किशनगंज में एप्रोच पथ धंसा, सीताधार पुल का एप्रोच स्लैब बहने से फारबिसगंज में आवागमन प्रभावित
Bihar News: किशनगंज जिले के दिघलबैंक प्रखंड क्षेत्र में सिकेंद्रा धार पर नाबार्ड योजना के तहत बने उच्चस्तरीय पुल का एप्रोच पथ बारिश के कारण धंस गया. वहीं अररिया जिले के फारबिसगंज आईटीआई के सामने हाईवे स्थित सीताधार पुल का एप्रोच स्लैब मंगलवार को धंस गया.
Bihar News: पटना. पूर्वी बिहार में हो रही तेज बारिश और नदी-धार में बढ़ते जलस्तर से कई जगहों पर सड़क क्षतिग्रस्त होने के कारण आवागमन में परेशानी हो रही है. किशनगंज और अररिया जिले में कुछ स्थानों पर सड़क धंसने से आवागमन बाधिक होने से सूचना है. किशनगंज जिले के दिघलबैंक प्रखंड क्षेत्र के लोहागाड़ा पंचायत अंर्तगत मलमली बानटोली आदिवासी टोला के समीप सिकेंद्रा धार पर नाबार्ड योजना के तहत बने उच्चस्तरीय पुल का एप्रोच पथ बारिश के कारण धंस गया. पिछले कई दिनों से रुक-रुककर हो रही बारिश की वजह से सिकेंद्रा धार पर पानी जमा हो गया है. धार में पानी भरते ही पुल के एप्रोच पथ पर डाली गयी मिट्टी ढीली होकर धंसने लगी है. ऐसे में पिछले कई दिनों से मरम्मत का काम जारी रहने के बाबजूद नीचे मिट्टी पूरे तरीके से ढीली पड़ने से एप्रोच दबने व मरम्मत के कार्य में दरार पड़ना लगातार जारी है.
सितंबर तक पूरा होना था निर्माण
ग्रामीण कार्यविभाग के जेई बिनोद कुमार ने बताया कि अभी पुल निर्माण का कार्य पूर्ण नहीं हुआ है. सितंबर तक काम पूरा होना था, लेकिन इस बीच बारिश आ जाने से बगल से बने डायवर्जन पर पानी जमा हो गया था. लोगों का आवागमन बाधित न हो इसको लेकर जल्दबाजी में एप्रोच का काम करा आवागमन चालू किया गया था. उन्होंने बताया कि अभी एप्रोच का काम पूरा होना बाकी है. इस बीच नदी में बढ़ते जलस्तर के कारण नयी मिट्टी के बह जाने से रास्ता धंस गया है. एप्रोच रोड के धंसने के बाद उसकी मरम्मत के कार्य किये जा रहे हैं.
फारबिसगंज में सीताधार पुल का एप्रोच स्लैब धंसा
फारबिसगंज आईटीआई के सामने हाईवे स्थित सीताधार पुल का एप्रोच स्लैब मंगलवार को धंसने से आवागमन प्रभावित हो गया है. हालांकि रिपेयरिंग का कार्य जारी है. तब तक सर्विस लेन से वाहनों को गुजरना पड़ रहा है. यह पुल काफी पुराना है और प्रत्येक वर्ष इस पर मेंटेनेंस कार्य होता रहा है. इस संबंध में एनएचएआइ पूर्णिया के प्रोजेक्ट डायरेक्टर प्रवीण कुमार ने बताया कि पुल के एप्रोच कनेक्ट के पास एप्रोच स्लैब होता है, जो मिट्टी पर रखा जाता है. यह मेंटेनेंस वर्क है. बारिश से थोड़ा स्लैब के दबने से झटका लग रहा था. इन समस्याओं का समाधान किया जा रहा है. दो दिनों के अंदर कार्यपूरा हो जाएगा और आवागमन चालू हो जाएगा.
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