बाढ़ : हजारों एकड़ में लगी धान की फसल डूबी

जिले में बाढ़ का पानी किसानों के लिए तबाही और बर्बादी का मंजर लेकर आया है. चारों तरफ पानी ही पानी दिखाई दे रहा है

By Rajeev Murarai Sinha Sinha | August 8, 2025 9:10 PM

लखीसराय

. जिले में बाढ़ का पानी किसानों के लिए तबाही और बर्बादी का मंजर लेकर आया है. चारों तरफ पानी ही पानी दिखाई दे रहा है. इससे किसानों के हजारों एकड़ धान की फसल को बर्बाद हो गई है. धान के खेत में किऊल नदी का पानी प्रवेश कर चुका है. पूर्वी तरफ किऊल नदी का पानी तो पश्चिमी भाग में हरूहर नदी का पानी खेत में प्रवेश किया है. बताया जाता है कि किऊल नदी व हरूहर नदी का पानी फसलों के पानी जहर साबित होता है. जिससे कि किसानों के फसल की बर्बादी होना तय माना जाता है. वहीं दूसरी ओर उत्तरी भाग में दियारा क्षेत्र में गंगा ने तबाही मचा दी है. इस माह में धान की रोपनी होती है. जिससे कि धान का पौधा काफी नाजुक होती है. जिससे कि धान का पौधा गलने का चांस अधिक होता है. किसानों के पास अब धान का बिचड़ा नहीं बचने के कारण अब वे दोबारा रोपनी नहीं कर सकते है.

रामपुर बाध, चांदनपुरा से मैदनीचौकी व अमहरा, बालगुदर गढ़ी विशनपुर पंचायत जलमग्न

किऊल नदी का पानी रामपुर बाध, मानो, चंदनपुरा से मैदनीचौकी तक किऊल नदी व गंगा का पानी धान व सब्जी की खेती को बर्बाद कर दिया है. किसी खेत में हाल ही के दिनों में धान की रोपनी को गयी है, लेकिन बाढ़ के पानी ने सब कुछ बर्बाद कर दिया. किसानों पर बाढ़ का पानी कहीं का नहीं छोड़ा है, तो दूसरी ओर बाढ़ का पानी सब्जी बैंगन, बोरा, कद्दू एवं अन्य सब्जियों की खेत को डुबो दिया है. जिससे कि बाढ़ का पानी के कारण बाजार में सब्ज़ियां काफी महंगा हो गया है. कोई भी सब्जियां 50 रुपये प्रति किलो से कम नहीं बिक रहा है. इधर, सदर प्रखंड के अमहरा बभनगावा, नेमदारगंज, बगीचा टोला, रामनगर, नीमचक, किशनपुर एवं बोधि टोला का धान एवं सब्जी के खेत में पानी प्रवेश कर चुका है. सीपीआई नेता अधिवक्ता रजनीश कुमार ने बताया कि चार सौ एकड़ धान के खेत एवं 36, 37 बीघा में हरि सब्जी की खेत में पानी प्रवेश किया है. वहीं साबिकपुर पंचायत के दामोदरपुर एवं सामंडीह गांव के बहियार में पानी प्रवेश किया है. गढ़ी बिशनपुर के सालौनाचक एवं रेहुआ में सैकड़ों एकड़ धान के खेत में प्रवेश कर चुका है. इन क्षेत्रों में हरूहर नदी का पानी तबाही मचा रखी है. वहीं एनएच 80 किनारे मानो रामपुर एवं चंदनपुरा सैदपुरा तक किऊल नदी का पानी तबाही मचा रखा है. जबकि अलीनगर से आगे गंगा का पानी अपना रौद्र रूप देखा रहा है.

बोले पौधा संरक्षण सहायक निदेशक

पौधा संरक्षक सहायक निदेशक रीमा कुमारी ने बताया कि अधिक दिन तक पानी रह जाने से धान का पौधा गल सकता है. वर्षा एवं नदी का पानी में अंतर होता है. नदी का पानी कई जगहों से होकर गुजरता है जो फसल के लिए नुकसानदेह साबित हो सकती है पानी निकलने पर कृषि विशेषज्ञ से सलाह के अनुसार दवा का छिड़काव करेंगे.

