फुटकर के अलावा स्थायी दुक्कानदार भी करते हैं मुख्य सड़क का अतिक्रमण

फुटकर विक्रेताओं के द्वारा तो सड़क को अतिक्रमण तो किया ही जा रहा है, साथ ही स्थायी दुकानदार के द्वारा भी फुटपाथ के अलावा सड़क को भी अतिक्रमण कर लिया जा रहा है. इन्हें न तो जुर्माना और न ही किसी दंड की परवाह है.

By Rajeev Murarai Sinha Sinha | March 19, 2025 7:06 PM

बार-बार अभियान चलाने के बावजूद नहीं पड़ता दुकानदारों पर असरफुटकर विक्रेताओं के लिए ऑल्टरनेटिव व्यवस्था होने पर ही हो सकता है मुख्य सड़क अतिक्रमण मुक्तकिऊल नदी किनारे मरीन ड्राइव बनने हो सकते कई फायदेलखीसराय. फुटकर विक्रेताओं के द्वारा तो सड़क को अतिक्रमण तो किया ही जा रहा है, साथ ही स्थायी दुकानदार के द्वारा भी फुटपाथ के अलावा सड़क को भी अतिक्रमण कर लिया जा रहा है. इन्हें न तो जुर्माना और न ही किसी दंड की परवाह है. हाल ही के दिनों नप कर्मी, यातायात डीएसपी एवं स्थानीय पुलिस के द्वारा अतिक्रमण हटाने के दौरान कई दुकानदारों से जुर्माना भी वसूला गया था, लेकिन अतिक्रमण हटाओ अभियान से भी अतिक्रमणकारियों पर कोई फर्क नहीं पड़ा. अतिक्रमण का हाल पूर्व के जैसा ही बना हुआ है. लगता है नप प्रशासन व जिला प्रशासन के वश में अतिक्रमण मुक्त कराना नहीं ही है.

पहले फुटकर विक्रेताओं को दिया गया लाइसेंस, अब कहा जा रहा हटो

नगर परिषद के द्वारा पहले फुटपाथ दुकानदारो को रजिस्ट्रेशन कर उन्हें बैंक से ऋण भी दिलवाया गया. अब जब जाम की स्थिति उत्पन्न होने लगी तो नप कार्यालय कर्मी के द्वारा उन्हें छह फीट छोड़कर दुकान लगाने के लिए कहा जा रहा है, लेकिन सड़क की चौड़ाई कम होने के कारण फुटपाथ दुकानदार को अगर हटाया गया तो उनके समक्ष भुखमरी की स्थिति उत्पन्न हो जायेगी. फुटपाथ विक्रेताओ का कहना है कि उनके फुटपाथ दुकान से बच्चों एवं परिवार को लालन पोषण होता है. दुकान हटा दिया गया तो उसके समक्ष भूखमरी की स्थिति उत्पन्न हो जायेगी.

मरिन ड्राइव ही है शहर के अनेकों समस्या का समाधान

किऊल नदी के किनारे यदि मरिन ड्राइव तरह सड़क निर्माण करा दिया जाय तो काफी हद तक शहर को जाम से भी मुक्ति मिल सकती है. मरिन ड्राइव से अतिक्रमण, जाम से मुक्ति के साथ ही शहर के लोगों के घूमने फिरने की जगह तथा शहर को एक और बाइपास मिल जायेगा. यानि शहर के अनेकों समस्या का एक मरिन ड्राइव से समाधान मिल जायेगा. किऊल नदी के अधिकांश जमीन अभी भी अतिक्रमित है. मरिन ड्राइव के निर्माण हो जाने से नदी की जमीन अतिक्रमण मुक्त हो जायेगी. इसके साथ ही शहर को स्वच्छ एवं सुंदर रखने में मरिन ड्राइव सहायक सिद्ध होगा.

बोले नप ईओ

नप ईओ अमित कुमार ने बताया कि अतिक्रमण के खिलाफ अभियान चलाया जायेगा. 22 से 24 मार्च तक बिहार दिवस मनाने को लेकर नगर परिषद के द्वारा भी तैयारियां की जा रही है. 24 मार्च के बाद फिर से अतिक्रमण के खिलाफ अभियान चलाया जायेगा. मरिन ड्राइव के सवार पर कहा कि इसे लेकर पिछले नप साधारण बोर्ड में योजना ली गयी थी. योजना की स्वीकृति के लिए नगर आवास एवं विकास विभाग को भेजा गया है.

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