बांग्ला सावन माह की अंतिम सोमवारी पर जलाभिषेक
Jal Abhishek on the last Monday of Bangla Sawan month
ठाकुरगंज
ठाकुरगंज के प्रसिद्ध हरगौरी मंदिर में बांग्ला सावन माह के अंतिम सोमवारी को बड़ी संख्या में आए हजारों शिवभक्त जलाभिषेक करने पहुंचे. इस रोज महादेव के भक्तों ने जहां हर-हर महादेव का उद्घोष करते हुए भगवान शिवजी का जलाभिषेक किया वहीं उन्हें प्रसन्न करने के लिए बेलपत्र, दही, घी व चावल सहित अन्य पूजन सामग्री अर्पित की. पौराणिक मान्यता है कि शिवजी औघड़दानी हैं. निरंतर प्रसन्न मुद्रा में स्थित होकर अपने भक्तों को प्रसन्नता प्रदान करते हैं. स्वयं ब्रह्मा एवं विष्णु भी इनके गुणों का गुणगान करते नहीं थकते हैं. शिव निराकार एवं साकार का संयुक्त रूप हैं. अर्धनारीश्वर हैं. ऐसे बाबा का जहां निवास हो, वहां स्वभाविक रूप से सभी शक्तियां स्वत: आ जाती हैं. शिव को जल प्रिय है. इसीलिए तो उनके जटा में सदैव गंगा मैया का निवास होने की मान्यता है. वहीं बंगला तिथि के अनुसार आज पड़े सावन के अंतिम सोमवार को भी बंगलाभाषियों की भारी भीड़ मंदिर में उमड़ी. देर शाम तक भक्त हरगौरी की प्रतिमा पर जलार्पण करते रहे.बंगला पंचांग में 18 जुलाई से हुई थी सावन की शुरुआत
बताते चले बंगला पंचांग के अनुसार 18 जुलाई से सावन की शुरुआत हुई थी. पंडित जयंतो गांगुली के अनुसार, 17 अगस्त को मनसा पूजा के साथ सावन मास की पूर्णाहुति की जाती है. पंडित गांगुली ने बताया कि बांग्ला सावन में विशेषकर सोमवार को व्रत रखा जाता है. इस अवधि में श्रद्धालु भोलेनाथ की विधिपूर्वक आराधना, रुद्राभिषेक और विशेष अनुष्ठान करते हैं. मंदिरों में शिवभक्तों की भारी भीड़ उमड़ती है.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है