बोले एसडीओ

एसडीओ प्रभाकर कुमार एवं एसडीपीओ शिवम कुमार द्वारा शुक्रवार को बड़हिया टाल क्षेत्र के एजनीघाट, शरमा, लखनपुर, पिपरिया दियारा का भ्रमण किया. उन्होंने कहा कि एजनीघाट का संपर्क पथ टूट चुका है. जहां नाव की मांग की गयी है. वहीं लखनपुरा में भी बाढ़ का पानी प्रवेश किया है. कॉलेज घाट स्थित दो चार घर में पानी गया है. जो जगनानी धर्मशाला में शरण लिया है. वहीं बिंद टोला के लोग ब्लॉक का शरण लिया है. खुटहा गांव के चारों और पानी है, लेकिन घर में प्रवेश नहीं किया है. उन्होंने कहा कि पिपरिया दियारा के पथुआ गांव की हालत बाढ़ के कारण गंभीर है. जल्द ही सूखा चारा का वितरण किया जायेगा.

15 सौ बाढ़ पीड़ितों ने लिया प्लस टू उच्च विद्यालय अमरपुर राहत शिविर में शरण

मेदनीचौकी.

गुरुवार को मेदनीचौकी क्षेत्र के प्लस टू उच्च विद्यालय अमरपुर बाढ़ राहत शिविर में मुंगेर जिले के दियारा इलाके में कुतलूपुर पंचायत के पड़ोरा टोला वार्ड संख्या 01 के कियुल नदी में बाढ़ आने से डूब जाने के कारण वहां के लोग उक्त शिविर में शरण ले लिया है. बाढ़ पीड़ित अपने सारे माल मवेशियों, बकरी आदि को लेकर विद्यालय में शरण ले लिया है. प्लस टू उच्च विद्यालय अमरपुर के प्रभारी प्राचार्य डा विभाष्कर किरण ने बताया कि बाढ़ राहत शिविर का संचालन सहायक तकनीकी प्रबंधक रजनीश कुमार व कृषि समन्वयक मनोज कुमार सिंह की देखरेख में किया जा रहा है. सात अगस्त शाम को राहत शिविर शुरू हुआ है. राहत शिविर में दो टाइम चावल दाल व सब्जी पंजीकृत बाढ़ पीड़ितों को खिलाया जा रहा है. वहीं विद्यालय प्राचार्य डॉ विभाष्कर किरण ने बताया कि विद्यालय का पठन पाठन स्थगित कर दिया गया है. सिर्फ वर्ग नवम का पंजीयन व 10वीं एवं 12वीं का डम्मी पंजीयन में सुधार का कार्य हो रहा है.

डिप्टी सीएम ने बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में त्वरित राहत वितरण का दिया निर्देश

लखीसराय.

उपमुख्यमंत्री विजय कुमार सिन्हा जिले के बाढ़ प्रभावित बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में त्वरित राहत वितरण के लिए जिला प्रशासन को निर्देश दिया है. बता दें कि बड़हिया प्रखंड अंतर्गत खुटहा डीह, चेतन टोला एवं लाल दियारा गांव इन दिनों बाढ़ की विभीषिका से जूझ रहे हैं. जनजीवन अस्त-व्यस्त है, सड़कों पर पानी एवं घरों में घुसा बाढ़ ने आमजन की परेशानियों को बढ़ा दिया है. इस विकट परिस्थिति को देखते हुए बिहार सरकार के उपमुख्यमंत्री विजय कुमार सिन्हा ने दूरभाष के माध्यम से स्वयं स्थिति का अवलोकन किया और मौके पर मौजूद एसडीएम लखीसराय, सीओ बड़हिया तथा पंचायती प्रतिनिधियों से संवाद कर राहत सामग्री के त्वरित वितरण का निर्देश दिया. इसके साथ ही भाजपा जिलाध्यक्ष दीपक कुमार सिंह, अभिषेक सिंह, भाजपा जिला मंत्री हिमांशु पटेल समेत भाजपा कार्यकर्ताओं ने मौके पर पहुंचकर ग्रामीणों के साथ स्थिति का जायजा लिया और हरसंभव मदद सुनिश्चित कराने का संकल्प लिया. प्रशासनिक अधिकारियों ने स्थानीय लोगों से संवाद कर उनकी आवश्यकताओं को संज्ञान में लिया, और तत्काल राहत सामग्री की व्यवस्था प्रारंभ की गयी. इस अवसर पर उपमुख्यमंत्री ने कहा कि एनडीए सरकार जनता के हर सुख-दुख में साथ खड़ी है. बाढ़ जैसी आपदा में भी हम अपने प्रत्येक नागरिक तक राहत पहुंचाने के लिए पूर्ण रूप से संकल्पित हैं.

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