सिकंदर हत्याकांड में फरार चारों आरोपितों ने किया कोर्ट में किया सरेंडर
सिकंदर हत्याकांड में फरार चारों आरोपितों ने किया कोर्ट में किया सरेंडर
लखीसराय. जिले के कवैया थाना क्षेत्र के किऊल बस्ती वार्ड 20 निवासी सिकंदर कुमार हत्याकांड में शामिल चार अन्य अभियुक्तों ने सोमवार को कोर्ट में सरेंडर कर दिया. पुलिस द्वारा मेडिकल जांच कराकर आरोपितों को जेल भेज दिया. कोर्ट में सरेंडर करने वालों में किऊल बस्ती के वार्ड 22 निवासी जितेंद्र मंडल के पुत्र सतीश कुमार, अरविंद मंडल के पुत्र राजू कुमार व प्रमोद शर्मा के पुत्र प्रशांत कुमार व पंजाबी मुहल्ला निवासी मुकेश ठाकुर के पुत्र मोहित कुमार शामिल है. मालूम हो कि इस हत्याकांड में शामिल अन्य आरोपितों को कवैया थानाध्यक्ष अमित कुमार द्वारा पूर्व में ही किऊल बस्ती पचना रोड वार्ड 22 निवासी शैलेंद्र कुमार के पुत्र अनूप कुमार, पटेल नगर निवासी संजय मोदी के पुत्र राहुल कुमार व सुमित कुमार को गिरफ्तार जेल भेजा जा चुका है. गिरफ्तार आरोपियों ने कहा कि सतीश, राजू, प्रशांत व मोहित कुमार को सिकंदर हत्याकांड में शामिल होने की बात कही थी. जिसके बाद पुलिस द्वारा लगातार आरोपियों के धरपकड़ के लिए छापेमारी की जा रही थी, जहां घर पर जाकर पुलिसिया दबिश दिया जा रहा था, जिस कारण हत्याकांड में शामिल शेष अभियुक्त कोर्ट में सरेंडर कर दिया. वहीं पुलिस रिमांड पर लेकर सभी आरोपियों से घटना के बारे में पूछताछ कर करेगी.
गिरफ्तार आरोपियों ने पुलिस के समक्ष कबूला अपराध
कवैया थाना पुलिस द्वारा तीन सितंबर को गिरफ्तार हुए अपराधियों ने बताया कि 25 अगस्त की रात पंजाबी मुहल्ला से सिकंदर को पकड़कर केआरके मैदान लाया, उस समय वह काफी नशे में था. इस दौरान सिकंदर के गले में गमछा डालकर मौत के घाट उतार दिया तथा लाश को ठिकाने लगाने के लिए पचना रोड किऊल बस्ती निवासी एक अन्य साथी को फोन कर चार पहिया लाने के लिए कहा, लेकिन वह चार पहिया वाहन लाने से मना कर दिया. जिसके बाद सभी लोग बाइक के माध्यम से ही शव को ले जाकर सिमरिया गंगा नदी के बीच नवनिर्मित सिक्स लेन पुल से फेंक दिया.
25 अगस्त 2025 की रात से ही लापता था सिकंदर
कृष्ण महतो के 27 वर्षीय पुत्र सिकंदर गत 25 अगस्त से ही लापता है तथा जिसको लेकर सिकंदर की मां मां रूना देवी व पत्नी मुस्कान कुमारी द्वारा सिकंदर की गुमशुदगी को लेकर कवैया थाना में आवेदन दिया गया था, लेकिन पुलिस ने मामला दर्ज कर कार्रवाई करने में शिथिलता बरत रही थी. जिसे लेकर लोगों ने 31 अगस्त को नया बाजार चौक पचना रोड मोड़ के पास सड़क जाम कर आगजनी की थी, जिसके बाद पुलिस हरकत में आयी तथा बारीकी से जांच करना शुरू किया. जिसके बाद गुमशुदगी मामले से पर्दा उठा तथा सिकंदर की हत्या कर शव को नदी में फेंकने की बात सामने आयी. हालांकि पुलिस द्वारा अभी तक शव बरामद नहीं किया गया है.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है
