहला चुनाव होगा. एसआईआर के लिए पेंडिंग डाटा को 25 सितंबर के पहले तक क्लियर करने का निर्देश दिया गया. यदि कोई तकनीकी समस्या है तो हमें जानकारी दें, नहीं तो करवाई की जायेगी. मौके पर सभी बाल विकास परियोजना पदाधिकारी, स्वीप कोषांग के प्रतिनियुक्त कर्मी, जिला समन्वयक कन्हैया कुमार, हब के जिला मिशन समन्वयक प्रशांत कुमार, जिला परियोजना सहायक सौरव कुमार,सहित दर्जनों कम मतदान केंद्र वाले पदाधिकारी मौजूद रहे.

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