एनएच 80 पर शव रखकर 12 घंटे तक रखा जाम, 72 घंटे में गिरफ्तारी का मिला आश्वासन
स्थानीय थाना क्षेत्र के हिरदनबीघा गांव स्थित गैस गोदाम के पास शुक्रवार की रात एक पुस्तक दुकानदार की गोली मारकर हत्या के बाद पूरे इलाके में आक्रोश फैल गया. घटना से आक्रोशित परिजन और स्थानीय ग्रामीण एनएच 80 पर शव रखकर धरना पर बैठ गये
बड़हिया. स्थानीय थाना क्षेत्र के हिरदनबीघा गांव स्थित गैस गोदाम के पास शुक्रवार की रात एक पुस्तक दुकानदार की गोली मारकर हत्या के बाद पूरे इलाके में आक्रोश फैल गया. घटना से आक्रोशित परिजन और स्थानीय ग्रामीण एनएच 80 पर शव रखकर धरना पर बैठ गये. जिससे पटना-मुंगेर को जोड़ने वाला प्रमुख मार्ग पर शनिवार सुबह की तक वाहनों का आवागमन पूरी तरह ठप रहा. लगभग 12 घंटे बाद पुलिस प्रशासन द्वारा हत्यारे की पहचान कर जल्द गिरफ्तार करने आश्वासन के बाद जाम समाप्त हो सका. इस घटना ने इलाके की कानून-व्यवस्था पर गंभीर सवाल भी खड़े कर दिये हैं. जानकारी के अनुसार बड़हिया बाजार में श्रीकृष्ण चौक स्थित खुशबू पुस्तक भंडार के संचालक 48 वर्षीय शत्रुध्न साव शुक्रवार की देर शाम करीब साढ़े आठ बजे अपनी दुकान बंद कर स्टाफ के साथ बाइक से डूमरी पंचायत के लोहरा गांव स्थित घर लौट रहे थे. जैसे ही वे गैस गोदाम के पास पहुंचे, जहां पहले से घात लगाये बैठे अपराधियों ने उनपर पीछे से गोली चला दी. गोली उनकी पीठ के ऊपरी हिस्से में लगी. इससे शत्रुध्न साह गंभीर रूप से घायल होकर सड़क पर गिर पड़ा. स्थानीय लोगों और परिजनों ने उन्हें तत्काल रेफरल अस्पताल बड़हिया पहुंचाया. जहां डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया. परिजन इस पर भरोसा नहीं कर पाये और बेहतर इलाज के लिए उन्हें सदर अस्पताल ले गये, लेकिन वहां भी डॉक्टरों ने मृत्यु की पुष्टि कर दी. जिसके बाद परिजन सदर अस्पताल से उनके शव को लेकर वापस बड़हिया आ गये और शव को कृष्णा चौक मुख्य मार्ग पर रखकर जाम कर दिया. शुक्रवार रात 11 बजे से शनिवार सुबह 11 बजे तक 12 घंटे तक यह जाम जारी रहा. इस दौरान आवागमन पूरी तरह ठप हो गया. जाम स्थल पर एसपी अजय कुमार, एसडीपीओ शिवम कुमार सहित पुलिस और प्रशासनिक अधिकारियों के समझाने का प्रयास भी नाकाम रहा. परिजनों की मांग थी कि जब तक अपराधियों की गिरफ्तारी का आश्वासन नहीं दिया जाता, तब तक जाम खत्म नहीं होगा. शुक्रवार की देर रात से सड़क जाम शनिवार को भी जारी रहा. वहीं शनिवार की सुबह पुन: एसडीपीओ शिवम कुमार घटनास्थल पर पहुंचे और परिजनों से वार्ता की तथा परिजनों को हत्यारे की जल्द से जल्द गिरफ्तारी का आश्वासन देने के बाद साढ़े चार बजे शव को पोस्टमार्टम ले लिए सदर अस्पताल भेजा. हालांकि इसके बावजूद जाम तब भी जारी रहा. अंततः शनिवार सुबह 11 बजे उन्होंने 72 घंटे के भीतर अपराधियों की गिरफ्तारी का आश्वासन दिया. इसके बाद ही सड़क खाली हो सकी. वारदात की सूचना मिलते ही पुलिस मौके पर पहुंची और मामले की जांच शुरू कर दी. अधिकारियों ने आसपास लगे सीसीटीवी फुटेज खंगालने का निर्देश दिया है. पुलिस का कहना है कि जांच के बाद ही हत्या के पीछे की वजह और अपराधियों की पहचान स्पष्ट हो पायेगी. घटना को लेकर जिले के आलाधिकारी भी सतर्क हो गये हैं. पुलिस की कई टीमों को संभावित ठिकानों पर छापेमारी के लिए लगाया गया है. एसपी अजय कुमार ने कहा कि मामले को लेकर एसडीपीओ शिवम कुमार के नेतृत्व में एसआईटी गठित कर जांच प्रारंभ कर दी गयी है. अपराधी कितना भी चालाक क्यों न हो, पुलिस के हाथों से बच नहीं पायेगा.
डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है
